सवाल उठ रहे हैं कि आखिर तीन स्तरीय क्वालिटी कंट्रोल की व्यवस्था होने के बावजूद भी घटिया क्वालिटी के एरियल बच कंडक्टर क्यों लगाए गए। इसकी मॉनीटरिंग करने के लिए करोड़ों रुपए की थर्ड पार्टी एजेंसी लगाई गई है। इसके बावजूद इतनी बड़ी चूक कैसे हो गई। आरोप है कि अब चार एलटी केबल कंपनियां की घटिया क्वालिटी की रिपोर्ट आने के बाद उच्चाधिकारियों के स्तर पर मामले को दबाने की कोशिश की जा रही है।