लखनऊ विश्वविद्यालय में रैगिंग के ताजा प्रकरण को लेकर इसलिए भी सवाल उठ रहे हैं कि छात्र को इतने दिन तक उसके सीनियर परेशान करते रहे। वह मानसिक और शारीरिक प्रताड़ना का शिकार हुआ। लेकिन, शिक्षकों को इसकी भनक तक नहीं लगी। आखिरकार पीड़ित को हॉस्टल छोड़ने के लिए मजबूर होना पड़ा।