भाषा से पहचानिए असली संत-महंत : अखिलेश की टिप्पणी से भड़के केशव मौर्य बोले- आपकी भाषा सपा को बनायेगी समाप्त वादी पार्टी

UPT | Akhilesh Yadav-Keshav Maurya

Sep 20, 2024 14:35

उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने कहा कि सपा मुखिया अखिलेश यादव आप कांग्रेस के मोहरा और राहुल गांधी के दरबारी बनने के बाद से भाषा की मर्यादा भूल गए हैं और आपकी बयानबाजी से केवल संपूर्ण संत समाज का ही नहीं प्रदेश की 25 करोड़ जनता का भी अपमान हो रहा है।

Short Highlights
  • अखिलेश यादव ने सीएम योगी का नाम लिए बगैर किया कटाक्ष
  • केशव मौर्य ने सपा अध्यक्ष की भाषा शैली पर उठाए सवाल
  • भाजपा विधायक राजेश्वर सिंह ने जातिवाद की राजनीति को बताया लोकतंत्र के मस्तक पर कलंक
Lucknow News : उत्तर प्रदेश की​ सियासत में इन दिनों बयानबाजी का सिलसिला तेज हो गया है। सत्ता पक्ष और विरोधी दलों की ओर से किसी मुद्दे को लेकर एक दूसरे पर लगातार हमला बोला जा रहा है। दोनों पक्षों की ओर से एक दूसरे पर तंज कसने का कोई मौका नहीं छोड़ा जा रहा है। एक दूसरे की सरकार के दौरान हुए कार्यों को निशाना बनाने के साथ अब खुलकर निजी टिप्पणी की जा रही है। अखिलेश यादव की मठाधीश और माफिया वाली टिप्पणी के बाद सत्तापक्ष हमलावर हो गया है तो सपा से भी तंज कसने का सिलसिला जारी है।

अखिलेश यादव से सार्वजनिक रूप से माफी की मांग
अखिलेश यादव ने शुक्रवार को सोशल मीडिया पर 'भाषा से पहचानिए असली संत-महंत, साधु वेष में घूमते जग में धूर्त अनंत' के जरिए निशाना साधा। इसके बाद उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य भी सियासी बयानबाजी में कूद पड़े हैं।  उन्होंने कहा कि सपा मुखिया अखिलेश यादव आप कांग्रेस के मोहरा और राहुल गांधी के दरबारी बनने के बाद से भाषा की मर्यादा भूल गए हैं और आपकी बयानबाजी से केवल संपूर्ण संत समाज का ही नहीं प्रदेश की 25 करोड़ जनता का भी अपमान हो रहा है। ऐसे बयान के लिए आप सार्वजनिक रूप से क्षमा मांगें। आपकी भाषा ही सपा को समाप्त वादी पार्टी बनायेगी।



विधायक राजेश्वर सिंह ने जातिवाद पर किया कटाक्ष
इसके साथ ही सरोजनी नगर से भाजपा विधायक राजेश्वर सिंह ने भी बिना नाम लिए अखिलेश यादव पर कटाक्ष किया। उन्होंने सोशल साइट एक्स पर लिखा कि 'जातिवाद' की राजनीति लोकतंत्र के मस्तक पर सबसे बड़ा कलंक है। भावी पीढ़ी के उज्जवल भविष्य की राह में सबसे बड़ी बाधा है जातिवाद। जातिवाद की राजनीति समाज में वैमनस्यता और विभाजन के बीज बोती है। जातिवाद की जकड़न में कराहते लोकतंत्र को देखकर हमारे महान स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों की आत्मा व्यथित हो जाती होगी। भाजपा विधायक ने लिखा कि जातिवाद अशिक्षित नेताओं की स्वकेंद्रित राजनीति का सबसे बड़ा हथियार है। जातिवाद की राजनीति एक जहर है। सीएम योगी और अखिलेश यादव में आरोप-प्रत्यारोप
इससे पहले सीएम योगी आदित्यनाथ ने गुरुवार को अपने बयान में कहा कि जैसे कुत्ते की दुम सीधी नहीं हो सकती, वैसे सपा के गुंडे भी सीधे नहीं हो सकते। माफियाओं के सामने नाक रगड़ने वाला व्यक्ति, दंगाईयों के सामने घुटने टेकने वाला व्यक्ति आज भारत की संत परंपरा को माफिया कहता है, ये उनके संस्कार है। बबुआ अपने राज में 12 बजे सोकर उठते थे और माफिया सरकार चलाते थे। इस पर अखिलेश यादव ने कहा कि कुछ लोग अपशब्दों का विश्व रिकॉर्ड बनाने लगे हैं। उन्होंने कहा कि आप मेरी भी तस्वीर देख लो और उनकी भी तस्वीर देख लो और माफिया कौन लगेगा बता दो। उन्होंने कहा कि जो क्रोध करेगा वो योगी नहीं हो सकता, इसलिए ये मठाधीश मुख्यमंत्री हैं। मठाधीश मुख्यमंत्री से आप उम्मीद ही क्या करेंगे? बीजेपी जब से हारी है तब से संतुलन बिगड़ा हुआ है। उन्होंने कहा सपा और कांग्रेस भस्मासुर हैं, भस्मासुर दो नहीं हो सकते हैं। बीजेपी अपने भस्मासुर को ढूंढ रही है।

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