Aligarh News :  चार्ज संभालते ही एक्शन में दिखीं AMU की नई कुलपति, उत्पाती और अराजक तत्वों को हॉस्टल से किया जाएगा बाहर 

UPT | एएमयू हॉस्टल से अराजक तत्वों को बाहर किया जाएगा

Apr 28, 2024 21:45

एएमयू कुलपति प्रोफेसर नईमा खातून के कुलपति पदभार ग्रहण करने के बाद ही छात्रावासों में अवैध रूप से रहने वाले लोगों की सूची तैयार की जा रही है। नई कुलपति के फरमान के बाद छात्रावासों में...

Short Highlights
  • हॉस्टल में अवैध रूप से रहने वालों में मची खलबली 
  • विश्वविद्यालय की आंतरिक सुरक्षा को बेहतर करने की प्राथमिकता 
Aligarh News (Alok Kumar Singh) : अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय में कुलपति का चार्ज संभालते ही प्रोफेसर नईमा खातून एक्शन में आ गई है। एएमयू में उत्पाती और अवांछनीय तत्वों को हॉस्टल से बाहर किये जाने का निर्णय लिया है। एएमयू के हॉस्टल में करीब 17 हजार छात्र-छात्राओं की क्षमता है। वहीं छात्रावास में 20 हजार से अधिक विद्यार्थी रह रहे हैं। एएमयू की नई वाइस चांसलर प्रो. नईमा खातून ने नए सिरे से छात्रावासों को अलाट करने का निर्देश दिया है। इस वजह अब हॉस्टल खाली कराये जायेंगे। 

छात्रावासों में अवैध रूप से रहने वालों में मची खलबली 
एएमयू कुलपति प्रोफेसर नईमा खातून के कुलपति पदभार ग्रहण करने के बाद ही छात्रावासों में अवैध रूप से रहने वाले लोगों की सूची तैयार की जा रही है। नई कुलपति के फरमान के बाद छात्रावासों में अवैध रूप से रहने वालों में खलबली मच गई है। छात्रावासों के प्रवोस्ट के साथ कुलपति ने बैठक की, जिसके बाद उन्होंने निर्णय लिया है।  

विश्वविद्यालय की आंतरिक सुरक्षा को बेहतर करने की प्राथमिकता 
एएमयू कैंपस और छात्रावासों में आए दिन मारपीट, फायरिंग और गैर कानूनी गतिविधियों की खबरें आती है। जिससे विश्वविद्यालय की छवि पर असर पड़ता है। वहीं, आंतरिक सुरक्षा पर भी सवाल उठते हैं। प्रो. नईमा खातून के पदभार ग्रहण करने के बाद पठन-पाठन में सुधार के लिए विश्वविद्यालय की आंतरिक सुरक्षा को बेहतर करने को प्राथमिकता में रखा है। विश्वविद्यालय की कमान संभालने के बाद उन्होंने अपनी मंशा जाहिर कर दी है। कुलपति प्रोफेसर नईमा खातून 22 अप्रैल की रात को ही पदभार ग्रहण कर लिया था।  

करीब 20 हजार से ज्यादा विद्यार्थी रह रहे हैं छात्रावास में
एएमयू के 20 हॉस्टलों में कुल 60 छात्रावास हैं। इसमें पांच हॉस्टल छात्राओं के लिए निर्धारित है। इन सभी छात्रावासों में लगभग 17 हजार छात्र-छात्राओं के रहने की क्षमता निश्चित है, हालांकि, वर्तमान में करीब 20 हजार से ज्यादा विद्यार्थी रह रहे हैं। नियम के विपरीत छात्रावासों में क्षमता से अधिक छात्रों के रहने पर कई बार सवाल भी उठ चुके हैं, इसमें कई बार बाहरी व पूर्व छात्रों के कब्जे होने का मामला भी सामने आ चुका है। हालांकि इस मामले में प्रॉक्टर प्रोफेसर मोहम्मद वसीम अली ने बताया कि कुलपति ने कैंपस के अंदर लॉ एंड ऑर्डर का पालन और छात्रावासों में बाहरी लोगों को बेदखल कर नए सिरे से आवंटित करने का निर्देश दिया है।  

छात्रों का संबंध आतंकी संगठनों से सामने आया है 
हालांकि, 6 दिसंबर 2023 को छात्रों के दो गुटों की मारपीट व गोलीबारी में मेडिकल की एक छात्रा घायल हो गई थी, जिसके बाद विश्वविद्यालय प्रशासन ने हॉस्टल में अवैध रूप से रह रहे पूर्व छात्र व अवांछनीय तत्वों को बाहर निकालने का फरमान जारी किया था। लेकिन यह फरमान ठंडे बस्ते में पड़ा रहा। एएमयू के कई हॉस्टल में कुछ महीनो में कई बार आपराधिक घटनाएं सामने आ चुकी हैं।अधिकांश मामलों में छात्रावासों के छात्र, पूर्व छात्र और बाहरी युवकों की संलिप्ता शामिल रही है। वही, एटीएस द्वारा एएमयू के छात्रावास से चार छात्रों को गिरफ्तार की गई। इन छात्रों की पाकिस्तान आतंकी संगठन व आईएसआईएस से भी संबंध होने के मामले सामने आए थे। 10 अक्टूबर 2023 को छात्रों के गुट ने फिलीस्तीन के समर्थन में विश्वविद्यालय परिसर के अंदर जुलूस भी निकाला था। इस आरोप में चार छात्रों के खिलाफ मुकदमा भी दर्ज हुआ था। 

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