Agra News : एडीए की मिलीभगत से बन गईं 664 अवैध कॉलोनियां, अफसरों पर उठ रहे सवाल... 

UPT | आगरा में एडीए की मिलीभगत से अवैध कॉलोनियों की भरमार।

May 14, 2024 16:33

ताज नगरी में लगातार विकास कार्य हो रहे हैं। नई-नई कालोनियां बन रहीं हैं। जनपद में तेजी के साथ बन रही अवैध कॉलोनी आगरा प्रशासन और सरकार के लिए चिंता का सबब बनती जा रही हैं। आम आदमी जहां इन...

Agra News : ताज नगरी में लगातार विकास कार्य हो रहे हैं। नई-नई कालोनियां बन रहीं हैं। जनपद में तेजी के साथ बन रही अवैध कॉलोनी आगरा प्रशासन और सरकार के लिए चिंता का सबब बनती जा रही हैं। आम आदमी जहां इन कॉलोनियों में सपनों का घर बनाकर धोखाधड़ी का शिकार हो रहे हैं, वही इन कॉलोनी के डेवलपर सरकार और प्रशासन को धोखा देने के साथ साथ आगरा के विकास में बट्टा लगाने का काम कर रहे हैं। आगरा विकास प्राधिकरण के अधिकारियों की मिलीभगत से करीब 664 अवैध कॉलोनी खड़ी हो गई हैं। इन अवैध कॉलोनियों में शिकायतों की भरमार है। अवैध निर्माण के मामले में आगरा सूबे में दूसरे पायदान पर है। 

आगरा के सुनियोजित विकास पर लग रहा धब्बा 
आगरा विकास प्राधिकरण के अधिकारियों, अभियंताओं और बाबुओं को मंडलायुक्त का भय नहीं रहा। उनकी नाराजगी के बावजूद अवैध कॉलोनियां ध्वस्त नहीं हो रहीं, बल्कि इनकी संख्या लगातार बढ़ रही है। एडीए की मिलीभगत से 664 अवैध कॉलोनियां खड़ी हो गईं हैं। इनके खिलाफ शिकायतों का अंबार लगा हुआ है, लेकिन सुनने वाला कोई नहीं है। आवास विकास परिषद और आगरा विकास प्राधिकरण की लापरवाही से 27 हजार से अधिक अवैध निर्माण हो चुके हैं। सुनियोजित विकास और महायोजना को आगरा विकास प्राधिकरण के अधिकारियों का गैर जिम्मेदाराना रवैया सरकार की योजनाओं को पलीता लगा रहा है। 

नोटिस-नोटिस खेल रहे अभियंता और बाबू
बताते चलें कि दो अप्रैल को आगरा विकास प्राधिकरण की अध्यक्ष एवं मंडलायुक्त रितु माहेश्वरी ने 664 अवैध कॉलोनियों पर नाराजगी व्यक्त की थी। उन्होंने इसके ध्वस्तीकरण के आदेश दिए थे। एक माह बाद भी नतीजा निल बट्टा सन्नाटा है। प्राधिकरण अधिकारियों की हिमाकत इतनी अधिक बढ़ गई है कि उन्होंने डिवीजनल कमिश्नर के आदेशों को भी हवा में उड़ा दिया है। विकास प्राधिकरण द्वारा जिम्मेदारों की जवाबदेही भी तय नहीं की गई। अवैध निर्माणों पर कार्रवाई की बजाय अभियंता और बाबू नोटिस-नोटिस खेल रहे हैं। अवैध निर्माणों पर न ही सीलिंग की कार्रवाई की गई है और न ही ध्वस्तीकरण की। दूसरी तरफ ताजगंज, हरीपर्वत, लोहामंडी, छत्ता, कोतवाली क्षेत्र में धड़ल्ले से अवैध निर्माण हो रहे हैं। अवैध कॉलोनियों में सस्ते प्लॉट का झांसा देकर लोगों से ठगी हो रही है।  

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