Aligarh News : एएमयू परीक्षा में रसूल का सिलेबस हटाने पर छात्रों का प्रदर्शन, कहा- तानाशाही से चल... 

UPT | विभिन्न मांगों को लेकर एएमयू छात्रों ने प्रदर्शन किया।

May 09, 2024 17:39

अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय में छात्रसंघ की मांग को लेकर प्रदर्शन किया गया। इस दौरान छात्रों ने कहा कि यूनिवर्सिटी तानाशाही से चलाई जा रही है। प्रवेश परीक्षा में इंडो इस्लामिक कल्चर से रसूल...

Short Highlights
  • छात्रों ने की स्टूडेंट यूनियन की मांग। 
  • इंडो इस्लामिक कल्चर के पाठ्यक्रम को लागू किया जाए। 
  • कैंपस में फायरिंग से छात्र नाराज, छह महीने के बाद हुई फायरिंग की घटना।
Aligarh News : अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय में छात्रसंघ की मांग को लेकर प्रदर्शन किया गया। इस दौरान छात्रों ने कहा कि यूनिवर्सिटी तानाशाही से चलाई जा रही है। प्रवेश परीक्षा में इंडो इस्लामिक कल्चर से रसूल का सिलेबस हटाए जाने पर नाराजगी जताई। छात्रों ने वाइस चांसलर प्रोफेसर नईमा खातून के नाम संबोधित ज्ञापन प्राक्टर को सौंपा। छात्रों ने कैंपस में हो रही फायरिंग को लेकर चिंता जताई है। छात्रों ने कहा है कि मांग अगर पूरी नहीं हुई तो जल्द आंदोलन किया जाएगा। एएमयू में नई कुलपति प्रोफेसर नईमा खातून के पदभार ग्रहण करने के बाद छात्रों ने छात्रसंघ यूनियन की मांग शुरू कर दी है। जिसको लेकर गुरुवार को छात्रों ने प्रोटेस्ट निकालकर आवाज उठाई।  

छात्रों ने की स्टूडेंट यूनियन की मांग की 
एएमयू छात्रों ने मौलाना आजाद लाइब्रेरी से बाबे सैयद गेट तक प्रोटेस्ट मार्च निकाला। एएमयू के छात्र जानिब हसन ने नई कुलपति को मुबारकबाद देते हुए कहा कि छात्रों के मुद्दे अब पूरे करें, जिससे छात्रों को खुशी हो। उन्होंने कहा कि बहुत लंबे समय से स्टूडेंट यूनियन नहीं बनी है। स्टूडेंट यूनियन अगर बन जाएगी तो कहीं न कहीं छात्र अपने मुद्दे उठाएंगे। जो एएमयू प्रशासन को गंवारा नहीं है। इस समय विश्वविद्यालय में डिक्टेटरशिप चल रही है। बहुत समय से एएमयू में छात्रसंघ के चुनाव नहीं हुए हैं। इसलिए जल्द से जल्द छात्रसंघ चुनाव के लिए डेट की घोषणा की जाए। 

इंडो इस्लामिक कल्चर के पाठ्यक्रम लागू किया जाए
छात्र जानिब हसन ने कहा कि प्रवेश परीक्षा में इंडो इस्लामिक कल्चर से रसूल पर आधारित सिलेबस को हटाना गलत है। विश्वविद्यालय प्रशासन को यह एक्सप्लेन करना चाहिए कि इसे क्यों हटाया गया है। पहले सिलेबस में बदलाव किया जाता था, तो उसके बारे में नोटिस देखकर जानकारी दी जाती थी। जिससे लोगों को पता चले। लेकिन, तानाशाही तरीके से यह सिलेबस हटा दिया गया। उन्होंने कहा कि कुलपति इस पर विचार करें और दोबारा सिलेबस को जोड़ा जाए। सिलेबस से रसूल पर आधारित प्रश्नों को हटाने के पीछे एक बड़ा खेल है, जो बाद में समझ में आएगा।  

कैंपस में फायरिंग से छात्र नाराज
अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय कैंपस में फायरिंग की घटना को लेकर जानिब हसन ने कहा कि एएमयू में फायरिंग करने वाले छात्र नहीं होते। विश्वविद्यालय के गेट खुले हुए हैं। कहीं से कोई भी आ जा सकता है। पुलिस बहाने बनाती है। ऐसे लोगों को गिरफ्तार नहीं करती है। ऐसे असामाजिक तत्वों को पुलिस कब्र से भी खोदकर निकाल सकती है। क्रिमिनल और आउट साइडर को यूनिवर्सिटी कैंपस में एंट्री नहीं देने की मांग की गई है। बिना परमिशन कैंपस के अंदर पुलिस की एंट्री भी नहीं देने की बात कही।  
 
छह महीने के बाद हुई फायरिंग की घटना
एएमयू के प्राक्टर प्रो. वसीम अली ने कहा कि कि छात्रों की 15 सूत्री डिमांड है। जिसमें खासतौर से छात्रों की मांग है कि स्टूडेंट यूनियन को बहाल किया जाए। विश्वविद्यालय के अंदर अनवांटेड लोगों की निशानदेही कर कैंपस से बाहर किया जाए। कैंपस के अंदर फायरिंग की घटना को लेकर प्रॉक्टर ने कहा कि 6 महीने के बाद फायरिंग की घटना हुई है। घटना के एक घंटे के अंदर ही आरोपियों को पकड़ लिया और पुलिस के सुपुर्द कर दिया गया। कानून के हिसाब से सख्त कार्रवाई की जा रही है। प्रॉक्टर ने कहा कि जिन लोगों ने फायरिंग की है, वे छात्र नहीं थे।

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