Lucknow News: अकबरनगर में बुलडोजर एक्शन जारी, बिजली-पानी आपूर्ति बंद होने के बाद लोग खाली कर रहे मकान

UPT | Lucknow Akbarnagar Update

Jun 15, 2024 15:40

अकबरनगर में शनिवार को भी ध्वस्तीकरण अभियान जारी रहा। कई मकान खाली कराए गए। प्रभावित लोगों को बसंत कुंज योजना के प्रधानमंत्री आवास में शिफ्ट कराया जा रहा है, उन्हें कब्जा दिया जा रहा है।

Short Highlights
  • मकानों को टूटता देख निराश हुए लोग
  • नगर निगम ने 42 लोडरों का उपयोग कर मकान कराए खाली
Lucknow News:  लखनऊ विकास प्राधिकरण (एलडीए) ने कुकरैल नदी के पुनरुद्धार के लिए अकबर नगर प्रथम में 165 अवैध निर्माणों को ध्वस्त करने की कार्रवाई तेज कर दी है। इस अभियान में 27 बुलडोजरों का उपयोग किया जा रहा है। शनिवार को भी ध्वस्तीकरण अभियान जारी रहा। कई मकान खाली कराए गए। इस दौरान विरोध कर रहे कुछ लोगों को पुलिस बल ने खदेड़ दिया। प्रभावित लोगों को बसंत कुंज योजना के प्रधानमंत्री आवास में शिफ्ट कराया जा रहा है, उन्हें कब्जा दिया जा रहा है, जिससे वह बेघर नहीं हों।

मकानों को टूटता देख निराश हुए लोग
एलडीए ने 12 जेसीबी और 15 पोकलेन की मदद से पहले बंधे और मेन रोड पर बने मकान, दुकान, शोरूम आदि गिराकर अंदर मोहल्ले में जाने का रास्ता बनाया। इसके बाद पोकलेन मशीनें गलियों में पहुंचकर मकान गिराने का काम किया। इस कार्रवाई के दौरान लोगों में आक्रोश देखा गया, कई लोग अपने मकानों को टूटता देख निराश हो गए। विरोध को रोकने के लिए हर दो-तीन मकानों के बीच पुलिसकर्मी तैनात किए गए थे।

नगर निगम ने 42 लोडरों का उपयोग कर मकान खाली कराया
बैरिकेडिंग करके किसी को आने-जाने नहीं दिया गया और दो शिफ्ट में चली कार्रवाई में कुल 165 भवन तोड़े गए, जबकि गुरुवार को 55 अवैध निर्माण ध्वस्त किए गए थे। आगे की कार्रवाई के लिए एलडीए और नगर निगम ने नदी और पीछे की तरफ के मकान खाली कराए, जिसके लिए 42 लोडरों का उपयोग किया गया। दिनभर मकान खाली करने का सिलसिला चलता रहा, लोग अपने मकानों से सामान निकालते रहे।

90 प्रतिशत काम पूरा
शाम तक 90 फीसदी क्षेत्र खाली हो गया। एलडीए के उपाध्यक्ष डॉ. इंद्रमणि त्रिपाठी, डीसीपी सेंट्रल रवीना त्यागी, और अपर सचिव ज्ञानेंद्र वर्मा ने गलियों का भ्रमण किया और जल्द खाली करने की चेतावनी दी। अब तक प्रथम और द्वितीय क्षेत्र में 614 अवैध निर्माण ध्वस्त किए जा चुके हैं। अभियान के दौरान मकान टूटते देख कई परिवारों के लोग भावुक हो गए। मीना नाम की महिला ने बताया कि बड़ी मेहनत से बनाए मकान को पल भर में टूटते देखना दुखद था। कुछ महिलाओं की तबीयत खराब हो गई, जिन्हें एंबुलेंस से अस्पताल भेजा गया। क्षेत्र की संवेदनशीलता को देखते हुए रैपिड एक्शन फोर्स (आरएएफ) की तैनाती की गई थी, जिसे 20 जून तक के लिए पुनः मांगा गया है।

अपर सचिव को महिलाओं और पुरुषों ने घेरा
ध्वस्तीकरण के दौरान उपाध्यक्ष और अपर सचिव को महिलाओं और पुरुषों ने घेरकर अपनी समस्याएं बताई। कुछ ने आवास आवंटन में गलती की शिकायत की। उपाध्यक्ष ने समाधान का आश्वासन दिया। विस्थापितों के लिए एलडीए ने 79 परिवारों को बंसतकुंज योजना के शहरी आवासों में शिफ्ट कराया। एलडीए के मुताबिक, अब तक 1800 विस्थापितों को आवास दिए गए हैं, जिनमें से 971 परिवारों ने अपने आवासों पर कब्जा प्राप्त किया है। अगर कोई परिवार छूट गया है, तो उसका पंजीयन कराया जा रहा है।
 

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