रामनगरी अयोध्या अब और करीब : हैदराबाद से शुरू हुई डायरेक्ट फ्लाइट, अकासा एयरलाइंस ने की सेवाएं

UPT | अकासा

Jun 22, 2024 12:00

महर्षि वाल्मीकि अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे को नागरिक उड्डयन महानिदेशालय (DGCA) ने साढ़े चार साल का लाइसेंस प्रदान किया है।

Ayodhya News : अगर आप हैदराबाद से भगवान राम की नगरी अयोध्या आने की सोच रहे हैं तो आपको अब परेशान होने की जरूरत नहीं है। दरअसल, महर्षि वाल्मीकि अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे को नागरिक उड्डयन महानिदेशालय (DGCA) ने साढ़े चार साल का लाइसेंस प्रदान किया है। हालांकि पहले डीजीसीए ने 6 महीने का लाइसेंस जारी किया था। लेकिन, किसी भी एयरपोर्ट को अधिकतम 5 साल का लाइसेंस जारी किया जाता है। अब महर्षि वाल्मीकि अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट को 4 .5 साल का लाइसेंस मिल चुका है। यह निर्णय न केवल हवाई अड्डे के विकास के लिए महत्वपूर्ण है, बल्कि अयोध्या की यात्रा करने वाले श्रद्धालुओं और पर्यटकों के लिए भी एक बड़ी राहत है।

हवाई अड्डे के निदेशक ने दी जानकारी
हवाई अड्डे के निदेशक विनोद कुमार ने इसकी जानकारी देते हुए बताया कि पहले डीजीसीए केवल छह महीने का लाइसेंस जारी करता था। उन्होंने यह भी बताया कि कि किसी भी हवाई अड्डे को अधिकतम पांच साल का लाइसेंस दिया जा सकता है। इस प्रकार, महर्षि वाल्मीकि अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे को मिला साढ़े चार साल का लाइसेंस एक बड़ी उपलब्धि है।



कुछ उड़ानों में देखने को मिल सकते हैं बदलाव
इस बीच, हवाई सेवाओं में भी कुछ बदलाव देखने को मिले हैं। स्पाइसजेट ने अयोध्या हवाई अड्डे से कई शहरों के लिए अपनी उड़ानें बंद कर दी थीं। हालांकि, यात्रियों की सुविधा को ध्यान में रखते हुए, अकासा एयरलाइंस ने इन मार्गों पर अपनी सेवाएं शुरू कर दी हैं। विशेष रूप से, अयोध्या से हैदराबाद के बीच सीधी उड़ान सेवा, जो कुछ समय के लिए बंद थी, अब अकासा एयरलाइंस द्वारा फिर से शुरू कर दी गई है।

अयोध्या आने वाले यात्रियों के लिए खुशखबरी
हवाई अड्डे के आंकड़ों के अनुसार, वर्तमान में लगभग 4,000 यात्री प्रतिदिन अयोध्या हवाई अड्डे का उपयोग कर रहे हैं। यह संख्या शहर के बढ़ते महत्व और लोकप्रियता को दर्शाती है। अयोध्या में राम मंदिर के उद्घाटन के बाद से शहर में पर्यटकों और श्रद्धालुओं की संख्या में काफी वृद्धि हुई है। ऐसे में, हवाई अड्डे का विस्तार और नियमित उड़ान सेवाएं शहर के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही हैं। साढ़े चार साल का लाइसेंस मिलने से हवाई अड्डे के बुनियादी ढांचे और सेवाओं में और सुधार की उम्मीद है।

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