Lucknow News : चारबाग रेलवे स्टेशन के पास कुलियों का प्रदर्शन, रेलवे की नौकरियों में समायोजन की मांग

UPT | चारबाग रेलवे स्टेशन के पास कुलियों का प्रदर्शन

Oct 17, 2024 15:34

देशभर से कुलियों ने इस प्रदर्शन में हिस्सा लिया, जहां उन्होंने रेलवे की नौकरियों में समायोजित किए जाने सहित कई अन्य मांगें उठाईं। कुलियों ने चेतावनी दी है कि अगर उनकी मांगे नहीं मानी गईं, तो वे देशभर में काम ठप कर बड़े आंदोलन की शुरुआत करेंगे।

Lucknow News :  चारबाग रेलवे स्टेशन के पास गुरुवार को बड़ी संख्या में कुलियों ने अपनी मांगों को लेकर जोरदार प्रदर्शन किया। देशभर से कुलियों ने इस प्रदर्शन में हिस्सा लिया, जहां उन्होंने रेलवे की नौकरियों में समायोजित किए जाने सहित कई अन्य मांगें उठाईं। कुलियों ने चेतावनी दी है कि अगर उनकी मांगे नहीं मानी गईं, तो वे देशभर में काम ठप कर बड़े आंदोलन की शुरुआत करेंगे।

बैटरी रिक्शा पर प्रतिबंध लगाने की मांग   
कुलियों ने रेलवे प्रशासन के खिलाफ अपनी नाराजगी व्यक्त करते हुए कहा कि उनके जीवनयापन के साधनों पर संकट मंडरा रहा है। कुलियों ने मांग की कि उन्हें रेलवे की नौकरी में समायोजित किया जाए, जिससे उनकी स्थायी आय का साधन बने। इसके साथ कुलियों ने ट्रॉली प्रथा को तत्काल बंद करने की मांग की, ट्रॉली प्रथा शुरु होने से उनके काम में सीधे तौर पर कमी आई है। प्रदर्शनकारियों ने बैटरी रिक्शा से सामान ढोने पर पूरी तरह से प्रतिबंध लगाने की मांग की, कुलियों का कहना है की बैटरी रिक्शा चलने से उनको काम नहीं मिला रहा है,और आय घट रही है। इस धरने में कुलियों ने सरकार से अपनी मांगो के लिए धरना प्रदर्शन कर रहे हैं।   



वृद्ध कुलियों को मिले पेंशन सुविधा 
प्रदर्शनकारियों ने वृद्ध कुलियों के लिए पेंशन सुविधा लागू करने की मांग की,उनका कहना है की उम्रदराज होने पर भी उनके पास जीने का साधन हो। कुलियों ने दुर्घटनाओं के दौरान उन्हें बीमा लाभ दिए जाने की भी मांग की, जिससे दुर्घटना की स्थिति में उनका और उनके परिवार का भरण-पोषण हो सके। कुलियों ने चेतावनी दी है कि अगर उनकी मांगे नहीं मानी गईं, तो वे देशभर में काम ठप कर बड़े आंदोलन की शुरुआत करेंगे। धरना स्थल पर एकजुटता दिखाते हुए कुलियों ने कहा कि यह संघर्ष उनकी जिंदगी और उनके परिवारों के भविष्य के लिए है।

कुलियों ने रोजगार संकट पर जताई चिंता
कुली संघ के महासचिव फतेह मोहम्मद ने रेलवे स्टेशनों पर एक्सीलेटर, लिफ्ट और ई-रिक्शा जैसी सुविधाओं के बढ़ते उपयोग पर चिंता जताई है, उन्होंने कहा इन सुविधाओं से कुलियों की आमदनी पर नकारात्मक असर पड़ रहा है। उनका कहना है कि ई-रिक्शा का इस्तेमाल दिव्यांग, बीमार और बुजुर्ग यात्रियों के लिए किया जाना था, लेकिन अब यात्रियों के सामान ढोने के लिए भी इसका उपयोग हो रहा है। इससे कुलियों के रोजगार के अवसर तेजी से घट रहे हैं। महासचिव ने बताया कि कमाई इतनी कम हो गई है कि कई कुलियों के बच्चों को पढ़ाई छोड़ने पर मजबूर होना पड़ रहा है। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से इस समस्या पर ध्यान देने और मदद की अपील की है। देशभर में लगभग 20,765 कुली इसी प्रकार की चुनौतियों का सामना कर रहे हैं। कुली संघ ने चेतावनी दी है कि अगर उनकी समस्याओं पर ध्यान नहीं दिया गया तो वे दिल्ली में एक दिन की राष्ट्रव्यापी हड़ताल करेंगे।

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