नौकरी दिलवाने के नाम पर ठगी : यूट्यूब चैनल के माध्यम से करते थे नौकरी का एडवर्टिजमेंट, 7 लोग गिरफ्तार

UPT | नौकरी दिलवाने के नाम पर ठगी करने वाला गैंग गिरफ्तार

Jul 16, 2024 16:25

दिल्ली-नोएडा एनसीआर में बेरोजगार लगातार ठगी का शिकार हो रहे हैं। पुलिस इन बेरोजगारों को शिकार करने वाले आरोपियों को भी गिरफ्तार कर रही है। लेकिन ठगी का यह गोरखधंधा आज भी शहर...

Noida News : दिल्ली-नोएडा एनसीआर में बेरोजगार लगातार ठगी का शिकार हो रहे हैं। पुलिस इन बेरोजगारों को शिकार करने वाले आरोपियों को भी गिरफ्तार कर रही है। लेकिन ठगी का यह गोरखधंधा आज भी शहर में बदस्तूर जारी है। नोएडा में थाना सेक्टर-49 पुलिस ने ऐसे ही एक गैंग का पर्दाफाश करते हुए सरगना समेत 7 आरोपियों को गिरफ्तार किया है। जिसमें 4 युवतियां भी शामिल हैं। पकड़े गए आरोपी सलारपुर में ऑफिस खोलकर बेरोजागारों को ठग रहे थे। इनके कब्जे से भारी मात्रा में मोबाइल, दो कारें और अन्य दस्तावेज बरामद किए गए हैं।


2500 से 3000 रुपये करते थे चार्ज 
एडीसीपी मनीष कुमार मिश्रा ने बताया कि थाना सेक्टर-49 पुलिस ने सोमवार शाम  सलारपुर स्थित पिलर संख्या 81 के पास क्वालिटी फर्नीचर की तीसरी मंजिल पर मौजूद एक ऑफिस से सरगना समेत 7 आरोपियों को गिरफ्तार किया है। पकड़े गए आरोपियों की पहचान गैंग सरगना वसीम अहमद उर्फ कपिल भाटी उर्फ पीयूष भाटी निवासी मो हल्द्वानी कुलेसरा थाना इकोटेक, रोहित कुमार निवासी मलकपार थाना सूरजपुर, रोहित चंदेला उर्फ राहुल निवासी हबीबपुर नोएडा, अनामिका निवासी सूरजपुर, लक्ष्मी निवासी कुलेसरा पुश्ता हिंडन नदी के पास थाना इकोटेक 3 नोएडा, शिखा कुशवाह निवासी कुलेसरा पुश्ता नोएडा और शबा कुलेसरा पुश्ता, हिंडन नदी के पास, थाना इकोटेक 3, नोएडा के रूप में हुई है। पूछताछ करने पर आरोपी वसीम अहमद उर्फ कपिल भाटी उर्फ पीयूष भाटी उर्फ वसीम पत्रकार ने बताया कि वह अपने साथी रोहित चंदेला उर्फ राहुल भाटी व रोहित कुमार के साथ मिलकर पिछले डेढ़ साल से नौकरी दिलाने के नाम पर लोगों से ठगी कर रहा है। इनका नोएडा दिल्ली जॉब के नाम से यूट्यूब चैनल है, जिसमें यह नौकरी दिलाने के भ्रामक विज्ञापन डालते हैं, जिसे देखकर विभिन्न राज्यों से कई बेरोजगार बच्चे नौकरी की तलाश में इनके पास आते हैं। यह उन लोगों से 100 रुपये रजिस्ट्रेशन फीस व 2500 से 3000 रुपये फाइल चार्ज/सिक्योरिटी मनी के रूप में लेते हैं। इनका किसी कंपनी से कोई एग्रीमेंट नहीं है। इन लोगों ने कुछ सील फर्जी बनवा रखी हैं और जिन लेटर पैड पर यह सील लगाकर बच्चों को ज्वाइनिंग लेटर देते हैं, वह भी फर्जी हैं। 

