अयोध्या रेप केस पर सरकार को घेरा : सांसद चंद्रशेखर ने कहा- खाकी का डर खत्म, मुख्यमंत्री के दावे हवा-हवाई

UPT | अयोध्या रेप केस में सियासत की एंट्री

Aug 03, 2024 19:04

उत्तर प्रदेश के अयोध्या में हाल ही में हुए रेप कांड ने प्रदेश में राजनीतिक हलचल मचा दी है। भीम आर्मी के प्रमुख और नगीना सांसद चंद्रशेखर आजाद ने इस घटना को लेकर योगी सरकार पर तीखा हमला किया है।

Short Highlights
  • अयोध्या रेप केस में सियासत की एंट्री
  • सांसद चंद्रशेखर ने योगी सरकार को घेरा
  • बुलडोजर कार्रवाई पर सरकार को घेरा
Ayodhya News : उत्तर प्रदेश के अयोध्या में हाल ही में हुए रेप कांड ने प्रदेश में राजनीतिक हलचल मचा दी है। भीम आर्मी के प्रमुख और नगीना सांसद चंद्रशेखर आजाद ने इस घटना को लेकर योगी सरकार पर तीखा हमला किया है। अम्बेडकरनगर के कटेहरी में एक जनसभा को संबोधित करते हुए आजाद ने प्रदेश में कानून व्यवस्था की आलोचना की और आरोप लगाया कि छोटी बच्चियों के साथ अपराधों की बढ़ती संख्या इस बात का प्रमाण है कि खाकी का डर खत्म हो चुका है।

'मुख्यमंत्री अपनी कुर्सी पर बैठे हैं'
चंद्रशेखर आजाद ने उत्तर प्रदेश सरकार की आलोचना करते हुए कहा कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और उनके मंत्री अपनी कुर्सियों पर बैठे हुए हैं जबकि अपराधी खुलेआम घूम रहे हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि सरकार के दावे केवल शब्दों तक सीमित हैं और जमीन पर कोई ठोस कार्रवाई नहीं हो रही है। आजाद ने सवाल उठाया कि कैसे बुलडोजर चलाने से पीड़ितों को न्याय मिलेगा जब कानून व्यवस्था पूरी तरह से ध्वस्त हो चुकी है।

बुलडोजर कार्रवाई पर सरकार को घेरा
अयोध्या रेप कांड पर चंद्रशेखर आजाद ने कहा कि पुलिस प्रशासन की लापरवाही ने इस घटना को जन्म दिया है। उन्होंने सरकार से सवाल किया कि अगर बुलडोजर चलाने से अपराधों पर नियंत्रण नहीं पाया जा सकता, तो मुख्यमंत्री और मंत्री अपने पदों पर क्यों बने हुए हैं। आजाद का कहना है कि प्रदेश में गुंडागर्दी और कानून की अनदेखी के चलते समाज में असुरक्षा की स्थिति बन गई है। हालांकि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस घटना के बाद तुरंत कार्रवाई की। लखनऊ में दुष्कर्म पीड़िता की मां से मुलाकात के कुछ घंटों के भीतर ही थानाध्यक्ष पूराकलंदर रतन शर्मा और भदरसा चौकी इंचार्ज अखिलेश गुप्ता को निलंबित कर दिया गया।

जानिए क्या है पूरा मामला
घटना अयोध्या जिले के पूरा कलंदर थाना क्षेत्र के भदरसा पुलिस चौकी इलाके में हुई। मुख्य आरोपी समाजवादी पार्टी के नेता मोईद खान और उसका कर्मचारी राजू खान हैं। पीड़िता की मां के अनुसार, जब वे शिकायत करने पुलिस चौकी गए तो उन्हें कोई सुनवाई नहीं मिली। बाद में थाने पहुंचने पर भी पुलिस ने शुरू में मोईद खान का नाम एफआईआर से हटा दिया था। यह भी आरोप है कि अभियुक्त के परिसर में ही पुलिस चौकी किराए की जमीन पर थी, जिसे बाद में हटाकर दो किलोमीटर दूर स्थानांतरित कर दिया गया। पीड़िता की मां ने बताया कि उनकी बेटी खेतों में मजदूरी करके घर लौट रही थी, जब राजू खान उसे मोईद खान की बेकरी में ले गया। वहां दोनों आरोपियों ने उसे नशीली दवा देकर बलात्कार किया और वीडियो बनाया। इसके बाद दो महीने तक यह सिलसिला चलता रहा। जब बेटी की तबीयत खराब हुई तो जांच में गर्भावस्था का पता चला। मां ने कहा कि जब वे शिकायत करने गए तो मोईद खान ने उन्हें 2000 रुपये देकर गर्भपात कराने को कहा और धमकी दी कि अगर वे आगे बढ़े तो उनकी बेटी के टुकड़े करवा देंगे।

आरोपी के घर में चल रही थी पुलिस चौकी
जिस भदरसा चौकी पर पीड़िता की मां शिकायत करने पहुंची थी, वह 2012 से मोईद खान के घर में ही चल रही थी। इस कारण पुलिस वाले उस पर कार्रवाई करने से हिचक रहे थे। हालांकि, अब इस मामले के सामने आने के बाद चौकी को वहां से हटाकर दूसरी जगह स्थानांतरित कर दिया गया है। समाजवादी पार्टी के स्थानीय नेता इस मामले पर चुप्पी साधे हुए हैं और मीडिया के सवालों का जवाब नहीं दे रहे हैं। मोईद खान के छोटे बेटे निशान ने अपने पिता का बचाव करते हुए कहा कि उन पर झूठा आरोप लगाया गया है। उसने दावा किया कि यह भाजपा नेताओं की साजिश है क्योंकि उसके पिता समाजवादी पार्टी के नेता हैं। हालांकि, पुलिस ने मामले में दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है और उन पर गैंगरेप और पॉक्सो एक्ट की धाराएं लगाई गई हैं।

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