वाराणसी एयरपोर्ट : शुरू हुआ सेल्फ बैगेज ड्रॉप सिस्टम, यात्रियों को मिलेगी सुपरफास्ट चेक-इन की सुविधा

UPT | वाराणसी एयरपोर्ट

Sep 20, 2024 18:19

वाराणसी के लाल बहादुर शास्त्री इंटरनेशनल एयरपोर्ट ने यात्रियों की सुविधा और समय की बचत के लिए एक और आधुनिक कदम उठाया है। एयरपोर्ट पर अब सेल्फ बैगेज ड्रॉप सिस्टम को इंस्टॉल कर दिया गया है

Varanasi News : वाराणसी के लाल बहादुर शास्त्री इंटरनेशनल एयरपोर्ट ने यात्रियों की सुविधा और समय की बचत के लिए एक और आधुनिक कदम उठाया है। एयरपोर्ट पर अब सेल्फ बैगेज ड्रॉप सिस्टम को इंस्टॉल कर दिया गया है, जिससे यात्रियों का चेक-इन प्रोसेस काफी तेज़ और आसान हो जाएगा। यह नया सिस्टम उन यात्रियों के लिए फायदेमंद है जो खुद अपना सामान ड्रॉप करना चाहते हैं, जिससे लंबी लाइनों से छुटकारा मिलेगा और चेक-इन प्रक्रिया में लगने वाला समय भी कम होगा। इस सुविधा को लागू करने वाला देश का तीसरा एयरपोर्ट बन गया है।

तीन प्रमुख एयरलाइंस के यात्रियों को मिलेगी सुविधा
फिलहाल यह सुविधा तीन प्रमुख एयरलाइंस - एयर इंडिया, इंडिगो और एयर इंडिया एक्सप्रेस के यात्रियों के लिए उपलब्ध कराई गई है। लाल बहादुर शास्त्री इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर इस अत्याधुनिक सिस्टम का उद्घाटन एयरपोर्ट अधिकारियों की उपस्थिति में किया गया। इस सुविधा का उद्देश्य यात्रियों को बेहतर अनुभव प्रदान करना और उनकी यात्रा को सुगम बनाना है।

लंबी लाइन से मिलेगी मुक्ति
एयरपोर्ट अधिकारियों के अनुसार, इस नए सिस्टम के लागू होने से यात्रियों को चेक-इन प्रक्रिया के दौरान लगने वाली लंबी लाइनों से मुक्ति मिलेगी। पुराने सिस्टम के तहत सामान को ड्रॉप करने में एक यात्री को करीब 4-5 मिनट का समय लगता था, जिससे लंबी कतारें लग जाया करती थीं। लेकिन, इस नए सेल्फ बैगेज ड्रॉप सिस्टम के जरिए सामान को महज 1-2 मिनट में ड्रॉप किया जा सकेगा, जिससे यात्रियों का समय बचेगा और चेक-इन प्रक्रिया भी सुचारू रूप से चलेगी।

सेल्फ बैगेज ड्रॉप सिस्टम का उपयोग कैसे करें?
इस नई प्रणाली का उपयोग करना काफी आसान है। सबसे पहले, यात्रियों को डीजी गेट से एयरपोर्ट के अंदर प्रवेश करना होगा। इसके बाद, उन्हें सेल्फ सर्विस बैगेज सिस्टम मशीन के पास जाना होगा, जहां वे अपना पीएनआर नंबर दर्ज करेंगे। इसके बाद, यात्री अपने सामान को बेल्ट पर रखकर अपना बोर्डिंग पास स्कैन करेंगे। इस दौरान, यात्री चाहें तो चेहरे की पहचान वाली तकनीक (फेस रिकग्निशन) का भी उपयोग कर सकते हैं। इसके बाद, मशीन से बैगेज टैग का प्रिंट निकालकर उसे अपने बैग पर लगाना होगा और फिर सामान को कन्वेयर बेल्ट पर छोड़ना होगा। इसके बाद, यात्री सुरक्षा जांच (सिक्योरिटी होल्ड एरिया) से गुजरते हुए अपने विमान पर चढ़ सकेंगे।

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