किडनी फेल करने वाला चावल : इंडिया गेट बासमती में केमिकल का पर्दाफ़ाश, कंपनी ने बाजार से वापस मंगाए हजारों पैकेट, जानें पूरा मामला

UPT | इंडिया गेट बासमती चावल

Sep 28, 2024 11:17

इंडिया गेट बासमती चावल में थियामेथोक्सम और आइसोप्रोथियोलेन नामक कीटनाशकों की निर्धारित मात्रा से अधिक पाया गया है। इसका शरीर के महत्वपूर्ण अंगों जैसे किडनी और लीवर पर सीधा प्रभाव होता हैं।

New Delhi News : दिल्ली में लोकप्रिय ब्रांड इंडिया गेट बासमती चावल के कुछ बैचों में कीटनाशकों की खतरनाक मात्रा पाई गई है, जिससे उपभोक्ताओं की सेहत पर गंभीर खतरा मंडरा रहा है। इस मुद्दे को गंभीरता से लेते हुए चावल का उत्पादन करने वाली कंपनी केआरबीएल लिमिटेड ने इसे बाजार से तुरंत वापस लेने का निर्णय लिया है। कंपनी द्वारा यह कदम इसलिए उठाया गया है ताकि लोगों की सेहत को नुकसान से बचाया जा सके।

कीटनाशकों की मात्रा का खतरा
चावल के बैच में थियामेथोक्सम और आइसोप्रोथियोलेन नामक कीटनाशकों की निर्धारित मात्रा से अधिक पाया गया है। ये कीटनाशक सामान्यतः खेती के दौरान फसल की सुरक्षा के लिए इस्तेमाल किए जाते हैं, लेकिन इनका अधिक मात्रा में सेवन स्वास्थ्य के लिए घातक साबित हो सकता है। थियामेथोक्सम और आइसोप्रोथियोलेन जैसे कीटनाशक जब निर्धारित मानकों से अधिक मात्रा में खाद्य पदार्थों में मिल जाते हैं, तो ये शरीर के महत्वपूर्ण अंगों जैसे किडनी और लीवर पर सीधा प्रभाव डाल सकते हैं।

विशेषज्ञों का कहना है कि इन कीटनाशकों की अधिक मात्रा में लंबे समय तक सेवन करने से किडनी और लीवर की कार्यप्रणाली प्रभावित हो सकती है, जिससे गंभीर स्वास्थ्य समस्याएं उत्पन्न हो सकती हैं। इससे न केवल किडनी की सफाई प्रक्रिया पर असर पड़ता है, बल्कि लीवर में विषाक्त पदार्थों का जमाव हो सकता है, जो बाद में शरीर के लिए हानिकारक साबित होता है।

कंपनी ने चावल बाजार से वापस मंगाया
स्थिति की गंभीरता को समझते हुए केआरबीएल लिमिटेड ने तुरंत बाजार से प्रभावित बैच को वापस मंगाने का निर्णय लिया है। कंपनी का यह कदम उपभोक्ताओं की सुरक्षा के प्रति अपनी जिम्मेदारी का प्रदर्शन करता है। कंपनी ने यह भी सुनिश्चित किया है कि ग्राहकों को चावल के ये पैकेट न तो बाजार में मिलें और न ही वे गलती से इनका सेवन करें।

कौन-सा बैच प्रभावित हुआ?
प्रभावित कीटनाशक चावल के सुपर वैल्यू पैकेट में उपलब्ध था, और इसकी पैकिंग जनवरी 2024 में की गई थी। इस बैच की एक्सपायरी डेट दिसंबर 2025 तक थी, जो दर्शाता है कि यह चावल अभी भी उपभोक्ताओं के बीच लोकप्रियता के साथ बाजार में बिक रहा था। कंपनी द्वारा जारी किए गए बयान के अनुसार, अगर आपके पास इस बैच का चावल है, तो आपको इसे तुरंत बाजार में वापस कर देना चाहिए।

कंपनी ने यह भी स्पष्ट किया है कि वह उपभोक्ताओं से प्रभावित चावल वापस लेने के लिए विशेष कदम उठा रही है। जिन लोगों के पास इस बैच का चावल है, वे इसे रिटेल स्टोर्स पर वापस कर सकते हैं, जहां से उन्होंने इसे खरीदा है। कंपनी इस चावल को वापस लेकर उसे नष्ट करने की प्रक्रिया भी शुरू करेगी, ताकि उपभोक्ताओं की सेहत को किसी भी प्रकार का खतरा न हो।

कंपनी ने जारी किया हॉटलाइन नंबर
अगर आपके पास इंडिया गेट बासमती चावल का यह बैच है, तो कंपनी ने उपभोक्ताओं से अपील की है कि वे तुरंत इसे अपने घर से हटा दें। प्रभावित बैच को वापस करने के लिए कंपनी ने हॉटलाइन नंबर और कस्टमर केयर की सुविधा भी शुरू की है, ताकि ग्राहक इस प्रक्रिया में आसानी से भाग ले सकें।
इसके अलावा, उपभोक्ताओं को यह सुनिश्चित करना चाहिए कि वे बाजार से नया चावल खरीदने से पहले उसकी पैकेजिंग डेट और बैच नंबर अवश्य जांच लें। कंपनी द्वारा उठाए गए इस कदम से उपभोक्ताओं को जागरूक और सतर्क रहने की आवश्यकता है, ताकि इस तरह की समस्याओं से बचा जा सके।

कीटनाशकों का सेवन और इसके खतरे
कीटनाशकों का सेवन यदि निर्धारित सीमा से अधिक हो, तो यह स्वास्थ्य के लिए बेहद हानिकारक हो सकता है। विशेषज्ञों का कहना है कि कीटनाशक की अधिकता से गंभीर स्वास्थ्य समस्याएं जैसे किडनी फेलियर, लीवर सिरोसिस, और अन्य अंगों में जहर फैलने जैसी समस्याएं हो सकती हैं। इसलिए, यह जरूरी है कि खाद्य पदार्थों में कीटनाशकों की मात्रा को नियंत्रित किया जाए और नियमित रूप से खाद्य सुरक्षा मानकों की जांच की जाए।

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