सेंगोल विवाद में मायावती का बयान : सपा पर बोला हमला, कहा- पार्टी के हथकंडों से सावधान रहने की जरूरत

UPT | सेंगोल विवाद में मायावती का बयान

Jun 28, 2024 14:30

सपा द्वारा उठाए गए सेंगोल विवाद में बसपा प्रमुख मायावती भी कूद पड़ी हैं। मायावती ने सेंगोल विवाद पर बयान देते हुए सपा को निशाना बनाया है...

Short Highlights
  • सेंगोल विवाद में कूदीं मायावती
  • सपा को बनाया निशाना
  • सपा सांसद ने उठाई सेंगोल के खिलाफ आवाज
Lucknow News : संसद में स्थापित सेंगोल पर विवाद झिड़ा हुआ है। इस मुद्दे पर पक्ष-विपक्ष अपना बयान दे रहा है। सपा द्वारा उठाए गए सेंगोल के मुद्दे ने तूल पकड़ लिया है। इस विवाद में बसपा प्रमुख मायावती भी कूद पड़ी हैं। मायावती ने सेंगोल विवाद पर बयान देते हुए सपा को निशाना बनाया है। उन्होंने सपा के हथकंडों से सावधान रहने की बात कही है।

सपा पर होला हमला
मायावती ने शुक्रवार को अपने सोशल मीडिया हैंडल एक्स पर ट्वीट किया है, जिसमें सपा पर हमला बोला है। मायावती ने कहा कि सेंगोल को संसद में लगाना या नहीं, इस पर बोलने के साथ-साथ सपा के लिए यह बेहतर होता कि यह पार्टी देश के कमजोर एवं उपेक्षित वर्गों के हितों में तथा आम जनहित के मुद्दों को भी लेकर केन्द्र सरकार को घेरती।



पार्टी मुख्य मुद्दों पर रहती है चुप
मायावती ने आगे कहा कि जबकि सच्चाई यह है कि यह पार्टी अधिकांश ऐसे मुद्दों पर चुप ही रहती है और सरकार में आकर कमजोर वर्गों के विरूद्ध फैसले भी लेती है। इनके महापुरूषों की भी उपेक्षा करती है। इस पार्टी के सभी हथकण्डों से जरूर सावधान रहें।
सपा के सांसद ने की सेंगोल को हटाने मांग
दरअसल, यूपी के मोहनलालगंज लोकसभा सीट से सपा के सांसद आरके चौधरी की संसद में लगे सेंगोल को हटाने मांग कर दी। आरके चौधरी ने स्पीकर और प्रोटेम स्पीकर को एक चिट्ठी लिखी। उन्होंने कहा कि जब से देश में संविधान लागू हुआ है, तब से देश में लोकतंत्र है। लोकतंत्र का प्रतीक संविधान है। लेकिन मोदी सरकार ने नए संसद भवन में स्पीकर की दाहिनी तरफ सेंगोल स्थापित करवा दिया। सेंगोल का मतलब है- राजा का डंडा। राजा जब अपने दरबार में बैठता था और फैसला करता था, तो डंडा पीटता था। अब देश संविधान से चलेगा या राजा के डंडे से। सेंगोल का मुद्दा हम निश्चित तौर पर उठाएंगे और मेरा मानना है कि अगर लोकतंत्र बचाना है, तो सेंगोल को हटाना है।

अखिलेश ने भी दी प्रतिक्रिया
इस विवाद में सपा प्रमुख अखिलेश यादव भी कूद पड़े। उन्होंने कहा कि मुझे लगता है कि जब पहली बार सेंगोल लगा था, तो प्रधानमंत्री ने इसे प्रणाम किया था। लेकिन इस बार शपथ के दौरान प्रणाम करना भूल गए, इसी को याद दिलाने के लिए हमारे सांसद ने ये बयान दिया।

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