महिला हिंसा के विरोध में एपवा ने निकाला मार्च : कुसुम वर्मा बोलीं- यूपी में महिलाएं सुरक्षित नहीं, एनसीआरबी के आंकड़े दे रहे गवाही

UPT | महिला हिंसा के विरोध में एपवा ने निकाला मार्च

Oct 24, 2024 15:49

यूपी में महिलाओं पर बढ़ती हिंसा के विरोध में बृहस्पतिवार को एपवा ने चारबाग रेलवे स्टेशन से पैदल मार्च निकाला। मार्च में 15 जिलों की महिलाएं शामिल रहीं।

Lucknow News : यूपी में महिलाओं पर बढ़ती हिंसा के विरोध में बृहस्पतिवार को अखिल भारतीय प्रगतिशील महिला एसोसिएशन (एपवा) ने चारबाग रेलवे स्टेशन से पैदल मार्च निकाला। मार्च में 15 जिलों की महिलाएं शामिल रहीं। इसका नेतृत्व संगठन की प्रदेश अध्यक्ष कृष्णा अधिकारी और सचिव कुसुम वर्मा ने किया। विधानभवन कूच करने पर महिलाओं को स्टेशन रोड पर केकेसी कॉलेज के पास पुलिस-प्रशासन ने रोक लिया। इससे नाराज महिलाओं ने योगी सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। 

पीड़ित महिलाओं को नहीं मिल रहा न्याय  
प्रदेश सचिव कुसुम वर्मा ने कहा यूपी में महिलाएं और बेटियां सुरक्षित नहीं हैं। एनसीआरबी के ताजा आंकड़े बताते हैं की महिला अपराध के मामले में यूपी पहले नंबर पर है। उन्होंने कहा कि प्रदेश के हर जनपद से महिलाओं के साथ दुष्कर्म, हत्या, अपहरण, लूट और हिंसा की घटनाएं बढ़ती जा रही हैं। पीड़ित महिलाओं को न्याय भी नहीं मिल रहा है। योगी सरकार को महिलाओं से वोट चाहिए। लेकिन उनकी सुरक्षा, न्याय और सम्मान से कोई लेना-देना नहीं है। सरकार की प्रदेश में नफरत और बुलडोजर की राजनीति ने आग लगा दी है। हाल में बहराइच, बनारस और मथुरा की घटनाएं इसका ताजा उदाहरण हैं।



ठोक दो राजनीति की जरूरत नहीं
प्रदेश अध्यक्ष कृष्णा अधिकारी ने कहा कि यूपी को बुलडोजर से नहीं, बल्कि संविधान से न्याय की जरूरत है। उन्होंने कहा कि सरकार की ठोक दो की राजनीति की प्रदेश को जरूरत नहीं है। इस दौरान एपवा उपाध्यक्ष आरती राय, जिला सह सचिव गीता पांडे, रेखा पासवान, कमला गौतम, सरोजिनी बिष्ट, माला आदि महिलाएं शामिल रहीं। मार्च में लखनऊ, कानपुर अयोध्या, गोरखपुर, देवरिया, सीतापुर, लखीमपुर खीरी, प्रयागराज, वाराणसी, चंदौली, भदोही, मिर्जापुर, बलिया, गाजीपुर, सोनभद्र आदि जिलों से महिलाएं शामिल रहीं।

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