निर्यात की राह पर अलीगढ़ का आलू : दक्षिण अमेरिका को भाया इसका स्वाद, यूपी के इन जिलों में भी उत्पादन

UPT | निर्यात की राह पर अलीगढ़ का आलू

Jun 18, 2024 16:50

अलीगढ़ का आलू अब निर्यात की राह पर आगे बढ़ रहा है, जबकि पहले यह सिर्फ मंडियों तक ही सीमित था। कृषक उत्पादक संगठन (एफपीओ) इसी उद्देश्य को पूरा करने की तैयारी कर रहे हैं...

Aligarh News : अलीगढ़ का आलू अब निर्यात की राह पर आगे बढ़ रहा है, जबकि पहले यह सिर्फ मंडियों तक ही सीमित था। कृषक उत्पादक संगठन (एफपीओ) इसी उद्देश्य को पूरा करने की तैयारी कर रहे हैं। उन्होंने डायरेक्टर जनरल ऑफ फॉरेन ट्रेड (डीजीएफटी) और एग्रीकल्चर एंड प्रोसेस्ड फूड प्रोडक्ट्स एक्सपोर्ट डेवलपमेंट अथॉरिटी (एपीडा) से लाइसेंस लिया है और निर्यात के क्षेत्र में कदम रख दिया है। एफपीओ ने पहले ही 60 टन आलू दक्षिण अमेरिकी देश गुयाना को भेज दिया है। यह पहली बार था जब अलीगढ़ से आलू का निर्यात किया गया। निर्यात के लिए एफपीओ ऑनलाइन मार्केटिंग भी कर रहे हैं। इससे एफपीओ से जुड़े किसानों को सीधा लाभ मिलेगा।

आलू की कई किस्में
अलीगढ़ के कृषक उत्पादक संगठन अब विभिन्न राज्यों से प्राप्त आर्डरों को पूरा करने के बाद अंतरराष्ट्रीय बाजारों में भी आलू का निर्यात करने कर रहे हैं। इस क्षेत्र में उगाए जाने वाले आलू की कई किस्में हैं, जिनकी विदेशी बाजारों में भारी मांग है। अलीगढ़ में आलू के निर्यात के लिए विभिन्न किस्मों की खेती की जाएगी। इनमें चिप्स बनाने वाली चिप्सोना वन, चिप्सोना श्री, चिप्सोना फोर, एलआर, फ्राइसोना आदि शामिल हैं। साथ ही खाने के लिए उपयुक्त कुफरी बहार, कुफरी मोहन, ख्याति जैसी किस्में भी उगाई जाएंगी।



आलू की बर्बादी से राहत
अलीगढ़ जनपद के किसानों के लिए आलू एक महत्वपूर्ण फसल है। इस क्षेत्र में इग्लास और अतरौली आलू उत्पादन के प्रमुख केंद्र माने जाते हैं। पहले सिर्फ 27 हजार हेक्टेयर क्षेत्र में सीमित रहने वाली आलू की खेती अब 33 हजार हेक्टेयर तक फैल चुकी है। इस बार आलू की अच्छी पैदावार के कारण किसानों को काफी मुनाफा हुआ है। उन्हें 50 किलोग्राम के बोरे के लिए 1000-1200 रुपये मिले, जो पिछले साल की तुलना में काफी अधिक था। गत वर्ष कम मूल्य के चलते किसानों को सड़कों पर ट्रैक्टर-ट्रालियों में आलू बेचना पड़ा था। क्षेत्र में किसी भी सरकारी प्रोसेसिंग यूनिट के अभाव में अक्सर आलू की बर्बादी होती है।

यूपी में इतने फीसदी आलू
बता दें कि उत्तर प्रदेश सबसे बड़ा आलू उत्पादक राज्य है। यह राज्य देश के कुल आलू उत्पादन का लगभग 30 प्रतिशत हिस्सा देता है। उत्तर प्रदेश में उत्पादित आलू की आपूर्ति अन्य राज्यों में भी की जाती है। वर्तमान में भारत का कुल आलू उत्पादन लगभग 260 लाख टन है। इस प्रकार, उत्तर प्रदेश आलू उत्पादन में अग्रणी भूमिका निभाता है और देश के कई हिस्सों में इसकी आपूर्ति करता है। देश में आलू का कई राज्यों में उत्पादन होता है। सिर्फ उत्तर प्रदेश में 8 लाख हेक्टेयर से ज़्यादा ज़मीन पर आलू की खेती होती है।
 
जगह क्षेत्र (हेक्टेयर) उत्पादकता (क्विंटल/हेक्टेयर)
उत्तर प्रदेश 8 लाख 260000000(क्विंटल)
आगरा 56303 263.77
अलीगढ़ 27,500 8.52 लाख मीट्रिक टन
हाथरस 11.098 249.77
बुलंदशहर 7558 188.32
फिरोजाबाद 38832 255.00
मैनपुरी 16402 196.43


अलीगढ़ के ताले ही नहीं आलू भी प्रसिद्ध
बात करते हैं अलीगढ़ के आलू की जिसने निर्यात के क्षेत्र में अपने कदम रख दिए हैं। जनपद में आलू  27,500 हेक्टेयर जमीन पर होता है। इलके अलावा 8.52 लाख मीट्रिक टन उत्पादन होता है। अलीगढ़ के ताले ही नहीं बल्कि आलू भी प्रसिद्ध हुए हैं। अलीगढ़ का 29 मीट्रिक टन आलू किसानों के समूह एफपीओ के माध्यम से,पहली बार गुयाना को निर्यात किया गया। अलीगढ़ के आलू का स्वाद दक्षिण अमेरिका के गुयाना देश के लोगों के मन भा गया।

आगरा में आलू उत्पादन
यूपी के आगरा जिले की मिट्टी दोमट रेतीली दोमट खड्ड और बंजर भूमि है। मिट्टी की उर्वरता की स्थिति खराब से बहुत खराब है। कृषि विज्ञान केंद्र की रिपोर्ट के मुताबिक,आगरा में आलू की फसल 56303 हेक्टेयर जमीन और उत्पादकता 263.77 क्विंटल प्रति हेक्टेयर होती है। आगरा में बाकी फसलों के मुकाबले आलू का उत्पादन ज्यादा होता है।  यहां पर हर साल 14851040 क्विंटल आलू का उत्पादन किया जाता है।

हाथरस में आलू की पैदावार
हाथरस में आलू का उत्पादन 9 हजार 598 क्विंटल 11.098 हेक्टेयर जमीन पर किया जात है। हाथरस जिले की मिट्टी जलोढ़ मिट्टी है। इन मिट्टी की विशेषता उनकी गहराई और भूरे या धूसर भूरे रंग से होती है। उनकी बनावट रेतीली, रेतीली दोमट से लेकर चिकनी दोमट तक भिन्न होती है। यहां पर आलू की उत्पादकता 249.77 क्विंटल प्रति हेक्टेयर होती है।

इन राज्यों में उत्पादकता
वहीं बुलंदशहर में 7558 हेक्टेयर जमीन पर 1423322 क्विंटल आलू का उत्पादन होता है। फिरोजाबाद में 38832 हेक्टेयर जमीन पर 255.00 क्विंटल प्रति हेक्टेयर आलू का उत्पादन किया जाता है। मैनपुरी में आलू की फसल 16402 हेक्टेयर जमीन और उत्पादकता 196.43 क्विंटल प्रति हेक्टेयर होती है।

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