Rampur News :  दलित युवक की मौत पर भड़के चंद्र शेखर आजाद, बोले-पुलिस ने जबरन किया अंतिम संस्कार 

UPT | Chandra Shekhar Azad

Mar 01, 2024 17:04

दरअसल मामला एक डॉ भीमराव अम्बेडकर के बोर्ड से जुड़ा हुआ है। बता दें रामपुर के मिलक थाना क्षेत्र में दो पक्षों में उस वक़्त बवाल हो गया जब सरकारी जमीन से डॉ अंबेडकर का बोर्ड हटवाया गया...

Rampur News : रामपुर में 17 साल के शख्स की गोली लगने के कारण मौत हो गई थी। जिसके बाद भीम आर्मी के चीफ चंद्र शेखर आजाद ने सीबीआई से जांच की माँग की है। इस दौरान उन्होंने आरोप लगाया कि बुधवार को युवक को गोली लगने के बाद पुलिस ने जबरन मृतक युवक सुमेश कुमार का अंतिम संस्कार कर दिया। इसके साथ ही चंद्रशेखर ने यह भी आरोप लगाया कि उत्तरप्रदेश में दलितों पर अत्याचार हो रहा है। 

चंद्रेशेखर ने पुलिस को गलत ठहराते हुए उनपे आरोप लगाया 
दरअसल मामला एक डॉ भीमराव अम्बेडकर के बोर्ड से जुड़ा हुआ है। बता दें रामपुर के मिलक थाना क्षेत्र में दो पक्षों में उस वक़्त बवाल हो गया जब सरकारी जमीन से डॉ अंबेडकर का बोर्ड हटवाया गया। इस दौरान मृतक युवक के भाई ने पुलिस पर गोली चलाने का आरोप लगाया है। उसने कहा कि सुमेश उस इलाके से गुजर रहा था तभी ये गोली उसे लग गई थी। सुमेश के साथ दो और लोग अमित और रहीसपाल भी घायल हुए थे। हालाँकि उन्हें फ़ौरन सरकारी अस्पताल में इलाज की लिए रीफेर किया गया। हालाँकि चंद्रेशेखर ने भी पुलिस को गलत ठहराते हुए उनपे आरोप लगाया की शव का अंतिम संस्कार जबरन पुलिस ने किया। जिस गोली से अमित घायल हुआ उसे 36 घंटे बाद उसके शरीर से निकाला गया, जिससे गड़बड़ी का शक पैदा होता है। 

पुलिस ने दर्ज किया मामला
इस हादसे के बाद इलाके में बवाल मच गया। मृतक युवक के परिजन धरने पर बीत न्याय की मांग कर रहे थे।  पुलिस ने इस मामले में धारा 302,323,149,148,147 एवं अनुसूचित जनजाति अधिनियम की धारा 3(2)V के तहत चार पुलिस कर्मी,दो होमगार्ड सहित 25 नामजद लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की है। वहीं मृतक के पिता गेंदनलाल की शिकायत पर मिलक थाने में मुक़दमा दर्ज किया गया है। 

हाथरस कांड से की तुलना, शेयर किया पोस्ट
वहीं भीम चीफ आर्मी चंद्र शेखर ने इस घटना की तुलना हाथरस कांड से की थी। उन्होंने एक्स पर लिखा कि, 'आज फिर से हाथरस याद आ रहा है, उत्तर प्रदेश में दलितों का दमन चरम पर है। रामपुर में भाई सोमेश की पुलिस द्वारा गोली मार कर हत्या कर दी गयी है, कई लोग घायल है लेकिन पुलिस मुझे संभल में रोक कर खड़ी है। क्या अब मैं अपने पीड़ित परिवार से भी नही मिल सकता हूं। उन्होंने लिखा- सच मे उत्तर प्रदेश बदल गया है अब दलितों की हत्या के लिये अपराधियों की जरूरत नही है योगी जी की पुलिस ही बहुत है। जितनी पुलिस लगानी है लगा लो मुझे रोकने के लिये, मैं जाऊंगा और जरूर जाऊंगा। यह बात सरकार ध्यान से सुन ले।  मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी बताए दलितों की हत्याएं कब बन्द होगी उत्तरप्रदेश में?

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