डिजिटल अरेस्ट हुए कवि नरेश सक्सेना : साइबर अपराधियों ने नकली सीबीआई बनकर मांगे पैसे, आधार वैरिफिकेशन के नाम पर ली सारी जानकारी

UPT | Naresh saxena

Jul 09, 2024 12:22

7 जुलाई को दोपहर लगभग 3 बजे, उन्हें एक व्हाट्सएप वीडियो कॉल आई जिसमें कॉलर ने खुद को सीबीआई इंस्पेक्टर रोहन शर्मा बताया। अपराधी ने सक्सेना को बताया कि उनके आधार कार्ड...

Short Highlights
  • कवि नरेश सक्सेना साइबर अपराधी के शिकार होते-होते बचे
  • कॉलर ने खुद को सीबीआई इंस्पेक्टर रोहन शर्मा बताया
  • सक्सेना ने कई घंटों तक अपराधी को अपनी रचनाएं सुनाईं
Lucknow News : लखनऊ के प्रतिष्ठित कवि नरेश सक्सेना एक चतुर साइबर अपराधी के शिकार होते-होते बचे। दरअसल, 7 जुलाई को दोपहर लगभग 3 बजे, उन्हें एक व्हाट्सएप वीडियो कॉल आई जिसमें कॉलर ने खुद को सीबीआई इंस्पेक्टर रोहन शर्मा बताया। अपराधी ने सक्सेना को बताया कि उनके आधार कार्ड का दुरुपयोग कर मुंबई में एक बैंक खाता खोला गया है, जिससे करोड़ों रुपये की मनी लॉन्ड्रिंग हो रही है।

डिजिटल गिरफ्तार किया
इतना ही नहीं, कथित अधिकारी ने नरेश सक्सेना को धमकाया कि उनके खिलाफ मामला दर्ज हो चुका है और गिरफ्तारी वारंट जारी किया जा चुका है। उसने सक्सेना को "डिजिटल गिरफ्तार" करने का दावा किया और उन्हें अपने कमरे में बंद रहने का आदेश दिया। जालसाज ने राष्ट्रीय सुरक्षा का हवाला देते हुए सक्सेना से महत्वपूर्ण व्यक्तिगत और वित्तीय जानकारी मांगी।

शायरी और कविताएं भी सुनीं
वहीं जब अपराधी को पता चला कि सक्सेना एक कवि हैं, तो उसने उनसे अपनी कविताएं और शायरी सुनाने को कहा। इस अजीब अनुरोध के बावजूद, सक्सेना ने कई घंटों तक अपराधी को अपनी रचनाएं सुनाईं। यहाँ तक कि उन्होंने बांसुरी भी बजाई। यह स्थिति लगभग छह घंटे तक चली।

परिजनों के साहस से बचे
ऐसे में जब, नरेश सक्सेना के परिवार के सदस्यों को संदेह हुआ और उन्होंने दरवाजा खटखटाया। जब सक्सेना ने दरवाजा खोला, तो उनके परिजनों ने तुरंत कॉल काटने की सलाह दी। जिसपर अपराधी ने धमकी दी कि अगर कॉल काट दी गई तो सक्सेना को जेल जाना पड़ेगा, लेकिन सक्सेना की बहू ने साहस दिखाते हुए कॉल काट दी, जिससे यह घटना समाप्त हो गई।

पोस्ट कर साझा किया
इस अनुभव के बाद, सक्सेना ने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट साझा करके लोगों को इस तरह के साइबर धोखाधड़ी के प्रति सचेत किया। उन्होंने व्यंग्यात्मक रूप से टिप्पणी की कि आज के समय में जब कोई कविता सुनना नहीं चाहता, तब इस धोखेबाज ने घंटों उनकी कविताएं सुनीं। सक्सेना ने सभी को सतर्क रहने और ऐसे साइबर अपराधियों के जाल में न फंसने की सलाह दी।

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