डीडीयूजी और एमएमएमयूटी के बीच समझौता : छात्रों को मिलेगा तकनीकी और साहित्यिक ज्ञान

UPT | दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय और मदन मोहन मालवीय प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय

Aug 06, 2024 16:38

स पहल के तहत, दोनों विश्वविद्यालयों के छात्रों को एक-दूसरे के संकाय सदस्यों से सीखने का अवसर मिलेगा। DDUG के छात्र एमएमएमयूटी के प्रोफेसरों से इंजीनियरिंग और तकनीकी विषयों...

Short Highlights
  • डीडीयूजी और एमएमएमयूटी ने 'शिक्षा एक्सचेंज' कार्यक्रम की शुरुआत की 
  • दोनों एक समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर करने की प्रक्रिया में हैं
Gorakhpur News : गोरखपुर की दो प्रमुख उच्च शिक्षण संस्थानों, दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय (DDUG) और मदन मोहन मालवीय प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय (MMMUT), ने एक अभिनव 'शिक्षा एक्सचेंज' कार्यक्रम की शुरुआत की है। इस पहल के तहत, दोनों विश्वविद्यालयों के छात्रों को एक-दूसरे के संकाय सदस्यों से सीखने का अवसर मिलेगा। DDUG के छात्र एमएमएमयूटी के प्रोफेसरों से इंजीनियरिंग और तकनीकी विषयों का ज्ञान प्राप्त करेंगे, जबकि एमएमएमयूटी के छात्र गोरखपुर यूनिवर्सिटी के प्रोफेसरों से साहित्य और मानविकी विषयों में प्रशिक्षण लेंगे।

दोनों यूनिवर्सिटी के बीच समझौता ज्ञापन
इस साझेदारी के लिए दोनों विश्वविद्यालय एक समझौता ज्ञापन (MoU) पर हस्ताक्षर करने की प्रक्रिया में हैं। इस समझौते के तहत, प्रोफेसरों को अतिथि व्याख्यान देने के लिए आमंत्रित किया जाएगा और उन्हें इसके लिए पारिश्रमिक भी दिया जाएगा। यह पहल न केवल छात्रों के ज्ञान को बढ़ाएगी, बल्कि दोनों संस्थानों के बीच अकादमिक सहयोग को भी मजबूत करेगी।



कई अन्य महत्वपूर्ण समझौते भी शामिल
समझौते के अन्य महत्वपूर्ण पहलुओं में संयुक्त रिसर्च परियोजनाएं, पीएचडी और पोस्ट-डिप्लोमा कार्यक्रमों में संयुक्त पर्यवेक्षण और साझा सम्मेलनों का आयोजन शामिल है। इसके अलावा, गोरखपुर यूनिवर्सिटी और एमएमएमयूटी के छात्रों को इंटर्नशिप के अवसर प्रदान करेगा और अपनी प्रयोगशालाओं का उपयोग करने की अनुमति देगा, विशेष रूप से उन दिनों में जब वे एमएमएमयूटी के छात्रों के लिए बंद होंगी।

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आयूष विश्वविद्यालय के साथ भी होगा समझौता
गोरखपुर यूनिवर्सिटी की कुलपति प्रोफेसर पूनम टंडन ने इस पहल को छात्रों के लिए लाभदायक बताया, जिससे उन्हें तकनीकी ज्ञान और प्रयोगशाला की सुविधाओं तक बेहतर पहुंच मिलेगी। एमएमएमयूटी के प्रोफेसर जेपी सैनी ने भी इस समझौते के महत्व पर प्रकाश डाला और भविष्य में आयुष विश्वविद्यालय के साथ भी इसी तरह का समझौता करने की योजना का खुलासा किया। 

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