अनाथालय से किशोरियों के भागने का मामला : अधीक्षक-कर्मचारियों की बर्खास्तगी की तैयारी, अब ये होंगे कमेटी के चेयरमैन

UPT | श्रीराम औद्योगिक अनाथालय

Oct 22, 2024 08:40

डीएम सूर्यपाल गंगवार ने बताया कि मामले की पूरी जांच की जा रही है और इसके परिणामस्वरूप अनाथालय के अधीक्षक और तीन अन्य कर्मचारियों को बर्खास्त किया जाएगा। इन अधिकारियों और कर्मचारियों पर अनाथालय की सुरक्षा में लापरवाही बरतने के गंभीर आरोप हैं, जिसके चलते इस घटना को अंजाम दिया गया।

Lucknow News : अलीगंज स्थित श्रीराम औद्योगिक अनाथालय से नौ संवासिनियों के भागने के मामले में जिला प्रशासन की ओर से सख्त कार्रवाई की तैयारी की जा रही है। बीते 17 अक्टूबर को इस अनाथालय से नौ संवासिनियां ग्रिल काटकर भाग गई थीं, जिनमें से तीन को अगले दिन ही पकड़ लिया गया, जबकि शेष छह को बिहार के सिवान से ढूंढ निकाला गया। अब इस घटना के बाद प्रशासन ने अनाथालय की सुरक्षा व्यवस्था और कार्यप्रणाली की जांच शुरू कर दी है।

जांच पूरी होने के बाद होगी बर्खास्तगी
डीएम सूर्यपाल गंगवार ने बताया कि मामले की पूरी जांच की जा रही है और इसके परिणामस्वरूप अनाथालय के अधीक्षक और तीन अन्य कर्मचारियों को बर्खास्त किया जाएगा। इन अधिकारियों और कर्मचारियों पर अनाथालय की सुरक्षा में लापरवाही बरतने के गंभीर आरोप हैं, जिसके चलते इस घटना को अंजाम दिया गया। प्रशासन यह सुनिश्चित करना चाहता है कि भविष्य में ऐसी घटनाएं न हों, इसलिए संवासिनियों को दूसरे स्थान पर स्थानांतरित किया गया है।



अनाथालय की जगह वृद्धाश्रम बनाने की योजना
जांच के साथ ही जिला प्रशासन ने इस अनाथालय को वृद्धाश्रम में बदलने का प्रस्ताव रखा है। जिलाधिकारी ने संबंधित विभागों को निर्देश दिया है कि इस प्रस्ताव पर तेजी से काम करें, जिससे बेसहारा बुजुर्गों को एक सुरक्षित आश्रय मिल सके। वृद्धाश्रम के रूप में अनाथालय का पुनर्गठन जल्द ही किया जाएगा और इसके लिए आवश्यक प्रक्रिया शुरू कर दी गई है।

कमेटी में होंगे बदलाव, सुरक्षा होगी कड़ी
इस पूरे प्रकरण के बाद प्रशासन ने अनाथालय की 15 सदस्यीय कमेटी में बदलाव करने का निर्णय किया है। वर्तमान में इस कमेटी के चेयरमैन डीएम हैं, लेकिन अब एसडीएम को इस कमेटी का चेयरमैन बनाया जाएगा। इसके अलावा, समय-समय पर सुरक्षा की समीक्षा की जाएगी ताकि ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो।

संवेदनशील मामलों में त्वरित कार्रवाई
इस घटना के बाद प्रशासन यह सुनिश्चित करना चाहता है कि संवेदनशील संस्थानों में सुरक्षा और देखभाल के स्तर में कोई कमी न हो। डीएम सूर्यपाल गंगवार ने साफ किया है कि भविष्य में सुरक्षा व्यवस्था पर कड़ी निगरानी रखी जाएगी और दोषी पाए गए कर्मचारियों पर कठोर कार्रवाई की जाएगी। यह कदम अनाथालयों और अन्य सरकारी संस्थानों में सुधार की दिशा में एक महत्वपूर्ण पहल है।

वृद्धाश्रम के लिए प्रस्तावित योजनाएं
अनाथालय को वृद्धाश्रम में बदलने की योजना के तहत, प्रशासन ने इस स्थल का पुनर्गठन करने की तैयारी की है। इसके लिए एक विस्तृत योजना तैयार की जा रही है ताकि बुजुर्गों को बेहतर सुविधा और देखभाल प्रदान की जा सके। वृद्धाश्रम के संचालन में यह सुनिश्चित किया जाएगा कि वहां पर्याप्त सुरक्षा, चिकित्सा सुविधाएं और अन्य आवश्यक सेवाएं उपलब्ध हों।
 

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