रहीमनगर-खुर्रमनगर में सर्वे रुका : मशीन में पानी नहीं चल सकी, अब जीपीएस और सेटेलाइट से होगा

फ़ाइल फोटो | रहीमनगर में अवैध निर्माण का सर्वे करने पहुंचे अफसर

Jul 09, 2024 23:43

लखनऊ के रहीम नगर और खुर्रम नगर में अवैध कब्जों का सर्वे करने पहुंची सरकारी टीम को  बिना सर्वे के ही वापस लौटना पड़ा। अब अधिकारियों ने घोषणा की है कि वे जीपीएस और सैटेलाइट तकनीक का उपयोग करके सर्वे करेंगे ताकि माप सटीक रहे।

Lucknow News : लखनऊ के रहीम नगर और खुर्रम नगर में अवैध कब्जों का सर्वे करने पहुंची सरकारी टीम को  बिना सर्वे के ही वापस लौटना पड़ा। इसमें एलडीए, सिंचाई विभाग, नगर निगम व पुलिसकर्मी शामिल थे। अब अधिकारियों ने घोषणा की है कि वे जीपीएस और सैटेलाइट तकनीक का उपयोग करके सर्वे करेंगे ताकि माप सटीक रहे।

इस कारण नहीं हुआ सर्वे
लखनऊ में रहीम नगर और खुर्रम नगर क्षेत्रों में अवैध कब्जों का सर्वे करने की योजना बनाई गई थी। इस कार्य के लिए लखनऊ विकास प्राधिकरण (एलडीए), सिंचाई विभाग, नगर निगम और पुलिस की एक संयुक्त टीम मंगलवार को मौके पर पहुंची। हालांकि, उनके प्रयास विभिन्न बाधाओं के कारण विफल हो गए। पहले लगभग डेढ़ घंटे तक बारिश के कारण सर्वे शुरू नहीं किया जा सका। जब अंततः कार्य शुरू हुआ, तो लोकेटर मशीन में पानी चला गया जिससे वह काम करना बंद कर दी। इस तकनीकी खामी के कारण अधिकारियों को बिना सर्वे किए ही वापस लौटना पड़ा। 

क्यों किया जा रहा सर्वे
सर्वे का मुख्य उद्देश्य कुकरैल नदी के किनारे से 50-50 मीटर की दूरी पर हुए अवैध निर्माणों की पहचान करना था। एलडीए के ओएसडी रविनंदन सिंह और कार्यकारी अभियंता राजकुमार अपनी टीम के साथ सर्वे के लिए पहुंचे थे। सुरक्षा व्यवस्था के लिए, पुलिस और पीएसी की टीमें सुबह आठ बजे से ही क्षेत्र में तैनात थीं। अधिकारियों ने बताया कि वे बुधवार को चार मशीनों के साथ फिर से आएंगे। इस बीच, कुछ स्थानीय निवासियों ने टीम का विरोध शुरू कर दिया, यह आरोप लगाते हुए कि कार्रवाई एकतरफा है। उनका कहना था कि केवल नाले के बाएं किनारे के मकानों को निशाना बनाया जा रहा है, जबकि दाएं किनारे पर बने बांध और उस पर निर्मित बड़े मकानों और गेस्ट हाउसों को छोड़ दिया गया है।

एलडीए ने अवैध अपार्टमेंट सील किया
लखनऊ विकास प्राधिकरण के प्रवर्तन जोन पांच की टीम ने मंगलवार को महानगर में एक अवैध निर्माण को सील कर दिया। यह अपार्टमेंट पहले भी सील किया गया था, लेकिन सील खोलने के लिए दिए गए शपथ पत्र की शर्तों का उल्लंघन करने पर इसे दोबारा सील किया गया। जोनल अधिकारी राजकुमार ने बताया कि यह कार्रवाई महानगर के सेक्टर-ए में भूखंड संख्या बी-21 पर की गई, जहां लगभग 950 वर्गमीटर क्षेत्रफल में स्वीकृत मानचित्र के विपरीत भूतल समेत चार मंजिला अपार्टमेंट का निर्माण किया जा रहा था। सहायक अभियंता प्रवीण कुमार के नेतृत्व में यह कार्रवाई की गई।

रहीम नगर में अवैध निर्माण जारी
रहीम नगर में अवैध निर्माण तेजी से जारी है। कुकरैल नदी के सौंदर्यीकरण के चलते इस क्षेत्र में अवैध निर्माणों में वृद्धि हुई है। रहीम नगर के दुर्गा भवन के पास एक चार मंजिला अवैध अपार्टमेंट बनकर तैयार हो गया है, जो कथित तौर पर 1250 वर्ग मीटर जमीन पर बना है, जबकि रजिस्ट्री केवल 850 वर्ग मीटर की है। आरोप है कि शेष जमीन सरकारी रास्ते पर अतिक्रमण करके ली गई है। स्थानीय लोगों ने शिकायत की है कि इस अपार्टमेंट के निर्माण से आवासीय क्षेत्र की बुनियादी सुविधाओं पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ेगा। हालांकि, जोनल अधिकारी राजकुमार को की गई शिकायत के बावजूद दो सप्ताह बाद भी कोई कार्रवाई नहीं की गई है।

नगर निगम ने भी सरकारी जमीन से अवैध कब्जा हटाया
नगर निगम के संपत्ति विभाग की टीम ने मंगलवार को ग्राम भैसोरा में एक बड़ी कार्रवाई की। टीम ने 6400 वर्ग मीटर (68,864 वर्ग फुट) की सरकारी जमीन से अवैध कब्जा हटाया। यह भूमि, जिसका वर्तमान बाजार मूल्य लगभग 30 करोड़ रुपये है, नगर निगम के स्वामित्व में थी और अभिलेखों में नवीन परती के रूप में दर्ज थी। कुछ व्यक्तियों ने इस भूमि पर प्लॉट बना लिए थे और इसे बेचने का प्रयास कर रहे थे। नायब तहसीलदार संजय कुमार सिंह के नेतृत्व में नगर निगम के लेखपालों और अन्य कर्मचारियों की एक टीम ने इस अवैध निर्माण को ध्वस्त कर दिया। यह कार्रवाई प्रभारी अधिकारी संपत्ति संजय यादव के निर्देश पर की गई।

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