Lucknow News : केजीएमयू में नौकरी दिलाने के नाम पर महिला से ठगे एक लाख, डीजीपी के निर्देश पर मामला दर्ज

UPT | केजीएमयू

Sep 28, 2024 13:26

केजीएमयू में नौकरी दिलाने का झांसा देकर एक महिला से एक लाख रुपये ठगने का मामला सामने आया है। महिला आरोप है की रुपये वापस मांगने पर आरोपी ने अभद्र भाषा का इस्तेमाल करते हुए गाली-गलौज किया और विधायक का करीबी बता उसे धमकाया

Lucknow News : किंग जॉर्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी (केजीएमयू) में नौकरी दिलाने का झांसा देकर एक महिला से एक लाख रुपये ठगने का मामला सामने आया है। महिला का आरोप है की रुपये वापस मांगने पर आरोपी ने अभद्र भाषा का इस्तेमाल करते हुए गाली-गलौज किया और विधायक का करीबी बता उसे धमकाया। पुलिस ने डीजीपी मुख्यालय के निर्देश पर आरोपी के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है।

नौकरी का झांसा देकर ठगी
मूल रूप से उन्नाव जिले के बांगरमऊ की रहने वाली सुमन देवी गौतम लखनऊ के आलमनगर इलाके में अपने परिवार के साथ किराए पर रहती हैं। उन्होंने बताया कि कुछ समय पहले उनकी मुलाकात बाजारखाला के हैदरगंज निवासी शुभम शर्मा से हुई थी। बातचीत के दौरान शुभम ने खुद को केजीएमयू के पीआरओ कार्यालय में तैनात कर्मचारी बताया और अपनी ऊंची पहुंच का दावा करते हुए सुमन को केजीएमयू में नौकरी दिलाने का आश्वासन दिया। शुभम ने सुमन से कहा कि केवल एक लाख रुपये खर्च करके उन्हें मेडिकल कॉलेज में नौकरी मिल सकती है। इस पर सुमन ने जेवर गिरवी रखकर दो किस्तों में एक लाख रुपये उसे दे दिए।



सामने आया असली चेहरा
कई हफ्तों के इंतजार के बाद जब सुमन को नौकरी नहीं मिली, तो उन्होंने शुभम से संपर्क किया। शुरू में उसने टालमटोल की, लेकिन जब सुमन ने अपने पैसे वापस मांगने की बात कही, तो शुभम ने न केवल उन्हें गालियां दीं, बल्कि खुद को एक नेता और विधायक का करीबी बताकर धमकाने की भी कोशिश की। जब सुमन की शिकायत पर स्थानीय बाजारखाला और तालकटोरा थानों में कोई कार्रवाई नहीं हुई, तो उन्होंने डीजीपी मुख्यालय में शिकायत दर्ज करवाई। डीजीपी मुख्यालय के निर्देश पर प्रारंभिक जांच की गई, जिसमें शुभम शर्मा के खिलाफ आरोप सही पाए गए। इसके बाद तालकटोरा पुलिस ने आरोपी के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर ली है।

पुलिस भूमिका पर उठाए सवाल
डीजीपी मुख्यालय के निर्देश पर तालकटोरा पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है और आरोपी की गिरफ्तारी के प्रयास किए जा रहे हैं। सुमन देवी गौतम का कहना है कि वह न्याय की उम्मीद कर रही हैं और चाहती हैं कि उनके साथ हुई ठगी का उचित कानूनी निवारण हो। इस घटना से यह सवाल खड़ा कर दिया है कि किस प्रकार लोग नौकरी दिलाने के नाम पर भोले-भाले नागरिकों को ठगते हैं और पुलिस की भूमिका पर भी सवाल उठाए जा रहे हैं कि शुरुआती शिकायतों को गंभीरता से क्यों नहीं लिया गया।

Also Read