वापस पैसा मांगने पर थे डराते  
आरोपी ने बताया कि यह बेरोजगार बच्चों से पैसे लेकर उन्हें फर्जी नियुक्ति पत्र देते हैं और यह कहकर भेज देते हैं कि कुछ दिनों में नौकरी ज्वाइन करने के लिए कॉल आएगा। नौकरी न मिलने पर दूर-दराज से आये बच्चे इनके पास लौटकर नहीं आते और जो लोग आकर अपने पैसे मांगते हैं, उन्हें यह सोशल मीडिया/ट्विटर पर उनके खिलाफ झूठी बातें ट्वीट कर डरा देते हैं, जिससे वह डरकर भाग जाते हैं। 

4 ट्विटर हैंडल पर थे सक्रिय 
इनके सोशल मीडिया पर 04 ट्विटर हैंडल/अकाउंट प्रकाश में आये हैं, जिनके नाम हैं 1. जागरूकता न्यूज (@AwarenessNews1) 2. वसीम पत्रकार (@waseempatrakar) 3. कविताचौहान (@kavitaChau32946) 4. अरुणकुमार (@ArunKum73160344)। इनके माध्यम से यह बेरोजगार बच्चों व अन्य लोगों को डराने के लिए झूठे/भ्रामक ट्वीट पोस्ट करते हैं।

10 से 15 हजार रुपये वेतन पाने वाली युवतियां लेते थी इंटरव्यू
इस घोटाले में इन्हें मिलने वाला पैसा इन तीनों, वसीम अहमद उर्फ कपिल भाटी उर्फ पीयूष भाटी पुत्र नासिर हुसैन, रोहित कुमार पुत्र नन्द किशोर और रोहित चंदेला उर्फ राहुल भाटी पुत्र सुरेशपाल में बांट लिया जाता है। सोशल मीडिया पर इनका भ्रामक विज्ञापन देखकर नौकरी के लिए इनके पास कुछ लड़कियां आयीं, जिन्हें इन तीनों लोगों ने अपने ऑफिस में नौकरी पर रख लिया। ये लोग मात्र 10-15 हजार रुपए वेतन देते थे। इनका काम लोगों को बुलाना और फिर इंटरव्यू लेकर उनका चयन करना था। ये तीनों लोग अपने कार्यालय में तैयार फर्जी दस्तावेजों और ज्वाइनिंग लेटर पर बारी-बारी से हस्ताक्षर करते थे और फर्जी मुहर लगाकर ज्वाइनिंग लेटर दे देते थे। प्रचार के लिए इन लोगों के पास से नौकरी देने वाले पंपलेट भी मिले हैं, जिन्हें ये लोग जगह-जगह चिपकाते थे। वसीम अहमद के पास से एक फर्जी आधार कार्ड भी बरामद हुआ है, जिसे ये अपनी पहचान छिपाने के लिए अपने पास रखता था।

सरगना है इंटर पास, कई मीडिया चैनलों में कर चुका है काम 
आरोपी वसीम अहमद उर्फ कपिल भाटी उर्फ पीयूष भाटी ने धामपुर बिजनौर से 12वीं पास की है, वर्ष 2009 में नोएडा आया था, शुरुआत में एसी मैकेनिक का काम करता था, कारोबार में ज्यादा मुनाफा न होने के कारण उसने नोएडा में रहकर पढ़ाई की। इसमें ज्यादा मुनाफा न होने पर कुछ बड़ा करने के लिए अलग-अलग मीडिया चैनलों में काम किया। इसके बाद अपने साथी रोहित कुमार (12वीं पास) और रोहित चंदेला उर्फ राहुल भाटी (कंप्यूटर साइंस में बीटेक) के साथ ठगी का धंधा शुरू कर दिया। तीनों आरोपी दिल्ली एनसीआर से बाहर के राज्यों के बेरोजगार युवकों को नौकरी दिलाने का झांसा देकर उन्हें निशाना बनाते थे।

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