Chitrakoot News : वायरल वीडियो में जिला विद्यालय निरीक्षक की कथित कदाचार की पोल खुली

UPT | वीडियो वायरल

Aug 11, 2024 01:47

चित्रकूट में जिला विद्यालय निरीक्षक और वरिष्ठ सहायक के बीच का वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है। वीडियो में जिला विद्यालय निरीक्षक को वरिष्ठ सहायक नंदकिशोर मिश्रा का फोन खींचते हुए देखा जा सकता है।

Chitrakoot News : चित्रकूट जिले में जिला विद्यालय निरीक्षक (डीआईओएस) और एक वरिष्ठ सहायक के बीच का वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है। इस वीडियो में जिला विद्यालय निरीक्षक संतोष कुमार मिश्रा को वरिष्ठ सहायक नंदकिशोर मिश्रा का फोन खींचते हुए देखा जा सकता है। यह घटना जिला मुख्यालय के डीआईओएस कार्यालय की है,जहां यह विवाद हुआ। 

नंदकिशोर मिश्रा पंडित पुरुषोत्तम द्विवेदी इंटर कॉलेज मऊ में वरिष्ठ सहायक के पद पर कार्यरत थे। उन्होंने 9 अगस्त को अपने जीपीएफ खाते में जमा धनराशि के भुगतान के लिए एक प्रार्थना पत्र चित्रकूट के डीएम को दिया था। इसके बाद जब वे इसी मामले में डीआईओएस संतोष कुमार मिश्रा से मिलने पहुंचे तो दोनों के बीच कहासुनी हो गई, जो बाद में हाथापाई में बदल गई। इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद पूरे जिले में चर्चा का विषय बन गया है।

उच्च माध्यमिक कर्मचारी संघ के अध्यक्ष अवधेश मिश्रा ने इस घटना पर नाराजगी जताते हुए कहा है कि जिला विद्यालय निरीक्षक द्वारा सेवानिवृत्त कर्मचारियों के साथ की गई मारपीट और अभद्र भाषा में बात करने का वीडियो और ऑडियो उनके पास सुरक्षित है और यह पूरी तरह से अस्वीकार्य है। उन्होंने कहा कि इस मामले को लेकर डीएम चित्रकूट को भी सूचित किया गया है।

मोबाइल छीनकर मारपीट और अभद्र भाषा के प्रयोग का आरोप 
नंदकिशोर मिश्रा ने आरोप लगाया कि संतोष कुमार मिश्रा ने उनका मोबाइल छीनकर उनके साथ मारपीट की और अभद्र भाषा का प्रयोग किया। उन्होंने आगे आरोप लगाया कि डीआईओएस कार्यालय में सहायक पटल बाबू प्रदीप पांडे के इशारों पर पूरा कार्यालय चलता है और कोई भी अधिकारी या कर्मचारी उनके बिना सिग्नेचर नहीं कर सकता। मिश्रा ने यह भी कहा कि अगर प्रदीप पांडे को ऑफिस से नहीं हटाया गया तो इस तरह की घटनाएं होती रहेंगी। उन्होंने आरोप लगाया कि प्रदीप पांडे ने उनसे स्पष्ट रूप से कहा कि जब तक सुविधा शुल्क नहीं दिया जाएगा तब तक उनका काम नहीं होगा। इस तरह के व्यवहार से नंदकिशोर मिश्रा जैसे रिटायर्ड कर्मचारी परेशान हैं। 

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