एड्स जागरूकता को ट्रांसजेंडर प्रतिभागियों सहित छात्र-छात्राओं की रेड रन मैराथन : स्वास्थ्य और सुरक्षा का दिया संदेश

UPT | एड्स के प्रति जागरूकता को लेकर रेड रन मैराथन

Oct 19, 2024 17:41

इस दौड़ का आयोजन युवाओं को एचआईवी-एड्स संक्रमण से बचाव और जागरूकता का संदेश देने के लिए किया गया था। इसमें लखनऊ विश्वविद्यालय के राष्ट्रीय सेवा योजना के विद्यार्थियों ने भी भाग लिया।

Lucknow News : लखनऊ में शनिवार को हजारों छात्र-छात्राओं ने एचआईवी और एड्स जैसी यौन जनित बीमारियों के प्रति जागरूकता फैलाने के लिए आयोजित रेड रन मैराथन में भाग लिया। इस आयोजन का उद्देश्य युवाओं को इन बीमारियों के बारे में जानकारी देना और उनकी सुरक्षा के प्रति सजग बनाना था। मैराथन की दौड़ जनेश्वर मिश्र पार्क के गेट नंबर 2 से शुरू होकर गेट नंबर 6 तक गई और फिर वापसी करते हुए गेट नंबर 2 पर समाप्त हुई। इस आयोजन में लगभग 1,000 प्रतिभागियों ने हिस्सा लिया और अंत में विजेताओं को सम्मानित किया गया।

उद्घाटन और आयोजन का उद्देश्य
उत्तर प्रदेश राज्य एड्स नियंत्रण सोसाइटी (यूपीसैक्स) के तत्वावधान में आयोजित इस मैराथन का उद्घाटन उत्तर प्रदेश राज्य एड्स नियंत्रण सोसाइटी के अपर परियोजना निदेशक रवींद्र कुमार और लखनऊ विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर आलोक कुमार रॉय ने सुबह छह बजे हरी झंडी दिखाकर किया। इस दौड़ का आयोजन युवाओं को एचआईवी-एड्स संक्रमण से बचाव और जागरूकता का संदेश देने के लिए किया गया था। इसमें लखनऊ विश्वविद्यालय के राष्ट्रीय सेवा योजना (NSS) के विद्यार्थियों ने भी भाग लिया।



राष्ट्रीय स्तर पर मौका: विजेताओं को मिलेगा बड़ा अवसर
यूपीसैक्स के संयुक्त निदेशक रमेश श्रीवास्तव ने बताया कि राज्य स्तर पर विजयी प्रतिभागियों को राष्ट्रीय स्तर की मैराथन प्रतियोगिता में भाग लेने का अवसर मिलेगा। इस पहल से छात्रों में न सिर्फ स्वास्थ्य के प्रति जागरूकता बढ़ेगी बल्कि उन्हें राष्ट्रीय स्तर पर अपने कौशल को प्रदर्शित करने का भी मौका मिलेगा। कार्यक्रम में लखनऊ विश्वविद्यालय के एनएसएस समन्वयक डॉ. अमरेन्द्र कुमार समेत अन्य वरिष्ठ अधिकारी भी उपस्थित रहे।

पुरुष वर्ग में पुरस्कार विजेता
पुरुष वर्ग की प्रतियोगिता में सीतापुर के अभिषेक ने प्रथम स्थान प्राप्त कर 10,000 रुपये नकद, मेडल और गिफ्ट हैंपर जीता। मऊ के राहुल ने दूसरा स्थान पाकर 7,000 रुपये और गुलशन कुमार ने तीसरा स्थान हासिल कर 5,000 रुपये नकद पुरस्कार, मेडल और गिफ्ट हैंपर जीते। विजेताओं की यह सफलता उन्हें राष्ट्रीय स्तर की प्रतियोगिताओं में भी भागीदारी दिलाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम साबित होगी।

महिला वर्ग में प्रतिभा का सम्मान
महिला वर्ग में मऊ की अंकिता यादव ने प्रथम स्थान प्राप्त कर 10,000 रुपये नकद, मेडल और गिफ्ट हैंपर जीता। मुरादाबाद की आशी ने दूसरा स्थान पाकर 7,000 रुपये और सीतापुर की खुशनूर ने तीसरा स्थान हासिल कर 5,000 रुपये का नकद पुरस्कार प्राप्त किया। यह पुरस्कार न केवल उनके शारीरिक कौशल को मान्यता देता है, बल्कि उन्हें स्वास्थ्य और जागरूकता के संदेश को आगे बढ़ाने का अवसर भी प्रदान करता है।

ट्रांसजेंडर प्रतिभागियों का योगदान
ट्रांसजेंडर श्रेणी में मेरठ के हुसैन ने प्रथम स्थान प्राप्त किया और 10,000 रुपये नकद पुरस्कार जीता। मेरठ के शिराज ने दूसरा स्थान पाकर 7,000 रुपये और झांसी की जोया ने तीसरा स्थान प्राप्त कर 5,000 रुपये का नकद पुरस्कार जीता। इस वर्ग में विजेताओं का सम्मान उनके साहस और प्रेरणा का प्रतीक है, जो समाज में समानता और स्वीकृति के महत्व को दर्शाता है।

एनएसएस विद्यार्थियों की उत्कृष्ट भागीदारी
राष्ट्रीय सेवा योजना के विद्यार्थियों में सूरज वर्मा और माया यादव ने प्रथम स्थान प्राप्त कर 10,000 रुपये, मेडल और गिफ्ट हैंपर जीते। सुभाष सिंह और नमिता कुमारी ने दूसरा स्थान पाकर 7,000 रुपये, जबकि सूरज यादव और किरन कुमारी ने तीसरा स्थान हासिल कर 5,000 रुपये का नकद पुरस्कार प्राप्त किया। इसके अलावा, अन्य पांच प्रतिभागियों को सांत्वना पुरस्कार भी प्रदान किए गए।

राष्ट्रीय प्रतियोगिता की ओर बढ़ते कदम
यह आयोजन न केवल एचआईवी-एड्स जागरूकता को बढ़ावा देने का एक प्रयास था, बल्कि छात्रों को उनके शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य के प्रति सजग बनाने का भी एक सशक्त मंच प्रदान किया गया। विजेता छात्र-छात्राएं अब राष्ट्रीय मैराथन में उत्तर प्रदेश का प्रतिनिधित्व करेंगे, जो उनके लिए एक बड़ी उपलब्धि साबित हो सकती है। इस आयोजन ने स्वास्थ्य और खेल को एक साथ जोड़ते हुए एक सकारात्मक संदेश दिया।

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