अपना व्यापार शुरू कीजिए : राहुल गांधी ने सुल्तानपुर के मोची रामचेत को भेजा गिफ्ट

UPT | राहुल गांधी ने सुल्तानपुर के मोची रामचेत को भेजा गिफ्ट

Sep 03, 2024 01:27

26 अगस्त को कांग्रेस सांसद और नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने रामचेत की दुकान पर कुछ समय बिताया था। जिसके बाद, राहुल गांधी ने सोमवार को मोची रामचेत के लिए लाखों रुपये का कीमती सामान भेजा है...

Short Highlights
  • मोची रामचेत के लिए राहुल गांधी ने भेजा तोहफा
  • जूते-चप्पल बनाने का कीमती सामान लेकर पहुंची राहुल की टीम
  • इससे पहले भिजवाई थी सिलाई मशीन
Sultanpur News :  रामचेत मोची अब किसी पहचान के मोहताज नहीं हैं। उत्तर प्रदेश के सुल्तानपुर में एक छोटे से गांव ढेसरुआ में रहने वाले रामचेत मोची की जिंदगी में एक अचानक मोड़ आया है। यह मोड़ उनकी जिंदगी में कांग्रेस नेता राहुल गांधी से हुई मुलाकात के बाद आया। जहां, पहले वह अपनी गुमटी की दुकान में जूता-चप्पल सिलने का काम करते थे, लेकिन हाल ही में उनकी किस्मत ने एक बड़ा बदलाव देखा। जानकारी के अनुसार, राहुल गांधी ने सोमवार को मोची रामचेत के लिए कीमती सामान भेजा है, जो उन्हें जूते-चप्पल बनाने और अपना कारोबार आगे बढ़ाने में मददगार साबित होगा।

रामचेत की दुकान पर पहुंचे थे राहुल
दरअसल, 26 अगस्त को कांग्रेस सांसद और नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने उनकी दुकान पर कुछ समय बिताया था। इस दौरान, न सिर्फ उन्होंने रामचेत से बातचीन की बल्कि उनसे जूते-चप्पल की सिलाई के बारे में भी जानकारी ली। जिसके बाद, राहुल गांधी ने उन्हें अपना फोन नंबर भी दिया था। जिसके बाद रामचेत ने राहुल गांधी को अपने हाथ से बना जूता भी भिजवाया था। वहीं बदले में राहुल गांधी की टीम ने रामचेत को जूता सिलने की मशीन भेंट की थी, जिसे देखकर रामचेत काफी खुश हो गए थे।



राहुल ने रामचेत को भेजा लाखों का तोहफा
हाल ही में रविवार रात उनके मोबाइल पर एक कॉल आई, जिसमें उन्हें अगले दिन दुकान पर उपस्थित रहने को कहा गया। इसके बाद सुबह, जैसे ही रामचेत अपने बेटे के साथ दुकान पहुंचे तो दोपहर करीब दो बजे उनके घर के बाहर एक चार पहिया वाहन आकर खड़ा हुआ। गाड़ी से उतरे लोगों ने बताया कि राहुल गांधी ने उनके लिए एक विशेष उपहार भेजा है। जिसके बाद, गाड़ी से उतरे सामान को देखकर रामचेत काफी खुश हो गए। गाड़ी में चार डिब्बे सामान था। जिसमें,जिसमें पफ चमड़ा (नंबर वन), रिपीट, सिलाई का सामान, सोल और पैताबा शामिल थे।  

ये भी पढ़ें- सीएम योगी मुरादाबाद में बोले : पहले यूपी में चाचा-भतीजे की जोड़ी वसूली पर निकलती थी

Also Read