आगरा को रेलवे का बड़ा तोहफा : जोधपुर के लिए मिलने जा रही पांचवीं वंदे भारत की सौगात, जानें खास बातें... 

UPT | आगरा रेल डिवीजन की जनसंपर्क अधिकारी प्रशस्ति श्रीवास्तव।

Oct 04, 2024 11:58

वैश्विक पर्यटन नगरी को देसी-विदेशी सैलानियों और आगरा के लोगों को बड़ी राहत एवं सुविधाएं देते हुए रेलवे लगातार नई ट्रेनों का संचालन शुरू कर रहा है। यही नहीं, यहां से ऐसी कई ट्रेनें गुजर रहीं हैं, जो आगरा एवं पर्यटकों को बड़ी...

Short Highlights
  • आगरा यूपी का पहला ऐसा शहर है, जहां सबसे अधिक वंदे भारत का संचालन हो रहा है।
  • अभी हो रहा चार वंदे भारत का संचालन, भविष्य में और सौगातें मिलने की संभावना।
Agra News : वैश्विक पर्यटन नगरी को देसी-विदेशी सैलानियों और आगरा के लोगों को बड़ी राहत एवं सुविधाएं देते हुए रेलवे लगातार नई ट्रेनों का संचालन शुरू कर रहा है। यही नहीं, यहां से ऐसी कई ट्रेनें गुजर रहीं हैं, जो आगरा एवं पर्यटकों को बड़ी सुविधाएं दे रहीं हैं। देश की सेमी हाईस्पीड गतिमान एक्सप्रेस के बाद वंदे भारत की जब ताज नगरी को सौगात मिली थी, तब किसी को उम्मीद नहीं थी कि आगरा को इतनी वंदे भारत की रेलवे बोर्ड सौगातें देगा। वंदे भारत और गतिमान के साथ-साथ शताब्दी, राजधानी, जन शताब्दी एवं दूरंतो एक्सप्रेस जैसी ट्रेनें भी आगरा रेल डिवीज़न से गुजरती हैं। फिलहाल आगरा को चार वंदे भारत की सौगात मिली हुई हैं। इनमें से वाराणसी, उदयपुर, भोपाल, खजुराहो का संचालन शामिल है। इन चार वंदे भारत ट्रेनों के साथ अब आगरा को आगरा कैंट-जोधपुर वंदे भारत की भी सौगात मिलने जा रही है, लेकिन अधिकारियों का कहना है कि अभी इसकी आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है।  

अब इन ट्रेनों को हो रहा संचालन
बताते चलें कि निजामुद्दीन-रानी कमलापति वंदे भारत, निजामुद्ददीन-खजुराहो वंदे भारत आगरा कैंट स्टेशन से गुजर रही हैं। अब रेलवे की योजना जोधपुर साबरमती के बीच चलने वाली वंदे भारत को भी सप्ताह में तीन दिन आगरा कैंट-जोधपुर तक संचालित करने की है। हालांकि इसका कार्यक्रम अभी तय नहीं किया गया है। लेकिन, जोधपुर-साबरमती वंदे भारत में यात्रियों का फुटफाल कम है। इसे तीन दिन आगरा से चलाया जाएगा।

क्या कहती हैं पीआरओ
उत्तर प्रदेश टाइम्स ने आगरा रेल डिवीजन की जनसंपर्क अधिकारी प्रशस्ति श्रीवास्तव से जब आगरा में पांचवीं वंदे भारत को लेकर बात की तो उन्होंने कहा कि अभी इसकी जानकारी प्राप्त नहीं हुई है। रेलवे बड़े शहरों को एक दूसरे से जोड़ने के लिए वंदे भारत पर काम कर रहा है। इसका असर यह है कि वंदे भारत के माध्यम से रेलवे को यात्रियों की संख्या भी अच्छी खासी मिल रही है। आगरा एक वैश्विक पर्यटन नगरी है, आगरा को अगर जोधपुर के लिए वंदे भारत मिलती है तो आगरा से जोधपुर जाने वाले यात्रियों को इसका लाभ अवश्य मिलेगा। उन्होंने कहा कि रेलवे बोर्ड लगातार आगरा रेल डिवीजन को वंदे भारत की सौगात दे रहा है। मुख्य कारण आगरा में ताजमहल एवं अन्य मॉन्यूमेंट्स के साथ-साथ धार्मिक नगरी प्रभु श्रीकृष्ण की जन्मस्थली मथुरा है। दोनों ही जगह पर हजारों यात्री प्रतिदिन पहुंचते हैं। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश में सबसे अधिक वंदे भारत की सौगातें आगरा को मिली हैं। 

तेजी से बढ़ रही वंदे भारत की लोकप्रियता
प्रशस्ति श्रीवास्तव ने उत्तर प्रदेश टाइम्स को बताया कि आगरा में सबसे अधिक वंदे भारत ट्रेन है, जो आगरा से गुजरती है। इनमें खजुराहो, भोपाल, उदयपुर और बनारस है। उन्होंने बताया कि आगरा से और भी दिशाओं के लिए वंदे भारत ट्रेनों के चलने की संभावना है, क्योंकि वंदे भारत की पापुलैरिटी अधिक बढ़ रही है। वंदे भारत की पापुलैरिटी को देखते हुए इनका विस्तार किया जा रहा है। प्रशस्ति श्रीवास्तव ने बताया कि आगरा रेल डिवीजन देश के महत्वपूर्ण डिवीजन में से एक है। इसलिए जैसे-जैसे वंदे भारत का विस्तार होगा, आगरा को और भी सौगातें मिल सकती हैं। उन्होंने बताया कि अभी तक जोधपुर जाने के लिए पहले से ही तीन ट्रेनें संचालित हैं। निजामुद्दीन से आगरा होकर जाने वाली वंदे भारत ट्रेनों में ही यात्रियों की संख्या ठीक-ठाक है। अब वाराणसी के लिए चलने वाली वंदे भारत में भी फुटफाल बढ़ने का कारण इसका कानपुर, प्रयागराज, वाराणसी और इटावा से जुड़ा होना है। 

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