UP Flood : 24 जनपद अतिसंवेदनशील और 16 जिले संवेदनशील घोषित, एनडीआरएफ-एसडीआरएफ तैनात

UPT | बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में अलर्ट रहने के दिए निर्देश।

Jul 02, 2024 18:11

प्रदेश में हर वर्ष गंगा, यमुना, घाघरा, सरयू आदि नदियों का विभिन्न जनपदों में जलस्तर खतरे के निशान को पार कर जाता है। इसके अलावा सीमावर्ती राज्यों से बैराज से पानी छोड़ने के कारण भी नदियां उफान पर पहुंचकर तबाही लाती हैं।

Short Highlights
  • मानसून के रफ्तार पकड़ने ही नदियों में उफान आने की संभावना
  • सीमावर्ती राज्यों से बैराज से पानी छोड़ने के कारण बढ़ेगा जलस्तर
Lucknow News : मानसून के दाखिल होने के साथ ही जनजीवन पर इसका असर पड़ने लगा है। राजधानी लखनऊ सहित कई जगह शुरुआती बारिश में ही जहां जलभराव की स्थिति देखने को मिल रही है। वहीं मानसून के रफ्तार पकड़ने के साथ नदियों के जलस्तर में भी इजाफा देखने को मिलेगा। प्रदेश में हर वर्ष गंगा, यमुना, घाघरा, सरयू आदि नदियों का विभिन्न जनपदों में जलस्तर खतरे के निशान को पार कर जाता है। इसके अलावा सीमावर्ती राज्यों से बैराज से पानी छोड़ने के कारण भी नदियां उफान पर पहुंचकर तबाही लाती हैं। ऐसे में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अभी से अधिकारियों को बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में अलर्ट रहने के आदेश दिये हैं। मुख्यमंत्री की समीक्षा के बाद प्रदेश के अतिसंवेदनशील और संवेदनशील जनपदों के आसपास एनडीआरएफ, एसडीआरएफ और पीएसी की तैनाती कर दी गई है। कई जगह स्थिति की संवेदनशीलता को देखते हुए तीनों की तैनाती की गई है। 

बाढ़ को लेकर टीमें मुस्तैद
प्रमुख सचिव राजस्व पी. गुरु प्रसाद ने मंगलवार को बताया कि बाढ़ से निपटने के लिए प्रदेश को तीन भागों में बांटा गया है। इसमें 24 जनपद अतिसंवेदनशील श्रेणी, 16 जिले संवेदनशील और 35 जनपद सामान्य श्रेणी में शामिल किए गए हैं। इन जनपदों में विशेष निगरानी के लिए टीमों का गठन कर अलर्ट कर दिया गया है। इनमें अतिसंवेदनशील और संवेदनशील जनपदों में बाढ़ से निपटने के लिए आसपास के जनपदों में एनडीआरएफ की 7 टीमें, एसडीआरएफ की 18 टीमें और पीएसी की 17 टीमों की प्रीपोजीशनिंग की जा चुकी है। 

लखनऊ सहित नौ जिलों में एनडीआरएफ की सात टीमें तैनात
राहत आयुक्त जीएस नवीन ने बताया कि एनडीआरएफ की सात टीमों को लखनऊ, गोरखपुर, वाराणसी, बहराइच, लखीमपुर खीरी, बलिया, बरेली, अलीगढ़ एवं प्रयागराज में तैनात किया गया है। इसके अलावा एसडीआरएफ की 18 टीमों को लखनऊ, प्रयागराज, मुरादाबाद, इटावा, सहारनपुर, मथुरा, गोरखपुर, वाराणसी, अयोध्या और मीरजापुर में तैनात किया गया है। वहीं पीएसी की 17 टीमों को सीतापुर, प्रयागराज, बरेली, फतेहपुर, आगरा, आजमगढ़, मुरादाबाद, गोरखपुर, गोंडा, लखनऊ, वाराणसी, कानपुर नगर, हमीरपुर, गाजियाबाद, एटा और मेरठ में तैनात किया गया है। राहत आयुक्त ने बताया कि कुछ जिलों में एनडीआरएफ, एसडीआरएफ और पीएसी तीनों को तैनात किया गया है, जिससे यह दल बाढ़ से ज्यादा प्रभावित जनपदों में तत्काल पहुंचकर राहत कार्यों को तेजी से पूरा कर सकें। 

24 जनपद अतिसंवेदनशील और संवेदनशील जनपद
प्रदेश में 24 जनपदों को अतिसंवेदनशील की श्रेणी में रखा गया है। इनमें सीतापुर, बलरामपुर, अयोध्या, मऊ, फर्रुखाबाद, बदायूं, अंबेडकरनगर, श्रावस्ती, आजमगढ़, संतकबीरनगर, पीलीभीत, बाराबंकी, महराजगंज, कुशीनगर, लखीमपुर खीरी, गोरखपुर, बस्ती, बहराइच, बिजनौर, सिद्धार्थनगर, गाजीपुर, गोंडा, बलिया और देवरिया शामिल हैं। वहीं 16 जनपदों को संवेदनशील श्रेणी में रखा गया हैं। इनमें लखनऊ, शाहजहांपुर, कासगंज, सहारनपुर, शामली, अलीगढ़, बरेली, हमीरपुर, गौतमबुद्धनगर, रामपुर, प्रयागराज, बुलंदशहर, मुरादाबाद, हरदोई, वाराणसी और उन्नाव शामिल हैं।

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