आगरा में दूध से बने उत्पादों में मिली मिलावट : FSDA की जांच में कई नमूने फेल, शिकायत के लिए टोल फ्री नंबर जारी

UPT | दूध और दूध से बने उत्पाद

Sep 24, 2024 19:43

आगरा में भी दूध, घी, पनीर और अन्य दूध से बनी खाद्य सामग्रियों की गुणवत्ता को लेकर जांच की गई। जांच में 541 नमूने फेल रहे।

Agra News : आंध्र प्रदेश के प्रसिद्ध तिरुपति बालाजी मंदिर के लड्डुओं में मछली के तेल और जानवरों की चर्बी की मौजूदगी को लेकर देश भर में आक्रोश फैला हुआ है। इस घटना से देशभर के खाद्य सामग्रियों की गुणवत्ता पर सवाल उठ रहे हैं। इसी बीच आगरा में दूध, घी, पनीर और दूध से बनी अन्य खाद्य सामग्रियों की गुणवत्ता को लेकर हाल ही में एक जांच की गई। जांच के समय चौंकाने वाले परिणाम सामने आए हैं। खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन (एफएसडीए) की जांच में दूध और दूध से निर्मित सामग्री में मिलावट की अधिक मात्रा पाई गई है। इस जांच में 810 नमूनों की जांच की गई। जिसमें से 541 नमूने फेल रहे।

खाद्य सुरक्षा के लिए खतरा
एफएसडीए के सहायक आयुक्त ने बताया कि इस साल 2023-24 में किए गए परीक्षणों में दूध समेत दूध से बनी सामग्री के 416 नमूनों में से 273 नमूने मिलावट के कारण फेल हो गए हैं। इनमें से 44 ऐसे उत्पाद पाए गए हैं, जो सेहत के लिए अत्यधिक खतरनाक माने गए हैं।

दूध और पनीर की स्थिति
दूध के 10 नमूने पूरी तरह से नकली पाए गए, जो सिंथेटिक थे। वहीं, पनीर के नमूनों में भी स्थिति अत्यंत चिंताजनक है, क्योंकि 69 में से 59 नमूने फेल पाए गए। जो कि 85 प्रतिशत की दर से है। इन नमूनों में से 23 को स्वास्थ्य के लिए असुरक्षित बताया गया है।

मसालों की जांच
मसालों की स्थिति भी बेहतर नहीं है। 36 नमूनों की जांच में से 22 नमूनों में मिलावट और घटिया सामग्री पाई गई। इनमें से 7 नमूने स्वास्थ्य के लिए असुरक्षित माने गए हैं। हल्दी, धनिया और मिर्च में मिलावट की विशेष रूप से पहचान की गई है। इस पर कोर्ट में मुकदमा चल रहा है और 1.22 करोड़ रुपये का जुर्माना भी वसूला गया है।

ये भी पढ़ें : अयोध्या में विस्तार के बाद जमीन महंगी : चार साल में दोगुनी हुई संपत्तियों की रजिस्ट्री, सर्किल रेट भी बढ़ा

सुरक्षा के लिए नई पहल
एफएसडीए ने मंदिरों के आसपास बिकने वाले प्रसाद की भी जांच कराने का निर्णय लिया है। सहायक आयुक्त खाद्य, सैयद शाहनवाज हैदर आबिदी ने बताया कि मिलावट की शिकायत करने के लिए टोल फ्री नंबर 18001805533 पर फोन किया जा सकता है। प्रसाद के नमूनों के लिए शासन से जल्द ही गाइडलाइन आने की उम्मीद है।

ये भी पढ़ें : महाकुंभ 2025 : रेलवे ने श्रद्धालुओं के लिए बनाया 'रेल महाकुंभ सेवा' ऐप, दिसंबर में होगा लॉन्च

मिलावट के प्रकार
जांच में मिली मिलावट के प्रकार भी अत्यंत चिंताजनक हैं। दूध में ग्लूकोज, यूरिया, रिफाइंड और डिटरजेंट जैसी सामग्री मिलाई जा रही है। खोआ में मिल्क पाउडर, स्टार्च और रिफाइंड की पहचान हुई है। घी में वनस्पति तेल, एसेंस और बटर यलो कलर मिलाया जाता है। सरसों के तेल में चावल की भूसी का तेल मिला होता है, जबकि पनीर में मिल्क पाउडर और रिफाइंड की भरपूर मात्रा पाई गई है। मसालों में हल्दी में लैड क्रॉमेट रंग और स्टार्च मिलाए जाते हैं, जबकि धनिया और मिर्च में ठंडल और रंग की मिलावट की गई है।

Also Read