लखनऊ रिंग रोड बनकर तैयार : इन पांच मंडलों में भी मिलेगी सुविधा, यूपी सरकार ने केंद्र को भेजा प्रस्ताव

UPT | मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ

Aug 21, 2024 23:46

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने हाल ही में केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी से मिलकर इस संबंध में राज्य सरकार की ओर से प्रस्ताव दिया है। बता दें कि अभी प्रदेश के 18 मंडलों में से 12 में नये रिंग रोड बनाने का कार्य चल रहा है,जबकि लखनऊ मंडल में यह बनकर तैयार भी हो चुका है।

Short Highlights
  • 12 मंडलों में रिंग रोड का कार्य जारी
  • पांच मंडलों में रिंग रोड के लिए केंद्र को भेजा प्रस्ताव 
Lucknow News :  यूपी में बेहतर कनेक्टिविटी के जरिए विकास का मार्ग प्रशस्त करने के लिए सरकार जल्द ही यूपी के पांच मंडलों को नये रिंग रोड और बायपास देने की तैयारी में जुट गई है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने हाल ही में केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी से मिलकर इस संबंध में राज्य सरकार की ओर से प्रस्ताव दिया है। बता दें कि अभी प्रदेश के 18 मंडलों में से 12 में नये रिंग रोड बनाने का कार्य चल रहा है,जबकि लखनऊ मंडल में यह बनकर तैयार भी हो चुका है। इसके अलावा 5 बचे हुए मंडलों में रिंग रोड बनाने के लिए राज्य सरकार ने केंद्र को प्रस्ताव भेजा है। केंद्र से हरी झंडी मिलते ही प्रदेश के सभी मंडलों में रिंग रोड का मार्ग प्रशस्त हो जाएगा। 

मंडलों में तेजी से आकार ले रहा रिंग रोड का सपना
गोरखपुर और कानपुर मंडल में रिंग रोड का निर्माण कार्य तेजी से चल रहा है। आगरा, चित्रकूट,मेरठ,प्रयागराज और वाराणसी में रिंग रोड के कुछ हिस्से पूरे हो चुके हैं और नए चरणों में कार्य जारी है। बस्ती मंडल में रिंग रोड को मंजूरी मिल चुकी है, जबकि अयोध्या मंडल के रिंग रोड को भी हरी झंडी मिल गई है। बरेली मंडल में रिंग रोड की डीपीआर तैयार हो चुकी है, और आजमगढ़ व मुरादाबाद मंडल में उत्तरी हिस्से का कार्य प्रगति पर है। कुल मिलाकर प्रदेश के 12 मंडलों में रिंग रोड के निर्माण को लेकर काम तेजी से आगे बढ़ रहा है जबकि लखनऊ मंडल पहले से ही इस सुविधा का लाभ उठा रहा है।

अन्य मंडलों में रिंग रोड का विस्तार
योगी सरकार अब अलीगढ़, देवीपाटन, झांसी, मीरजापुर, और सहारनपुर मंडलों में भी रिंग रोड बनाने की योजना पर काम कर रही है। सरकार ने प्रदेश के 14 जिलों में नए बाईपास के निर्माण की मांग भी की है। वर्तमान में प्रदेश के 53 जिलों में बाईपास सुविधा उपलब्ध है और 8 अन्य जिलों में इसका कार्य तेजी से चल रहा है। फर्रुखाबाद, औरैया, बुलंदशहर, मैनपुरी, बहराइच, गोंडा, बागपत, चित्रकूट, मीरजापुर, भदोही, संभल, कौशाम्बी, चंदौली और श्रावस्ती जिलों में बाईपास निर्माण की प्रक्रिया जारी है।

राष्ट्रीय राजमार्गों का बढ़ता जाल
2017 में उत्तर प्रदेश में 48 राष्ट्रीय राजमार्ग थे,जो 2024 तक बढ़कर 93 हो गए हैं। राष्ट्रीय राजमार्गों की लंबाई 2017 में लगभग 8 हजार किलोमीटर थी,जो 2024 तक बढ़कर लगभग 13 हजार किलोमीटर हो गई है। इसके अलावा प्रदेश में 2017 में केवल एक एक्सप्रेसवे था,जिसकी संख्या 2024 तक 6 हो गई है। 2017 में 165 किलोमीटर लंबा एक्सप्रेसवे अब 2024 में 1,225 किलोमीटर का हो चुका है। गंगा एक्सप्रेसवे और अन्य लिंक एक्सप्रेसवे का कार्य भी तेजी से आगे बढ़ रहा है।

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