Ghaziabad News : प्रेम-प्रसंग में इंटीरियर डिजाइनर के शरीर के किए छह टुकड़े, सिर और हाथ बाबूगढ़ में फेंका

UPT | गाजियाबाद में इंटीरियर डिजाइनर तरुण पंवार हत्याकांड में गिरफ्तार आरोपी।

Aug 25, 2024 23:12

अंजली से बात करने के बाद तरुण की हत्या की प्लानिंग की। जिसमें उसने अंजली के जीजा अक्षय और अपने दोस्तों को शामिल किया। अंजली के अक्षय से संबंध है।

Short Highlights
  • इंटीरियर डिजाइनर तरुण पंवार का 16 अगस्त को हुआ था अपहरण
  • बुलंदशहर के बीबीनगर में फावड़े से किए शव के छह टुकड़े   
  • शातिर महिला कई लोगों से करती थी फोन पर बात 
Ghaziabad News : गाजियाबाद के राजनगर एक्सटेंशन की केडब्ल्यू सृष्टि सोसायटी निवासी इंटीरियर डिजाइनर तरुण पंवार का अपहरण के बाद गला दबाकर व मारपीट कर हत्या कर दी गई। इसके बाद उसके शव को बुलंदशहर के बीबीनगर में ले जाकर छह टुकड़े कर दिए गए। जिसके बाद धड़ और पैर बीबीनगर की नहर में फेंक दिया और सिर व हाथ बाबूगढ़ में फेंका।

प्रेम प्रसंग के मामले में हत्या की बात सामने आई
इस मामले में पुलिस ने महिला समेत तीन आरोपियों के गिरफ्तार किया है। आरोपियों से पूछताछ में प्रेम प्रसंग के मामले में हत्या की बात सामने आई है। पुलिस ने आरोपियों के पास वारदात में प्रयुक्त फावड़ा, दरांती, गद्दे, कार, मृतक तरुण की कार बरामद कर ली है। पुलिस ने बुलंदशहर के थाना औरंगाबाद क्षेत्र से तरुण का दायां पैर बरामद किया है।

सोसाइटी में हेल्प डेस्क मैनेजर युवती से थे कई के संबंध 
डीसीपी नगर राजेश कुमार ने बताया कि बुलंदशहर के बीबीनगर के गांव खरकाली निवासी पवन, वंश और राजनगर एक्सटेंशन की औरा कायमेरा सोसायटी निवासी अंजली को गिरफ्तार किया है। अंजली सोसायटी में हेल्प डेस्क मैनेजर है। मामले में बीबीनगर के चित्तसौना निवासी दीपांशु, लोनी के इंद्रापुरी निवासी अंकुर, अक्षय, जीते, मनोज और अंकित फरार हैं। इनकी तलाश जारी है। अक्षय अंजली का बहनोई है। वारदात का आरोपी पवन है। पूछताछ में पवन ने हत्या की बात स्वीकार की है।

तरुण और अंजली की नजदीकियां काफी बढ़ने लगी
पूछताछ में पवन ने पुलिस को बताया है कि वह अंजलि को पसंद करता है। अंजली से तरुण के संपर्क थे। तरुण और अंजली की नजदीकियां काफी बढ़ने लगी थीं। इसकी जानकारी हुई तो उसने अंजली से बात करने के बाद तरुण की हत्या की प्लानिंग की। जिसमें उसने अंजली के जीजा अक्षय और अपने दोस्तों को शामिल किया। अंजली के अक्षय से संबंध है। अंजली ने अपने मोबाइल में तरुण का नंबर लड़की के नाम से सेव किया था। जिससे अक्षय नाराज था इसलिए वह इस घटना में शामिल हो गया।

हत्या से पहले मोबाइल और सिम खरीदा
डीसीपी ने बताया कि जांच में सामने आया आरोपियों ने साजिश के तहत वारदात को किया। आरोपियों ने पहले फर्जी आईडी पर सिम और मोबाइल खरीदा। उसी से पवन ने कॉल करके तरुण को इंटीरियर का काम दिलवाने के लिए 16 अगस्त को कॉल की और मोरटा बुलाया। जहां से उसे मधुबन बापूधाम मनोज के घर ले गए। जहां पहले से पवन, जीते,अंकुर, दीपांशु और अंकित थे। घर में ले जाकर सभी ने मिलकर तरुण को रस्सी से बांधा। इसके बाद गला दबाकर हत्या कर दी। 

कार अस्पताल की पार्किंग में खड़ी की
पूछताछ में पवन ने बताया कि तरुण की हत्या के बाद रात में उसकी कार को वंश और दीपांशु ने नेहरूनगर के एक निजी अस्पताल की पार्किंग में खड़ी की। 16 अगस्त की रात 12 बजने के बाद वह पहले शव को बाइक में कुछ दूर लेकर गए और अपने वैगनआर गाड़ी में डालकर बुलंदशहर में नहर के पास ले गए। अंकित पीछे से बाइक पर पहुंचा। जहां उन्होंने सबूत मिटाने के लिए उसके हाथ पैर अलग किए और फिर फावड़े और दरातीं से गर्दन काट दी। इसके बाद उसके टुकड़े कर नहर में फेंक दिए। 

नंबर की अधिक डिटेल निकालने के बाद पुलिस बुलंदशहर पहुंची
डीसीपी ने बताया कि शुरुआत में कोई सुराग नहीं मिला। जिस नंबर से कॉल आई वह फर्जी आईडी पर निकला। टीमों ने मैन्युअल और सर्विलेंस दोनों पर काम किया। जिस नंबर से तरुण को बुलाने के लिए कॉल की गई। उसी नंबर की अधिक डिटेल निकालने के बाद पुलिस बुलंदशहर पहुंची। जहां से इस मामले की कड़ियां खुल गई। उन सभी का कनेक्शन भी बुलंदशहर से मिलने लगा। इसके बाद एक-एक कर सभी आरोपियों की पहचान हुई।

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