पिरसुआ ग्राम पंचायत में वित्तीय अनियमितता : गलत फर्म को पांच लाख से अधिक का भुगतान, धरने पर बैठे प्रधान

UPT | ब्लॉक राया

Jul 02, 2024 15:34

मथुरा के राया ब्लॉक के अंतर्गत पिरसुआ गांव पंचायत में विकास कार्य का पैसा कार्य करने वाली फर्म को न देकर दूसरी फर्म को दे दिया गया। इससे नाराज लोग प्रधान सचिव की मनमानी के खिलाफ ब्लॉक कार्यालय के बाहर धरने पर बैठ गए।

Mathura News : राया विकास खंड की ग्राम पंचायत पिरसुआ के पंचायत सचिव पर मनमानी का आरोप लगा है। इस संबंध में डीपीआरओ से भी शिकायत की गई। कोई सुनवाई न होने पर दर्जनों ग्राम प्रधान ब्लाक कार्यालय के सामने धरने पर बैठ गए।
 
ये है मामला
बताया गया है कि ग्राम पंचायत पिरसुआ में एसएलडब्ल्यूएम योजना के अंतर्गत आरआरसी का कार्य कराया गया था। कार्य को ब्लॉक में रजिस्टर्ड फर्म मेसर्स रमन लाल ट्रेडर्स द्वारा पूरा कराया गया था। इस कार्य की लागत 5 लाख 40 हजार 6 सौ रुपये थी। आरोप है कि सचिव ने अपनी मर्जी से जेडी ट्रेडर्स को भुगतान कर दिया। जबकि यह भुगतान कार्य करा रही फर्म को किया जाना था। जिसके संबंध में ग्राम प्रधान मुन्नी देवी के प्रतिनिधि गोविंद रावत ने कई बार सचिव को बताया था। लेकिन सचिव ने अपनी मनमानी दिखाते हुए ग्राम प्रधान के डिजिटल हस्ताक्षर का दुरुपयोग किया। जब इसकी जानकारी ग्राम प्रधान को हुई तो प्रधान दंग रह गए। ग्राम प्रधानों ने ब्लॉक पर धरना देकर अधिकारियों से न्याय की गुहार लगाई।

पंचायत सचिव ने आरोप बताए निराधार
वहीं इस संबंध में जब पंचायत सचिव नीरज से फोन पर संपर्क किया गया तो उन्होंने कहा कि आरोप निराधार हैं। आरआरसी का भुगतान सही तरीके से किया गया है। डोंगल का प्रयोग ग्राम प्रधान के बड़े बेटे की मौजूदगी में किया गया। ग्राम प्रधान पूरे मामले की जांच करा सकते हैं। ग्राम पंचायत के सचिवालय में सीसीटीवी कैमरे लगे हैं। इसकी चाबियां ग्राम प्रधान के पास रहती हैं।

प्रधान के डिजिटल सिग्नेचर का दुरुपयोग
जिन ग्राम पंचायतों में प्रधान महिला हैं, वहां पंचायत सचिव अपनी मर्जी से डोंगल का इस्तेमाल करते हैं। पहले भी राया ब्लॉक में ऐसे कई मामले देखने को मिले हैं, जहां ग्राम प्रधान की अनुमति के बिना बिचौलियों के जरिए डोंगल का इस्तेमाल किया गया। ब्लॉक के अधिकारियों का कहना है कि डिजिटल सिग्नेचर एक अहम मामला है, जिसका इस्तेमाल ग्राम प्रधान ही करते हैं। लेकिन भरोसे के चलते प्रधान अपने डोंगल सचिवों को दे देते हैं।

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