मायावती को बड़ा झटका : बसपा का दामन छोड़ पूर्व सांसद हाजी फजलुर्रहमान सपा में शामिल, पार्टी से थे नाराज

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Jul 04, 2024 13:52

बसपा के पूर्व सांसद हाजी फजलुर्रहमान गुरुवार को बड़ी संख्या में अपने कार्यकर्ताओं के साथ सपा में शामिल हो गए। उन्होंने सपा कार्यालय पर पार्टी की सदस्यता ली।

Lucknow News : उत्तर प्रदेश में बसपा के लिए मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रही हैं। गुरुवार को पार्टी के पूर्व सांसद हाजी फजलुर्रहमान ने समाजवादी पार्टी (SP) में शामिल हो गए। उनके साथ ही बड़ी संख्या में बसपा के कार्यकर्ता भी सपा में शामिल हो गए। सपा में शामिल होने पर फजलुर्रहमान ने कहा कि पिछली लोकसभा में उन्होंने अखिलेश यादव से मुलाकात की थी। उनकी सादगी और सरलता से वह प्रभावित हुए थे। जो एक बार अखिलेश से मिलता है, उसका उसी का हो जाता है। सपा की नीतियों से प्रभावित होकर उन्होंने सपा में शामिल होने का निर्णय लिया।

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फजलुर्रहमान का राजनीतिक सफर
हाजी फजलुर्रहमान का राजनीतिक सफर सहारनपुर नगर पालिका के सभासद के रूप में शुरू हुआ था। 2017 के महापौर चुनाव में उन्होंने बसपा के टिकट पर चुनाव लड़ा, लेकिन विजय हासिल नहीं कर पाए। हालांकि, उनकी राजनीतिक यात्रा यहीं नहीं रुकी। 2019 के लोकसभा चुनाव में बसपा ने उन पर भरोसा जताया और टिकट दिया। इस चुनाव में बसपा, सपा और राष्ट्रीय लोक दल (RLD) के गठबंधन की मदद से फजलुर्रहमान ने भाजपा के उम्मीदवार राहुल हंसपाल शर्मा को पराजित कर संसद में प्रवेश किया।



फजलुर्रहमान और बसपा के बीच दरार
लेकिन राजनीति में कुछ भी स्थायी नहीं होता। पिछले साल के महापौर चुनाव में बसपा द्वारा इमरान मसूद के परिवार को टिकट दिए जाने के बाद से हाजी फजलुर्रहमान और पार्टी के बीच दरार पड़नी शुरू हो गई। इस घटना ने उनके मन में बसपा के प्रति मोहभंग की शुरुआत कर दी। मामला यहीं नहीं रुका। लोकसभा चुनाव से पहले बसपा द्वारा माजिद अली को लोकसभा प्रभारी बनाए जाने के बाद फजलुर्रहमान की लोकसभा टिकट पाने की उम्मीदें भी धूमिल हो गईं।

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बसपा से मोहभंग की कहानी
इन घटनाओं के बाद से ही हाजी फजलुर्रहमान ने बसपा से धीरे-धीरे दूरी बनानी शुरू कर दी थी। हालांकि दिसंबर 2023 में उनके समाजवादी पार्टी में जाने की अफवाहें उड़ी थीं, लेकिन तब वे किसी कारणवश पार्टी नहीं छोड़ पाए थे। लोकसभा चुनाव के दौरान भी वे बसपा की किसी भी गतिविधि में शामिल नहीं हुए, जो उनके और पार्टी के बीच बढ़ती दूरी का संकेत था। अब, लोकसभा चुनाव परिणामों के बाद सपा की मजबूत स्थिति को देखते हुए हाजी फजलुर्रहमान ने अपना राजनीतिक भविष्य समाजवादी पार्टी में देखा है। उन्होंने खुद इस बात की पुष्टि करते हुए कहा है कि वे समाजवादी पार्टी में जाने का मन बना चुके हैं और पार्टी के शीर्ष नेतृत्व से बातचीत भी हो चुकी है।

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अटकलों पर लगा विराम
यूपी के राजनीति गलियारों में पहले ही इस बात की अटकलें लग रही थी कि हाजी फजलुर्रहमान की सपा में शामिल होंगे। दरअसल, कुछ समय पहले ही लंबे समय से चल रही अटकलों पर विराम लगाते हुए, फजलुर्रहमान ने समाजवादी पार्टी (SP) में शामिल होने का मन बना लिया है। और साफ कर दिया था कि यह सपा में शामिल होंगे। फजलुर्रहमान अखिलेश की सादगी और सरलता से प्रभावित हैं। 

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