पेरिस पैरालंपिक 2024 : स्वर्ण पदक की रक्षा के लिए तैयार एथलीट, जानिए कौन है विश्व रिकॉर्ड धारक सुमित अंतिल  

UPT | सुमित अंतिल

Aug 25, 2024 18:52

सुमित अंतिल ने टोक्यो ओलंपिक में तीन बार विश्व रिकॉर्ड कायम किया और 68.55 मीटर के प्रयास से स्वर्ण पदक जीता। इसके बाद, 2023 पैरा विश्व चैम्पियनशिप में उन्होंने 70.83 मीटर के थ्रो के साथ अपने ही रिकॉर्ड को तोड़ा...

ग्रेटर नोएडा न्यूज : 28 अगस्त से पेरिस में पैरालंपिक खेलों की शुरुआत होने जा रही है। इस बार भारत 84 खिलाड़ियों का दल पेरिस भेज रहा है, जो अब तक का सबसे बड़ा दल है। भारतीय खिलाड़ी 25 पदकों का लक्ष्य लेकर पेरिस गए हैं। इनमें चार खिलाड़ी ऐसे हैं जो अपने स्वर्ण पदक की रक्षा करेंगे। इन चार खिलाड़ियों में दो निशानेबाज, एक एथलीट और एक बैडमिंटन खिलाड़ी शामिल हैं। आज हम एक ऐसे खिलाड़ी की बात करेंगे जो भाला फेंक में विश्व रिकॉर्ड धारक और ओलंपिक गोल्ड मेडलिस्ट हैं।

सुमित अंतिल कौन हैं?
सुमित अंतिल, हरियाणा के सोनीपत के खेवड़ा गांव में जन्मे एक प्रमुख भाला फेंक एथलीट हैं। सुमित का जन्म 7 जून 1988 को खेवड़ा, सोनीपत में निरमाला देवी और राम कुमार अंतिल के घर हुआ था। उनके पिता, जो भारतीय वायु सेना में कार्यरत थे, का निधन तब हो गया जब वे सात वर्ष के थे। उनकी माँ ने बाद में उन्हें खेलकूद की दिशा में प्रेरित किया। सुमित की तीन बहनें हैं-किरण, सुशीला, और रेणु।

युवा सुमित का सपना पहलवान बनने का था और वे भारतीय सेना में शामिल होना चाहते थे। लेकिन जब वे 17 वर्ष के थे, एक सड़क दुर्घटना में उनका बायां पैर गंवाना पड़ा। इस घटना के बाद सुमित ने पहलवान बनने का सपना छोड़ दिया, लेकिन पैरा चैंपियंस कार्यक्रम के माध्यम से गोस्पोर्ट्स फाउंडेशन ने उन्हें समर्थन दिया। सुमित ने देव ऋषि सीनियर सेकेंडरी स्कूल, सोनीपत में अपनी शिक्षा पूरी की और पैरा एथलेटिक्स में राजकुमार द्वारा परिचित हुए। इस हादसे के बावजूद, सुमित ने खेल के प्रति अपने जुनून को बनाए रखा और एक सफल पैरा एथलीट के रूप में देश का नाम रोशन किया।

सुमित ने टोक्यो में किया था वर्ल्ड रिकॉर्ड
सुमित अंतिल ने टोक्यो ओलंपिक में तीन बार विश्व रिकॉर्ड कायम किया और 68.55 मीटर के प्रयास से स्वर्ण पदक जीता। इसके बाद, 2023 पैरा विश्व चैम्पियनशिप में उन्होंने 70.83 मीटर के थ्रो के साथ अपने ही रिकॉर्ड को तोड़ा। हांगझोऊ एशियाई पैरा खेलों में उन्होंने 73.29 मीटर के थ्रो के साथ गोल्ड मेडल जीतकर अपनी उपलब्धियों को और बढ़ाया।

F64 कैटेगरी क्या होती है?
पैरालंपिक खेलों में वे एथलीट भाग लेते हैं जिनके हाथ या पैर में विकार होता है। ओलंपिक कमेटी ने विभिन्न कैटेगरी तय की हैं, जिनमें से एक है F64। इस कैटेगरी में उन पैरा एथलीटों को रखा जाता है जिनके पैर के निचले हिस्से में कोई समस्या होती है और वे एस्थेटिक्स (कृत्रिम पैर) का उपयोग करते हैं।

Also Read