भ्रष्टाचार पर एक्शन: 15 अभियंताओं के खिलाफ विजिलेंस ने दर्ज की एफआईआर, जांच में पाए गए दोषी

UPT | up vigilance department

Jun 27, 2024 11:37

उत्तर प्रदेश वाटर सेक्टर रिस्ट्रक्चरिंग परियोजना के दूसरे चरण में आवंटित राशि से अधिक का अनुबंध करने की शिकायत दर्ज की गई थी। इसके आधार पर 2019 में विजिलेंस को जांच के आदेश दिए गए, जिसमें ये आरोप सही पाए गए।

Short Highlights
  • 12 अभियंताओं के खिलाफ 2019 में विजिलेंस को दिए गए जांच के आदेश
  • तीन इंजीनियर भ्रष्टाचार के मामले में आरोपों से घिरे
Lucknow News: यूपी में भ्रष्टाचार में लिप्त कर्मियों पर एक और बड़ा एक्शन लिया गया है। सतर्कता अधिष्ठान (विजिलेंस) ने सिंचाई विभाग और जल निगम के 14 पूर्व और एक वर्तमान अभियंता पर एफआईआर दर्ज की है। विजिलेंस ने राजधानी में चार मुकदमे दर्ज किए हैं, जिसमें से तीन मुकदमे जल निगम के अभियंताओं के खिलाफ आय से अधिक संपत्ति से संबंधित हैं, जबकि एक मामले में सिंचाई विभाग के 12 सेवानिवृत्त अधीक्षण एवं मुख्य अभियंताओं पर एफआईआर दर्ज की गई है। 

तीन अभियंताओं पर आय से अधिक संपत्ति का मामला
विजिलेंस ने जल निगम के जिन तीन इंजीनियरों के खिलाफ आय से अधिक संपत्ति के मामले में एफआईआर दर्ज की है, उनमें जल निगम के सेवानिवृत्त अधीक्षण अभियंता अजेय रस्तोगी, जल निगम की सीएंडडीएस (कंस्ट्रक्शन एंड डिजायन सर्विसेज) इकाई के तत्कालीन परियोजना प्रबंधक कृष्ण कुमार पटेल और कमलेश कुमार केशरी का नाम शामिल है। इनमें कृष्ण कुमार सेवानिवृत्त हो चुके हैं।

वाटर सेक्टर रिस्ट्रक्चरिंग परियोजना के दूसरे चरण में धांधली का आरोप
उत्तर प्रदेश वाटर सेक्टर रिस्ट्रक्चरिंग परियोजना के दूसरे चरण में आवंटित राशि से अधिक का अनुबंध करने की शिकायत दर्ज की गई थी। इसके आधार पर 2019 में विजिलेंस को जांच के आदेश दिए गए, जिसमें ये आरोप सही पाए गए। इसके बाद विजिलेंस ने सरकार से संबंधित इंजीनियरों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराने की मंजूरी मांगी थी। शासन से अनुमति मिलने पर विजिलेंस, लखनऊ सेक्टर के इंस्पेक्टर रिजवान अब्बास ने 12 सेवानिवृत्त इंजीनियरों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई है। इन लोगों पर 2013 में परियोजना से संबंधित शासनादेश के निर्देशों का पालन नहीं करने का आरोप है, जिसकी वजह से शासन को करोड़ों का नुकसान हुआ।

इन 12 सेवानिवृत्त अभियंताओं पर एफआईआर दर्ज
जिन 12 लोगों पर एफआईआर दर्ज की गई है, उनमें अलीगढ़ में सिंचाई विभाग के तत्कालीन अधीक्षण अभियंता बलराम सिंह यादव, रामगंगा सिंचाई विभाग कानपुर के तत्कालीन मुख्य अभियंता कुणाल कुलश्रेष्ठ, अवध राज यादव, अनिल कुमार, रणवीर सिंह, इटावा सिंचाई कार्यमंडल के तत्कालीन अधीक्षण अभियंता कुलजीत सिंह, कानपुर सिंचाई कार्यमंडल के तत्कालीन अधीक्षण अभियंता सुरेश चंद्र शर्मा, सिंचाई एवं जल संसाधन विभाग के तत्कालीन मुख्य अभियंता-सज्जा एवं सामग्री प्रबंध आदेश कुमार गोयल, शारदा सहायक सिंचाई कार्यमंडल लखनऊ के तत्कालीन अधीक्षण अभियंता शिवमंगल यादव, अधीक्षण अभियंता नीरज कुमार, ललितपुर सिंचाई कार्यमंडल के तत्कालीन अधीक्षण अभियंता महेंद्र कुमार निगम और झांसी के तत्कालीन मुख्य अभियंता बेतवा नवनीत कुमार शामिल हैं। 

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