Kanpur News : घर में सिर्फ पंखा, कूलर और टीवी, बिल आया छप्पर फाड़, अधिकारी बोले-जमा करना ही होगा

UPT | छप्पर फाड़ बिल

Jul 01, 2024 13:29

कानपुर में एक बार फिर बिजली विभाग की लापरवाही सामने आई है। कैंट इलाके में कच्चे मकान में रहने वाले एक उपभोक्ता का चार महीने का बिल लगभग 24 लाख रुपये आया। बिल को देखकर उपभोक्ता चकराया और अधिकारियों से पूछने गया तो ...

Short Highlights
  • 23 लाख 94 हजार 512 के बिजली बिल ने उपभोक्ता के उड़ाए होश
  • कैंट इलाके में एक उपभोक्ता को लाखों रुपये का बिजली आया  
Kanpur News : कानपुर में एक बार फिर बिजली विभाग की लापरवाही सामने आई है। कैंट इलाके में कच्चे मकान में रहने वाले एक उपभोक्ता का चार महीने का बिल 23 लाख 94 हजार 512 रुपये आया। जबकि उपभोक्ता अपने घर में ऐसा कोई उपकरण इस्तेमाल नहीं कर रहा था, जिससे बिल बेहिसाब आये। उपभोक्ता के मुताबिक वह अपने कच्चे मकान में दो कूलर, दो पंखे, एक फ्रिज और एक टीवी का इस्तेमाल कर रहा है। हालांकि जिस तरह से बिजली का बिल आया है उससे युवक हैरान है। पूछने पर अधिकारी ने कहा, बिल है तो जमा करना ही होगा।

अधिकारी बोले- चुनाव बाद ठीक होगा
बता दें कि कानपुर के कैंट इलाके में संजय नगर निवासी चंद्रशेखर प्राइवेट काम करते हैं। इनके दामाद रंजीत कुमार ने बताया कि घर में बिजली का बिल करीब पांच महीने से नहीं आ रहा था। दो माह पहले जानकारी करने फूलबाग सब स्टेशन पहुंचे तो अधिकारियों ने जानकारी दी कि पोर्टल पर बिल संशोधन समेत आदि कार्य किए जा रहे हैं, जिसकी वजह से बिल नहीं आ रहा है। चुनाव के बाद सब कार्य होंगे। चुनाव खत्म और शपथ ग्रहण होने के बाद वह बीते सप्ताह सब स्टेशन में दोबारा जानकारी करने पहुंचे।

एसडीओ ने सब्र करने को बोला
बताया कि लखनऊ से मीटर होल्ड हो गया है, इस वजह से बिल नहीं निकल पा रहा है। उसके बाद जेई ने रंजीत को एसडीओ के पास भेज दिया। एसडीओ ने रंजीत से थोडे दिन सब्र करने को बोला। जब वह शनिवार को सब स्टेशन में जानकारी करने फिर से पहुंचे तो अधिकारियों ने रंजीत को 23 लाख 94 हजार 512 रुपये का बिजली का बिल थमा दिया। रंजीत का आरोप है कि इस संबंध में जब सब स्टेशन में मौजूद जेई और एसडीओ से जानकारी कर बिल में संशोधन करने और घर में चलने वाले उपकरणों की जानकारी दी तो अधिकारी बोले कि जो भी बिल आया है, उसे जमा तो करना ही पड़ेगा। 

केस्को मीडिया प्रभारी ने मानी व्यवस्था में खामी
इस पूरे मामले पर केस्को मीडिया प्रभारी श्रीकांत रंगीला ने कहा कि सिस्टम में कमी की वजह से ऐसा हुआ होगा। बिल में संशोधन का काम किया जाएगा। इसके अलावा संबंधित सबस्टेशन से भी जानकारी ली जाएगी कि गलती कहां हुई।

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