Kanpur News : इस्पात उद्योग में नवाचार को बढ़ावा देने के लिए SAIL के साथ IIT ने किया समझौता

UPT | एमओयू साइन करते आईआईटी के प्रो. तरुण गुप्ता और सेल के कार्यकारी निदेशक संदीप कुमार।

Jul 26, 2024 12:46

कानपुर के भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (IITK) ने अनुसंधान, विकास और परामर्श अध्ययनों में सहयोग बढ़ाने के लिए आज स्टील अथॉरिटी ऑफ इंडिया लिमिटेड (SAIL) के साथ एक समझौता ज्ञापन (MoU) पर...

Kanpur News : कानपुर के भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (IITK) ने अनुसंधान, विकास और परामर्श अध्ययनों में सहयोग बढ़ाने के लिए आज स्टील अथॉरिटी ऑफ इंडिया लिमिटेड (SAIL) के साथ एक समझौता ज्ञापन (MoU) पर हस्ताक्षर किया है। इस समझौता ज्ञापन का उद्देश्य इस्पात उद्योग के भीतर प्रमुख तकनीकी चुनौतियों का समाधान करने में उनके संयुक्त प्रयासों को आगे बढ़ाना है। इस समझौता ज्ञापन पर आईआईटी कानपुर के रिसर्च एण्ड डेवलपमेंट के डीन प्रोफेसर तरुण गुप्ता और सेल के आयरन एण्ड स्टील रिसर्च एंड डेवलपमेंट सेंटर (RDCIS) के कार्यकारी निदेशक संदीप कुमार कर ने हस्ताक्षर किए। 

चुनौतियों से ​निपटने में मदद मिलेगी
कानपुर आईआईटी के निदेशक प्रो. मणीन्द्र अग्रवाल ने कहा कि कि हम सेल (SAIL) के साथ इस नए सहयोग को शुरू करने से बहुत खुश हैं, जो उद्योग के साथ आईआईटी कानपुर की भागीदारी को आगे बढ़ाने में एक महत्वपूर्ण कदम है। हम इस्पात मंत्रालय के सहयोग से एक सेक्शन 8 कंपनी के गठन के माध्यम से इस्पात उद्योग में तकनीकी नवाचार के लिए अनुसंधान एवं विकास के प्रति अपनी प्रतिबद्धता को मजबूत करने का भी प्रस्ताव रखते हैं। यह मॉडलिंग और सिमुलेशन सहित डिजिटल प्रौद्योगिकियों में हमारी अंतर्निहित शक्तियों का लाभ उठाएगा, ताकि इस्पात क्षेत्र में देश के सामने आने वाली महत्वपूर्ण चुनौतियों का समाधान प्रदान किया जा सके।

प्रगति के लिए मंच तैयार करेगी साझेदारी
भारत सरकार इस्पात मंत्रालय के सचिव नागेंद्र नाथ सिन्हा ने कहा कि आईआईटी कानपुर और सेल ने स्टील डीकार्बोनाइजेशन, डीआरआई उत्पादन में हाइड्रोजन का उपयोग, अपशिष्ट उपयोग, लीन अयस्क के खनिज लाभकारीकरण और थोक सामग्री की आवाजाही आदि से संबंधित तकनीकी चुनौतियों का समाधान करने के लिए एक सहयोगात्मक प्रयास किया है। यह समझौता ज्ञापन इस्पात उद्योग की भविष्य की जनशक्ति आवश्यकताओं को हल करने की दिशा में एक कदम भी दर्शाता है। नागेन्द्र नाथ सिन्हा ने आईआईटी कानपुर, आरडीसीआईएस और एनएमडीसी के पास उपलब्ध प्रयोगशाला सुविधाओं के पारस्परिक उपयोग करने पर भी सहमति जताई। बता दें कि यह साझेदारी सहयोगात्मक अनुसंधान और नवाचार के माध्यम से इस्पात उद्योग प्रौद्योगिकियों में महत्वपूर्ण प्रगति के लिए मंच तैयार करेगी।

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