बदलता उत्तर प्रदेश : सोनभद्र में 1200 मेगावाट पंप स्टोरेज परियोजना को मंजूरी

UPT | प्रतीकात्मक फोटो

Jul 29, 2024 18:20

उत्तर प्रदेश सरकार ने ऊर्जा क्षेत्र में एक महत्वपूर्ण कदम उठाते हुए सोनभद्र जिले की रॉबर्ट्सगंज तहसील में 1200 मेगावाट की पंप स्टोरेज पावर प्लांट परियोजना को सैद्धांतिक मंजूरी प्रदान की है।

Sonbhadra News : उत्तर प्रदेश सरकार ने ऊर्जा क्षेत्र में एक महत्वपूर्ण कदम उठाते हुए सोनभद्र जिले की रॉबर्ट्सगंज तहसील में 1200 मेगावाट की पंप स्टोरेज पावर प्लांट परियोजना को सैद्धांतिक मंजूरी प्रदान की है। यह परियोजना टीएचडीसी इंडिया द्वारा विकसित की जाएगी और इसकी अनुमानित लागत 6600 करोड़ रुपये है। इस परियोजना से प्रतिदिन 6 घंटे 36 मिनट तक बिजली उत्पादन की संभावना है।

परियोजना की विशेषताएँ
टीएचडीसी इंडिया के अनुसार, यह एक ऑफ-स्ट्रीम क्लोज्ड-लूप पंप स्टोरेज परियोजना होगी, जिसके लिए 300.55 हेक्टेयर भूमि की आवश्यकता होगी। परियोजना के प्रारंभिक जलाशय भरने के लिए सालाना 15.031 मिलियन क्यूबिक मीटर (एमसीएम) पानी की आवश्यकता होगी, जबकि वाष्पीकरण से होने वाली हानि की पूर्ति के लिए अतिरिक्त 1.7112 एमसीएम पानी की आवश्यकता होगी। जल की आपूर्ति सोन नदी से की जाएगी।

परियोजना का महत्व
मुख्य सचिव एवं औद्योगिक विकास आयुक्त मनोज कुमार सिंह ने इस परियोजना के महत्व पर प्रकाश डालते हुए कहा कि यह उत्तर प्रदेश की विद्युत अवसंरचना को मजबूत बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। यह परियोजना राज्य की स्थायी ऊर्जा समाधानों के प्रति प्रतिबद्धता को भी दर्शाती है।

ये भी पढ़ें : अखिलेश यादव का बड़ा दांव : माता प्रसाद पांडेय होंगे विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष, पीडीए को लेकर समझें रणनीति

प्रशासनिक प्रक्रिया
उत्तर प्रदेश में पंप स्टोरेज पावर (पीएसपी) परियोजनाओं को सैद्धांतिक मंजूरी प्रदान करने के लिए इन्वेस्ट यूपी को नोडल एजेंसी नियुक्त किया गया है। इस उद्देश्य के लिए आईआईडीसी की अध्यक्षता में एक समिति का गठन किया गया है, जिसमें इन्वेस्ट यूपी के सीईओ को मेंबर सेक्रेटरी बनाया गया है। इस समिति में ऊर्जा विभाग, उत्तर प्रदेश नवीन एवं नवीकरणीय ऊर्जा विकास एजेंसी, सिंचाई विभाग, वन विभाग, राजस्व विभाग एवं केंद्रीय जल आयोग के प्रतिनिधि शामिल होंगे।

10 पीएसपी संयंत्रों को मंजूरी
उत्तर प्रदेश सरकार ने 10 पीएसपी संयंत्रों के लिए सैद्धांतिक मंजूरी प्रदान की है। इनमें से 8 परियोजनाएं सोनभद्र जिले में स्थापित की जाएंगी, जबकि चंदौली और मिर्जापुर जिलों में एक-एक संयंत्र स्थापित होगा। सोनभद्र जिले में स्थापित परियोजनाओं से सामूहिक रूप से 14,450 मेगावाट बिजली उत्पादन की उम्मीद है, जबकि मिर्जापुर और चंदौली में स्थापित परियोजनाएं क्रमशः 900 मेगावाट और 600 मेगावाट बिजली उत्पादन करेंगी।

Also Read