लोकसभा चुनाव की बिछ रही बिसात : किसानों का विरोध बिगाड़ेगा खेल या मोदी की गारंटी से होगा जनविश्वास का मेल?

UPT | Lok Sabha Election 2024

Mar 17, 2024 15:06

राजनीतिक दलों ने जनता को कई मुद्दे और गारंटी के सहारे लुभाने का प्रयास किया है तो आईए जानते है वो कौन-कौन से प्रमुख मुद्दें है जिन्हें राजनीतिक दल चुनाव प्रचार के दौरान उठा सकते है...

New Delhi : लोकसभा चुनाव 2024 का चुनावी बिगुल बज चुका है। 16 मार्च को चुनाव आयोग में मतदान के लिए तारीख को घोषणा भी कर दिया है। जिसके बाद देश में आचार संहिता भी लागू हो गई है। इन सबके बीच सभी राजनीतिक दलों ने जनता को कई मुद्दे और गारंटी के सहारे लुभाने का प्रयास किया है तो आईए जानते है वो कौन-कौन से प्रमुख मुद्दें है जिन्हें राजनीतिक दल चुनाव प्रचार के दौरान उठा सकते है...

मोदी की गारंटी
इस लोकसभा चुनाव में पीएम नरेंद्र मोदी के प्रचार अभियान का मुख्य विषय ‘मोदी की गारंटी' रहने वाला है। दरअसल नरेंद्र मोदी की वेबसाइट पर भी 'मोदी की गारंटी' को विस्तृत तरीके से बताया गया है। जिससे यह अंदाजा लगाया जा सकता है कि ‘मोदी की गारंटी' ही प्रचार का मुख्य विषय होने वाला है। जिसमें यह बताया गया कि ये युवाओं के विकास, महिलाओं के सशक्तिकरण, किसानों के कल्याण और कमजोर लोगों के लिए एक गारंटी है।

बेरोजगारी और महंगाई
इस बार लोकसभा चुनाव में विपक्षी पार्टियां बेरोजगारी और बढ़ती महंगाई का मुद्दा उठाएगी। विपक्ष लगातार कह रहा है कि नौकरियों की कमी सबसे बड़ा मुद्दा है और उन्होंने इस मुद्दे को लेकर सरकार पर हमला भी किया है।

कांग्रेस की ‘न्याय गारंटी'
लोकसभा चुनावों को देखते हुए कांग्रेस पार्टी ने युवाओं, महिलाओं, किसानों, श्रमिकों और आदिवासी समुदाय के लिए न्याय सुनिश्चित करने के साथ-साथ ‘भागीदार न्याय' के उद्देश्य से 5 ‘न्याय गारंटी' की बात कही है। बता दें राहुल गांधी ने ‘भारत जोड़ो न्याय यात्रा' के दौरान लोगों के सामने ‘न्याय की गारंटी' पेश की गई है। जिससे यह संभावना जताई जा रही है कि पार्टी अपना चुनावी अभियान इन्हीं गारंटी के इर्द-गिर्द तैयार करेगी।

अनुच्छेद 370, समान नागरिक संहिता और सीएए
अनुच्छेद 370, CAA और समान नागरिक संहिता बीजेपी के लोगों के बीच किए गए वादों में से हैं। इन तीनों कानून को भाजपा ने अपनी उपलब्धियों में हमेशा शामिल रखा है। भाजपा के नेतृत्व वाली सरकार ने उत्तराखंड में भी समान नागरिक संहिता पर एक कानून पारित किया है। मोदी सरकार ने इन वादों से यह पता चलता है कि वह जो कहती है वह करती भी है।

राम मंदिर
22 जनवरी को अयोध्या में राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा समारोह हुआ था। जिसें भाजपा ने बेहद उत्साह के साथ पूरा किया था। राम मंदिर बनने का श्रेय भाजपा ने प्रधानमंत्री मोदी को दिया है। इस अवसर पर देश के कोने-कोने में दिवाली मनाई गई। यहां तक कि विपक्षी नेता भी मानते हैं कि राम मंदिर से भाजपा को उत्तर भारत में फायदा हुआ है।

किसान आंदोलन
इन दिनों किसान आंदोलन भी लोगों के बीच चर्चा का विषय बना हुआ है। इसको लेकर विपक्ष का आरोप है कि भाजपा सरकार ने किसानों के साथ विश्वासघात' किया है। इसके साथ ही कांग्रेस ने किसानों से वादा किया कि वह किसानों को एमएसपी की कानूनी गारंटी देंगे। वहीं भाजपा नेता किसान नेताओं की परेशानी को दूर करने के लिए उनसे लगातार बातचीत कर रहे हैं। सरकार ने इस बात पर भी जोर दिया है कि कैसे उसकी ‘पीएम-किसान योजना' ने खेती करने वालों के जीवन को बदल दिया है। इस बार भी अधिकतर चुनावों की तरह किसानों के मुद्दे महत्वपूर्ण होंगे।

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