गैंगरेप पीड़िता की दास्तां : रास्ते से उठा लेते थे आरोपी, बेहोश कर करते थे दुष्कर्म

UPT | एसएसपी ऑफिस पहुंची छात्रा

Apr 30, 2024 18:04

सहारनपुर में मानवता को शर्मसार करने वाली एक घटना सामने आई है। जिसमें एक मासूम की आत्मा को कुछ हैवानों ने अपनी हवस के चलते छलनी करके रख दिया। केवल 12 वर्ष की उम्र में, कक्षा 7 की छात्रा ने एक साल तक लगातार यौन शोषण का शिकार होने की दर्दनाक...

Saharanpur News : सहारनपुर में मानवता को शर्मसार करने वाली एक घटना सामने आई है। जिसमें एक मासूम की आत्मा को कुछ हैवानों ने अपनी हवस के चलते छलनी करके रख दिया। केवल 12 वर्ष की उम्र में, कक्षा 7 की छात्रा ने एक साल तक लगातार यौन शोषण का शिकार होने की दर्दनाक कहानी सुनाई। सातवीं की छात्रा ने एसएसपी के सामने अपनी दर्दनाक दास्ता बयां की। जिसे सुनकर लोगों के होश उड़ गए। फिलहाल इस मामले में एसएसपी ने जांच करके कार्रवाई का आश्वासन दिया है। 

आरोपियों से परेशान होकर छोड़ दी पढ़ाई
एसएसपी ऑफिस शिकायत लेकर पहुंची पीड़िता के माता-पिता की मृत्यु 5 साल पहले ही हो चुकी है। उसकी दो अन्य बहनें भी हैं और तीनों बहनों की देखभाल उनके ताऊ करते हैं। पिछले साल अक्टूबर में, पीड़िता स्कूल से लौट रही थी, कि तीन आरोपियों ने उसका रास्ता रोका। वे लोग उसे बहला-फुसलाकर देवबंद शुगर मिल के पास एक मकान में ले गए। जहां एक कोल्ड ड्रिंक में नशीला पदार्थ मिलाकर पिलाया गया और बेहोश होने पर उसके साथ सामूहिक दुष्कर्म किया गया। यह घटना एक साल तक जारी रही। आरोपी उसे लाल पुल के पास छोड़ जाते और यदि किसी को बताया तो उसकी बहन और परिवार को मार डालने की धमकी देते थे। डर के मारे पीड़िता किसी को कुछ नहीं बता पाई और स्कूल जाना भी छोड़ दिया। जब परिवार के लोगों ने पढ़ाई छोड़ने का कारण पूछा तो वह टूट गई और उसने सब कुछ बता दिया।

रेपिस्टों में एक टॉप-10 बदमाश भी
पीड़िता के आरोप पर पुलिस ने शुरू में कोई कार्रवाई नहीं की। जब परिवार एसएसपी डॉ. विपिन तांडा के पास पहुंचा तो उन्होंने जांच और कार्रवाई का आश्वासन दिया। आरोपियों में से एक जिले का टॉप-10 बदमाश भी है। पीड़िता ने दो आरोपियों के नाम बताए हैं, लेकिन तीसरे को सामने आने पर पहचान लेगी। यह घटना मानवता के लिए शर्मनाक है। एक मासूम बच्ची पर हुए इस जघन्य अपराध से पूरा समाज विचलित है। सभी की मांग है कि दोषियों को कड़ी से कड़ी सजा मिले और न्याय मिले। साथ ही ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए सख्त कदम उठाए जाएं ताकि कोई और बच्ची इस तरह की त्रासदी का शिकार न हो।

Also Read