UP NEWS : मुख्यमंत्री बोले-कांवड़ यात्रा में बजेंगे डीजे, शिवभक्तों की होगी खास सुरक्षा, अधिकारियों को दिए ये निर्देश

UPT | मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ

Jul 01, 2024 00:29

प्रदेश में कावड़ यात्रा की तैयारियों को लेकर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने रविवार को अधिकारियों के साथ बैठक में कहा कि उत्तराखंड में डीजे बजाने पर रोक है, लेकिन हम रोक नहीं लगाएंगे। वॉल्यूम को जरूर नियंत्रित रखें।

Short Highlights
  • सीएम योगी ने कांवड़ यात्रा की तैयारियों को लेकर अधिकारियों को दिए निर्देश
  • संचारी रोग अभियान को प्रभावी बनाने पर विशेष जोर
Lucknow News : उत्तर प्रदेश में आगामी 22 जुलाई से शुरू हो रही कावड़ यात्रा में डीजे बजाने पर रोक नहीं होगी। इसके साथ ही शिवभक्तों की खास सुरक्षा के साथ कावड़ यात्रा के मार्गों की खास निगरानी की जाएगी। प्रदेश में कावड़ यात्रा की तैयारियों को लेकर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने रविवार को अधिकारियों के साथ बैठक में कहा कि उत्तराखंड में डीजे बजाने पर रोक है, लेकिन हम रोक नहीं लगाएंगे। वॉल्यूम को जरूर नियंत्रित रखें। ताकि कोई दुर्घटना न हो। उन्होंने कहा कि कावड़ यात्रा के मार्गों की खास निगरानी हो। मिश्रित इलाकों में अधिक सुरक्षा देनी होगी। जंक्शन प्वाइंट और संवेदनशील स्थानों पर पर्याप्त पुलिस बल की तैनाती हो। इसके साथ ही जगन्नाथ यात्रा, मोहर्रम रक्षाबंधन, सावन मेला की तैयारियों में कमी न रहे। प्रदेश के सभी कमिश्नर, डीएम, एसपी, अधिशासी अधिकारी और नगर आयुक्त वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से बैठक में जुड़े। करीब डेढ़ घंटे तक चली बैठक में मुख्यमंत्री ने कई अहम निर्देश दिए।

कावंड़ यात्रा आस्था के उत्साह का आयोजन 
मुख्यमंत्री ने कहा कि कावंड़ यात्रा आस्था के उत्साह का आयोजन है। परंपरागत रूप से नृत्य, गीत, संगीत इसका हिस्सा रहे हैं। यह सुनिश्चित करें कि डीजे, गीत-संगीत की आवाज निर्धारित मानकों के अनुरूप ही हो। डीजे की ऊंचाई एक तय सीमा से अधिक नहीं होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि श्रद्धालुओं की आस्था का सम्मान करते हुए कांवड़ यात्रा मार्ग पर कहीं भी खुले में मांस आदि का खरीद-बिक्री न हो। यात्रा मार्ग पर स्वच्छ्ता के साथ स्ट्रीट लाइट की अच्छी व्यवस्था हो। कांवड़ यात्रा के मार्ग पर जर्जर बिजली के खंभे, झूलते-लटकते बिजली के तार आदि प्रबंधन समय से कर लिया जाए। ताकि शिवभक्तों को समस्या न हो, किसी प्रकार की दुर्घटना की स्थिति न आए।

ताजिया की ऊंचाई तय सीमा से अधिक न हो
मोहर्रम जुलूस के दौरान निकलने वाली ताजिया से जुड़ी समितियों और पीस कमेटी के साथ स्थानीय प्रशासन द्वारा संवाद-समन्वय बनाया जाए। विगत वर्ष कुछ स्थानों पर दुर्घटनाएं घटित हुई थीं। उनसे सीख लेते हुये इस वर्ष सभी आवश्यक प्रबंध किए जाने चाहिए। ताजिया की ऊंचाई परंपरा के अनुरूप ही हो। दुर्घटना का कारक बनने वाले अनावश्यक रूप से ओवरसाइज ताजिया जुलूस में न शामिल हों।

धार्मिक यात्राओं में नहीं होना चाहिए अस्त्र-शस्त्र का प्रदर्शन 
सीएम योगी ने कहा कि धार्मिक यात्राओं और जुलूसों में किसी प्रकार के अस्त्र-शस्त्र का प्रदर्शन नहीं होना चाहिए। ऐसी कोई घटना न हो, जिससे दूसरे धर्म के लोगों की भावनाएं आहत हों। ताजिया वहीं रखे जाएं जहां किसी प्रकार का विवाद न हो। नया विवाद सामने आता है तो पहले उसका निस्तारण करें फिर निर्णय लें। उन्होंने कहा कि कांवड़ शिविर लगाए जाने के स्थान पहले से चिन्हित हों, ताकि आवागमन बाधित न हो। कांवड़ शिविर लगाने वालों का सत्यापन करें। अराजक तत्वों के साथ पूरी कठोरता से निपटा जाए। ड्रोन से भी निगरानी करें। कांवड़ यात्रियों को अपातकाल में तत्काल स्वास्थ्य सेवा उपलब्ध होनी चाहिए। अयोध्या के श्रावण मेले में आने वाले श्रद्धालुओं के सुविधा के दृष्टिगत सभी आवश्यक प्रबंध समय से कर लिए जाएं।

संचारी रोग अभियान को प्रभावी बनाना सामूहिक जिम्मेदारी
सीएणम योगी ने कहा कि प्रतिवर्ष अप्रैल, जुलाई, अक्टूबर में संचारी रोगों पर प्रभावी नियंत्रण के लिए अंतर्विभागीय समन्वय के साथ विशेष अभियान संचालित होता है। इस वर्ष 01 जुलाई से इसका नया चरण प्रारंभ हो रहा है। अभियान को प्रभावी बनाना सामूहिक जिम्मेदारी है। इस अभियान की सफलता के लिए सरकारी प्रयास के साथ-साथ जनसहभागिता भी महत्वपूर्ण है। पूर्व के अनुभवों को देखते हुए संवेदनशील क्षेत्रों पर विशेष ध्यान दिया जाए। 

'स्टॉप डायरिया' के संकल्प पर करें कार्य
उन्होंने कहा कि इस वर्ष संचारी रोग नियंत्रण अभियान के अंतर्गत हमें 'स्टॉप डायरिया' के संकल्प को लेकर भी कार्य करना है। हमारा लक्ष्य है पांच वर्ष से कम आयु के बच्चों में दस्त के कारण मृत्यु की आशंका को समाप्त करना। मुख्यमंत्र ने कहा कि बरसात का मौसम शुरू हो चुका है। यह समय बीमारियों की दृष्टि से अत्यंत संवेदनशील है। ऐसे में स्वास्थ्य विभाग के पूरे तंत्र को चौबीस घंटे और सातों दिन अलर्ट मोड में रहना होगा। यह सुनिश्चित किया जाए कि आगामी तीन माह की अवधि में स्वास्थ्य विभाग के अंतर्गत किसी सीएमओ व अन्य चिकित्सक का स्थानांतरण न हो।

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