प्रथम दिन की कथा में व्यास श्री कवि चंद्र दास जी ने कहा कि डीजे पर आमतौर पर फूहड़ गीत ही बजते हैं। किंतु आज शोभायात्रा में लाखों लोगों के कानों में भगवान के परम पवित्र नामों की ध्वनि पड़ी है, कीट- पतंग, पेड़ पौधों जैसे बेचारे करोड़ों बेज़ुबान जीवों का भी इससे कल्याण हुआ है।