Mathura News : बांग्लादेश में हिंदुओं पर अत्याचार के खिलाफ साधु-संतों का पैदल मार्च, भारत सरकार से सुरक्षा की मांग

UPT | साधु-संतों का पैदल मार्च

Aug 11, 2024 23:17

बांग्लादेश में हिंदुओं के साथ हो रहे अत्याचार का विरोध वृन्दावन के सन्त समाज ने किया है।पैदल मार्च निकालकर हिन्दुओ का समर्थन किया।

Mathura News : बांग्लादेश में सरकार के तख्ता पलट के बाद हिंदू समुदाय पर हो रहे अत्याचारों के खिलाफ वृंदावन में साधु-संतों और सर्वसमाज के लोगों ने एकजुट होकर विरोध प्रदर्शन किया। इस दौरान उन्होंने पैदल मार्च निकालकर भारत सरकार और संयुक्त राष्ट्र संघ से बांग्लादेश में रह रहे हिंदुओं की सुरक्षा सुनिश्चित करने की मांग की। रविवार को वृंदावन में रंगजी मंदिर के समीप से शुरू होकर चुंगी चौराहे तक निकाले गए इस मार्च में सैकड़ों की संख्या में साधु-संत, मंहत, कथावाचक और साध्वी ऋतम्भरा सहित सर्वसमाज के लोग शामिल हुए।

हिंदुओं पर अत्याचार के खिलाफ साधु-संतों का विरोध
बांग्लादेश में हाल ही में शेख हसीना की सरकार का तख्ता पलट हुआ है। इस घटना के बाद वहां की नई सरकार और उसके समर्थकों द्वारा हिंदू समुदाय को निशाना बनाया जा रहा है। वहां रह रहे लाखों हिंदुओं को चुन-चुनकर मारा जा रहा है और उनके घरों को जलाया जा रहा है। बांग्लादेश के हिंदू समुदाय पर इस अत्याचार के खिलाफ वृंदावन के लोगों में गहरा आक्रोश है। साधु-संतों ने इसे धार्मिक उत्पीड़न की पराकाष्ठा बताते हुए इसे मानवाधिकारों का उल्लंघन करार दिया है।
  भारत सरकार से सुरक्षा की मांग
वृंदावन में आयोजित इस विरोध मार्च में साधु-संतों ने भारत सरकार से बांग्लादेश में हिंदुओं की सुरक्षा के लिए तुरंत हस्तक्षेप करने की मांग की। उन्होंने कहा कि भारत सरकार को इस मामले में ठोस कदम उठाने चाहिए और बांग्लादेश के हिंदू समुदाय की सुरक्षा के लिए अंतरराष्ट्रीय मंचों पर इस मुद्दे को जोरदार तरीके से उठाना चाहिए। साधु-संतों का मानना है कि यदि समय रहते इस पर ध्यान नहीं दिया गया, तो बांग्लादेश में हिंदुओं की स्थिति और भी विकट हो सकती है।



साध्वी ऋतम्भरा ने कहा ये
साध्वी ऋतम्भरा ने इस अवसर पर कहा कि हिंदुओं पर हो रहे अत्याचार के खिलाफ पूरी दुनिया को एकजुट होना चाहिए। उन्होंने संयुक्त राष्ट्र संघ से अपील की कि वह बांग्लादेश के हिंदू समुदाय की सुरक्षा के लिए तत्काल प्रभाव से कदम उठाए। साध्वी ने कहा कि यह एक मानवीय संकट है और इसे राजनीतिक नजरिए से नहीं देखा जाना चाहिए। धर्म के आधार पर किसी भी समुदाय का उत्पीड़न बर्दाश्त नहीं किया जाना चाहिए। मंहतों और कथावाचकों ने भी इस अवसर पर अपने विचार रखे और कहा कि बांग्लादेश के हिंदू समुदाय के साथ जो हो रहा है, वह अत्यंत दुर्भाग्यपूर्ण और निंदनीय है। उन्होंने कहा कि भारतीय समाज को इस मुद्दे पर जागरूक होना चाहिए और बांग्लादेश में हिंदुओं की मदद के लिए अपनी आवाज बुलंद करनी चाहिए।

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