अयोध्या और चित्रकूट की हार पर आखिरकार बोली भाजपा : राज्यसभा में सुधांशु त्रिवेदी ने कहा- 'विपक्ष प्रभु की लीला नहीं समझा'

UPT | अयोध्या और चित्रकूट की हार पर आखिरकार बोली भाजपा

Jun 28, 2024 16:24

लोकसभा चुनाव 2024 में अयोध्या और चित्रकूट जैसी अहम सीटों पर मिली करारी हार के बाद आखिरकार भाजपा ने अपना पक्ष रख ही दिया है। उत्तर प्रदेश से भाजपा के राज्यसभा सांसद सुधांशु त्रिवेदी ने शुक्रवार को संसद में कहा कि विपक्ष प्रभु राम की लीला समझ नहीं पाया।

Short Highlights
  • अयोध्या की हार पर बोली भाजपा
  • राज्यसभा में सुधांशु त्रिवेदी ने रखा पक्ष
  • यूपी में भाजपा को मिली थी शिकस्त
New Delhi : लोकसभा चुनाव 2024 में अयोध्या और चित्रकूट जैसी अहम सीटों पर मिली करारी हार के बाद आखिरकार भाजपा ने अपना पक्ष रख ही दिया है। उत्तर प्रदेश से भाजपा के राज्यसभा सांसद सुधांशु त्रिवेदी ने शुक्रवार को संसद में कहा कि विपक्ष प्रभु राम की लीला समझ नहीं पाया। उन्होंने कहा कि भगवान राम हमें हरवाने के लिए नहीं, अपना अस्तित्व मनवाने के लिए आए थे।

जानिए क्या बोले सुधांशु त्रिवेदी
सुधांशु त्रिवेदी ने कहा कि 'अयोध्या में जब हमें वांछित सफलता नहीं मिली, तो हमारे विरोधी बताने लगे कि भाजपा अयोध्या, बस्ती, प्रयागराज, चित्रकूट, नासिक, रामटेक और रामेश्वरम हार गई। ये भगवान राम से जुड़े सारे स्थलों के बारे में बता रहे थे कि भाजपा नहीं जीती। लेकिन ये समझ नहीं पाए कि प्रभु की लीला क्या है। जो लोग ये कहते थे कि राम हुए नहीं, इसका सबूत दो। वह उत्तर से दक्षिण तक राम से जुड़े स्थानों का सबूत दे रहे हैं। आपको लगता है कि भगवान हमें हरवाने के लिए आए थे, लेकिन वो आपको अपना अस्तित्व मनवाने के लिए आए थे।'
 
रामचरितमानस का किया जिक्र
सुधांशु त्रिवेदी ने अपने संबोधन में रामचरितमानस और रामायण का जिक्र करते हुए कहा कि 'उल्लेख है कि एक बार नागपाश भगवान राम को भी लगा था। नागपाश लगने के बाद उन्हें मूर्छा आ गई थी और तब राम विरोधी दल में खुशियां छा गई थीं। मगर वो प्रभु की लीला का हिस्सा था, सिर्फ हनुमान जी को अपनी शक्ति याद दिलाने के लिए। आज से 30 साल पहले सपा, बसपा और कांग्रेस ने मिलकर सरकार बनाई थी, तब नारा बना था- मिले मुलायम-कांशीराम, हवा में उड़ गए जय श्री राम। हम तब भी नहीं डिगे थे। तब आप हवा में उड़ाने की बात कर रहे थे, अब एक-एक स्थान को गिना रहे हैं। श्रीराम का विषय हमारे लिए हार-जीत का विषय नहीं है। हम 2 सीटों की पार्टी थे, तब भी उतनी श्रद्धा और निष्ठा के साथ खड़े थे, आज भी वैसे ही खड़े है। आपके लिए ये हार-जीत का विषय होगा, हमारे लिए नहीं है।

यूपी में भाजपा को मिली थी शिकस्त
आपको बता दें कि लोकसभा चुनाव 2024 में भारतीय जनता पार्टी को उत्तर प्रदेश में करारी शिकस्त मिली थी। इस चुनाव में भाजपा मात्र 33 सीटें ही जीत पाई, वहीं सपा को 37 और कांग्रेस को 6 सीटें मिली थी। माना जा रहा था कि लोकसभा चुनाव में भाजपा को राम मंदिर के बनने का फायदा मिल सकता है, लेकिन ऐसा हुआ नहीं। सबसे ताज्जुब की बात तो ये हुई कि फैजाबाद की लोकसभा सीट पर भाजपा हार गई और सपा के प्रत्याशी ने जीत दर्ज कर ली। वहीं चित्रकूट की बांदा सीट पर भी भाजपा को हार मिली थी।

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