अब जोमैटो से खाना मंगाना पड़ेगा महंगा : इस बार 150% बढ़ा दी फीस, ग्राहकों की बढ़ी टेंशन

UPT | अब जोमैटो से खाना मंगाना पड़ेगा महंगा

Oct 23, 2024 16:29

फेस्टिव सीजन के आगमन के साथ, ऑनलाइन फूड डिलीवरी प्लेटफॉर्म जोमैटो ने अपनी प्लेटफॉर्म फीस में वृद्धि कर दी है। अब यह शुल्क 7 रुपये से बढ़कर 10 रुपये हो गया है

Short Highlights
  • जोमैटो से खाना मंगाना पड़ेगा महंगा
  • इस बार 150% बढ़ा दी फीस
  • कंपनी का मुनाफा 388% बढ़ा
New Delhi : फेस्टिव सीजन के आगमन के साथ, ऑनलाइन फूड डिलीवरी प्लेटफॉर्म जोमैटो ने अपनी प्लेटफॉर्म फीस में वृद्धि कर दी है। अब यह शुल्क 7 रुपये से बढ़कर 10 रुपये हो गया है, जिसे कंपनी ने अपनी सेवा को बनाए रखने के लिए आवश्यक बताया है। जोमैटो का कहना है कि यह अतिरिक्त शुल्क उन्हें अपने संचालन को सुचारू रूप से चलाने में मदद करता है। प्लेटफॉर्म फीस जीएसटी, रेस्टोरेंट चार्जेज और डिलीवरी फीस के अलावा एक अतिरिक्त चार्ज के रूप में लिया जाता है।

लगातार बढ़ रही प्लेटफॉर्म फीस
जोमैटो ने अगस्त 2023 में प्लेटफॉर्म फीस का कॉन्सेप्ट पेश किया था, जिसकी शुरुआत 2 रुपये से हुई थी। इस वृद्धि का मुख्य उद्देश्य कंपनी के मुनाफे को बढ़ाना और स्थिरता सुनिश्चित करना था। पिछले कुछ महीनों में, यह शुल्क क्रमशः 3 रुपये और फिर 4 रुपये तक बढ़ाया गया। हाल ही में 31 दिसंबर को अस्थायी रूप से इसे 9 रुपये कर दिया गया था। कंपनी के लिए यह वृद्धि लाभकारी साबित हुई है, क्योंकि सितंबर तिमाही में यह लगातार पांचवे तिमाही मुनाफे में रही। इससे पता चलता है कि प्लेटफॉर्म फीस के माध्यम से कंपनी ने अपने राजस्व में महत्वपूर्ण वृद्धि की है, जिससे अगले वित्तीय वर्ष में करीब 65 करोड़ रुपये की अतिरिक्त आमदनी होने की संभावना है।



कंपनी का मुनाफा 388% बढ़ा
फूड डिलीवरी कंपनी जोमैटो ने जुलाई-सितंबर तिमाही के नतीजे जारी किए हैं, जिसमें उसका मुनाफा सालाना आधार पर 388% बढ़कर 176 करोड़ रुपए हो गया है, जबकि पिछले वर्ष की समान तिमाही में यह मुनाफा 36 करोड़ रुपए था। दूसरी तिमाही में कंपनी का रेवेन्यू 68.50% बढ़कर 4,799 करोड़ रुपए पहुंच गया, जो एक साल पहले 2,848 करोड़ रुपए था। जोमैटो की रिपोर्ट स्टैंडअलोन और कंसॉलिडेटेड दोनों प्रारूपों में होती है; स्टैंडअलोन में केवल एक यूनिट का प्रदर्शन दर्शाया जाता है, जबकि कंसॉलिडेटेड रिपोर्ट में कंपनी की सभी 28 सब्सिडियरी, 1 ट्रस्ट और 1 एसोसिएट कंपनी का वित्तीय प्रदर्शन शामिल होता है।

कई देशों में फैला है कारोबार
दीपिंदर गोयल और पंकज चड्ढा ने 2008 में फूडीबे नामक फूड डायरेक्टरी वेबसाइट लॉन्च की, जो नौ महीनों में दिल्ली एनसीआर में सबसे बड़ी रेस्तरां डायरेक्टरी बन गई। दो सफल वर्षों के बाद, 2010 में कंपनी का नाम बदलकर जोमैटो रख दिया गया। दिल्ली-एनसीआर में मिली सफलता के तुरंत बाद, जोमैटो ने पुणे, अहमदाबाद, बेंगलुरु, चेन्नई और हैदराबाद जैसे शहरों में अपनी शाखाएं खोलना शुरू किया। 2012 तक, कंपनी ने अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अपने कदम बढ़ाते हुए श्रीलंका, यूएई, कतर, दक्षिण अफ्रीका, यूके और फिलीपींस में अपनी सेवाएं पेश करना शुरू किया, और 2013 में न्यूजीलैंड, तुर्की और ब्राजील भी इस सूची में शामिल हो गए।

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