सुल्तानपुर एनकाउंटर : मंगेश यादव की मौत पर सियासी विवाद, अखिलेश यादव ने लगाया फर्जी एनकाउंटर का आरोप

UPT | मंगेश यादव और अखिलेश यादव

Sep 06, 2024 15:39

उत्तर प्रदेश के सुल्तानपुर जिले में ज्वैलर्स डकैती कांड के आरोपी मंगेश यादव के पुलिस एनकाउंटर ने सियासी और सामाजिक हलकों में एक नई बहस छेड़ दी है।

Jaunpur News : उत्तर प्रदेश के सुल्तानपुर जिले में ज्वैलर्स डकैती कांड के आरोपी मंगेश यादव के पुलिस एनकाउंटर ने सियासी और सामाजिक हलकों में एक नई बहस छेड़ दी है। समाजवादी पार्टी के प्रमुख अखिलेश यादव ने इस एनकाउंटर को फर्जी बताते हुए गंभीर आरोप लगाए हैं। मामला अब राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग तक पहुंच चुका है, जहां इस एनकाउंटर की स्वतंत्र जांच की मांग की जा रही है।

एनकाउंटर की घटना पर सियासी विवाद
मंगेश यादव, जोकि सुल्तानपुर जिले में 28 अगस्त को भरत ज्वैलर्स के यहां हुए डकैती कांड का आरोपी था, को 4 सितंबर को पुलिस एनकाउंटर में मार गिराया गया। पुलिस के अनुसार, यादव को सुल्तानपुर के कोतवाली देहात थाने के मिश्रपुर पुरैना इलाके में उस समय मारा गया जब वह जौनपुर की तरफ भागने की कोशिश कर रहा था। पुलिस ने दावा किया कि यादव को गोलीबारी के जवाब में गोली लगी, जिससे उसकी मौत हो गई।

अखिलेश यादव ने एनकाउंटर पर लगाए आरोप
इस एनकाउंटर के बाद समाजवादी पार्टी के प्रमुख अखिलेश यादव ने आरोप लगाया कि मंगेश यादव को केवल उसकी यादव जाति के कारण निशाना बनाया गया। उन्होंने इस एनकाउंटर को फर्जी बताते हुए कहा कि यदि मुख्य आरोपी ने आत्मसमर्पण किया था, तो सह-आरोपी मंगेश यादव भी आत्मसमर्पण कर सकता था। यादव ने यह भी कहा कि कोई कारण नहीं था कि मंगेश यादव पुलिस पर गोली चलाता, और इस प्रकार यह एनकाउंटर पूरी तरह से गलत है।

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मानवाधिकार आयोग की जांच की मांग
इलाहाबाद हाईकोर्ट के वकील डा० गजेंद्र सिंह यादव ने भी इस एनकाउंटर को लेकर सवाल उठाए हैं और राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग में शिकायत दर्ज कराई है। उन्होंने आरोप लगाया है कि एनकाउंटर के बाद घटनास्थल की परिस्थितियों और घटनाक्रम को देखकर यह साफ लगता है कि मंगेश यादव को फर्जी एनकाउंटर में मारा गया है। उनका कहना है कि जब मुख्य आरोपी ने आत्मसमर्पण कर दिया था, तो मंगेश यादव भी ऐसा कर सकता था। वकील ने यह भी दावा किया कि यादव पर कोई गंभीर आरोप नहीं था और न ही वह आदतन अपराधी था। गजेंद्र सिंह यादव ने मानवाधिकार आयोग से मांग की है कि इस एनकाउंटर की जांच किसी स्वतंत्र एजेंसी से कराई जाए, ताकि वास्तविकता सामने आ सके और न्याय सुनिश्चित किया जा सके।

पुलिस की स्थिति 
पुलिस की तरफ से मंगेश यादव को बड़ा इनामी अपराधी बताकर सहानुभूति बटोरने का आरोप लगाया गया है। पुलिस ने कहा कि यादव के खिलाफ इस मामले में इनाम घोषित किया गया था और यह किसी अन्य गंभीर अपराध का हिस्सा नहीं था। पुलिस ने दावा किया कि यादव को जौनपुर की ओर भागने की कोशिश करते हुए पकड़ा गया और उसकी मौत पुलिस की जवाबी फायरिंग में हुई।

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