हापुड़ में साइबर ठगी गैंग का पर्दाफाश : सोशल मीडिया के जरिए बनाते थे शिकार, साइबर क्राइम पुलिस ने किया गिरफ्तार

UPT | साइबर क्राइम पुलिस ने किया गिरफ्तार।

Jul 16, 2024 19:03

साइबर क्राइम पुलिस ने सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर लड़की और महिलाओं के काल्पनिक नामों से आईडी बनाकर भारतीय लोगों से दोस्ती कर उनको अपने जाल में फंसाकर और अपने Whatsapp पर उच्चाधिकारियों की फोटो लगाकर खुद को अधिकारी बताते हुए ऑनलाइन पैसे की ठगी करने वाले गैंग का पर्दाफाश किया है।

Short Highlights
  • ऑनलाइन पैसे की ठगी करने वाले गैंग का पर्दाफाश
  • गिरफ्तार आरोपी शातिर किस्म का साइबर ठग 
Hapur News : जिले की थाना साइबर क्राइम पुलिस ने सोशल मीडिया प्लेटफार्म (Facebook और Instagram) पर लड़की और महिलाओं के काल्पनिक नामों से आईडी बनाकर भारतीय लोगों से दोस्ती कर उनको अपने जाल में फंसाकर और अपने Whatsapp पर उच्चाधिकारियों की फोटो लगाकर खुद को अधिकारी बताते हुए ऑनलाइन पैसे की ठगी करने वाले गैंग का पर्दाफाश किया है। इस गैंग में एक विदेशी नागरिक (नाइजीरियन) सहित चार साइबर ठगों को पुलिस ने छिजारसी टोल से दबोच लिया।

पुलिस ने उगलवाए सारे राज
दरअसल, गिरफ्तार आरोपियों से बरामद मोबाइल, बिल और पत्र के बारे में पूछा गया तो तीनों भारतीयों नागरिकों ने बताया कि हम तीनों लोग बैंक खाते आधार कार्ड में फर्जी तरीके से नाम-पता बदलकर खाता खुलवा लेते हैं। फर्जी आधार कार्ड हम लोग बरामद मोबाइलों से ही तैयार कर लेते हैं। हमारा साथी Gogwin जो कि नाइजीरिया का रहने वाला है, जो कि दिल्ली में रहकर बड़े-बड़े अधिकारियों के फोटो लगाकर उनसे छोटे अधिकारियों और कर्मचारियों से किसी सामान या काम के नाम पर ऑनलाइन पैसे हमारे द्वारा दिए गए फर्जी खातों में डलवा लेता है। खाते में पैसा आते ही Gogwin हमें व्हाटसअप पर कॉल करके बता देता है फिर हम उस पैसे को एटीएम से निकालकर आधा पैसा Gogwin को दे देते हैं और आधे पैसे में से हम लोग आपस में तीनो बांट लेते है। पकडे गये चौथे आरोपी Godwin (विदेशी नागरिक) से बरामद मोबाइल और बिल/पत्र के बारे में पूछा तो उसने बताया कि अपराध करने का प्रथम तरीका मैं उच्च अधिकारियों के फोटो लगाकर उनसे छोटे अधिकारियों और कर्मचारियों से किसी सामान या काम के नाम पर व्हाट्सअप पर बिल/पत्र भेजकर ऑनलाइन पैसे फर्जी खातों में डलवा लेता हूं फिर समीर, अफसार और फरमान की मदद से एटीएम से पैसा निकालकर आपस में बांट लेते है।

विदेशी नागरिक से ऐसे करता था ठगी
आरोपी ने बताया कि Facebook और Instagram पर लड़कियों के काल्पनिक नामों से फर्जी अकाउंट बनाकर अपनी पहचान छुपाकर भारत के लोगो को फ्रेंड रिक्वेस्ट भेज देता हूं, जो व्यक्ति मेरी फ्रेंड रिक्वेस्ट एक्सेप्ट कर लेता है, फिर मैं उसे मेसेंजर पर मेसेज कर दोस्ती कर लेते हैं, फिर मैं अपने आप को भारत में घूमने आना और उस व्यक्ति से भारत में आकर मिलना बताकर उसे विश्वास में ले लेता हूं और उस व्यक्ति को भारत में आने की तारीख बताकर पूर्ण विश्वास में ले लेते हैं उस व्यक्ति को जिस तारीख में भारत में घूमने आना बताता हूं उस तारीख मैं विदेशी नम्बरों से उस व्यक्ति को व्हाटसअप कॉल कराता हूं। फिर उस व्यक्ति से लडकी कहती है कि मैं दिल्ली हवाई अड्‌डे पर आ गयी हूँ आपके लिये यूएस डॉलर आई फोन आदि सामान गिफ्ट में लायी हूँ ये सामान एयरपोर्ट पर कस्टम विभाग ने पकड़ लिया है। कस्टम विभाग वाले इस सामान की फीस मांग रहे है और फोन को काट देते हैं। इसके तुरन्त बाद हम लोग कस्टम डिपार्टमेंट का कर्मचारी या अधिकारी बनकर उस व्यक्ति को कॉल करते हैं और उस व्यक्ति को कहा जाता है कि तुम्हारी दोस्त के पास से यूएस डॉलर मंहगा आई फोन आदि समाना मिला है।

कौन-कौन था शामिल
गिरफ्तार आरोपी शातिर किस्म का साइबर ठग हैं। जिनका नाम Gogwin निवासी नाइजीरिया, हालपता तिलकनगर दिल्ली, अफसार खान निवासी थाना फतेहगंज पश्चिमी जनपद बरेली, फरमान मौहम्मद निवासी थाना फतेहगंज पश्चिमी जनपद बरेली, समीर हुसैन निवासी थाना फतेहगंज पश्चिमी जनपद बरेली है। इनके कब्जे से 5 मोबाइल फोन, 9 पासबुक अलग-अलग बैंको की, 930/-रुपये नकद, फर्जी रसीदें बरामद हुई है। 

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