विद्यालयों को कौशल विकास केंद्रों के रूप में विकसित करने की दिशा में तेजी से काम कर रही है। राज्य के उच्च प्राथमिक, कम्पोजिट और पीएमश्री विद्यालयों में विज्ञान और गणित के शिक्षकों को कौशल आधारित शिक्षा देने के लिए एक पायलट प्रोजेक्ट के तहत प्रशिक्षण दिया जा रहा है।