बदलता उत्तर प्रदेश : खनिज संपदा का खजाना, सोना, आयरन और रॉक फास्फेट की खदानें जल्द शुरू

UPT | खनिज संपदा का खजाना, रोजगार और उद्योग के नए द्वार खोलने की तैयारी

Dec 31, 2024 19:22

ललितपुर जिले में खनिज संपदा की अपार संभावनाएं हैं। इस वर्ष आयरन, गोल्ड और रॉक फास्फेट की खदानों की नीलामी के बाद, कंपनियों ने टेस्टिंग शुरू कर दी है, जिससे आगामी वर्ष में इनके दोहन की उम्मीदें बढ़ गई हैं।

Lalitpur News : खनिज संपदा के मामले में ललितपुर जिला उत्तर प्रदेश में अपनी खास पहचान बना रहा है। इस वर्ष जिले में आयरन, गोल्ड और रॉक फॉस्फेट की खदानों की नीलामी प्रक्रिया पूरी हो चुकी है। इन खदानों में टेस्टिंग का कार्य भी प्रारंभ हो गया है और आगामी वर्ष में इनके दोहन की संभावना है। इसके अलावा, जिले में अन्य खनिज भी पाए जाते हैं, जिनमें से कुछ का दोहन जारी है और बाकी की प्रक्रिया शासन स्तर पर चल रही है।

गिरार क्षेत्र: सोना और आयरन का भंडार
मड़ावरा तहसील के गिरार स्थित बड़वार क्षेत्र में आयरन और सोने के अयस्कों की उपलब्धता की पुष्टि के लिए निजी कंपनी ने ड्रिलिंग का कार्य प्रारंभ किया है। इस क्षेत्र के 231 हेक्टेयर में फैले खनिज ब्लॉकों को खनन के लिए आवंटित किया गया था। भूतत्व और खनिकर्म विभाग ने इन ब्लॉकों के लिए कंपोजिट लाइसेंस की निविदा प्रक्रिया पूरी की, जिसमें गोवा की फोमेंटो रिसोर्सेस कंपनी को चुना गया। यह कंपनी भूवैज्ञानिक अध्ययन, मैपिंग और ड्रिलिंग कार्य कर रही है। अब तक 3,000 मीटर तक ड्रिलिंग पूरी हो चुकी है। ड्रिलिंग के आधार पर विस्तृत सर्वेक्षण और अध्ययन के बाद खनन की योजना बनाई जा रही है। यह क्षेत्र भविष्य में सोने और आयरन के लिए महत्वपूर्ण साबित हो सकता है।

रॉक फॉस्फेट : उर्वरक निर्माण में सहायक
तहसील मड़ावरा में रॉक फॉस्फेट के पांच ब्लॉकों की निविदा प्रक्रिया पूरी हो चुकी है। अंतिम ब्लॉक के लिए निविदा प्रक्रिया शुरू हो गई है। रॉक फॉस्फेट का भंडार उर्वरक निर्माण के लिए उपयुक्त माना गया है। जैविक खाद और रासायनिक उर्वरक जैसे सिंगल सुपर फॉस्फेट (एसएसपी) और डाई अमोनियम फॉस्फेट (डीएपी) के निर्माण में इसका प्रमुख उपयोग होता है। सौंरई गांव में 221 हेक्टेयर क्षेत्र में 16 लाख मिलियन टन रॉक फॉस्फेट का भंडार पाया गया है। इसे पांच खंडों में विभाजित किया गया है, जिनकी जिम्मेदारी विभिन्न निजी कंपनियों को सौंपी गई है।


अन्य खनिज और चुनौतियां
ललितपुर जिले में क्वार्ट्र्ज, पायरोफ्लाइट, रेड ग्रेनाइट, तांबा, जिंक, लेड और प्लेटिनम जैसे खनिज भी पाए जाते हैं। हालांकि, प्रचुर मात्रा में उपलब्धता की पुष्टि न होने के कारण इनका दोहन नहीं किया जा रहा है। जिला खनन अधिकारी अमितोष वर्मा ने बताया कि इन खनिजों का दोहन और शोधन उनकी लागत से अधिक महंगा साबित हो सकता है।

रोजगार और औद्योगिक विकास की संभावना
खनिज दोहन से जिले में रोजगार के नए अवसर पैदा होंगे। रॉक फॉस्फेट से उत्पाद निर्माण के लिए औद्योगिक इकाइयों की स्थापना से आर्थिक विकास को बढ़ावा मिलेगा।

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