गाजीपुर में चकबंदी अधिकारी रिश्वत लेते रंगे हाथ गिरफ्तार : सतर्कता विभाग की बड़ी कार्रवाई, भ्रष्टाचार के खिलाफ सख्त कदम

UPT | चकबंदी अधिकारी को गिरफ्तार कर मीडिया के सामने पेश करती पुलिस

Sep 30, 2024 17:06

उत्तर प्रदेश सतर्कता अधिष्ठान वाराणसी की टीम ने आज गाजीपुर जनपद में चकबंदी अधिकारी गजाधर सिंह को 15,000 रुपये की रिश्वत लेते हुए

Ghazipur News : उत्तर प्रदेश सतर्कता अधिष्ठान वाराणसी की टीम ने आज गाजीपुर जनपद में चकबंदी अधिकारी गजाधर सिंह को 15,000 रुपये की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथ गिरफ्तार किया है। इस कार्रवाई ने जिले में भ्रष्टाचार के खिलाफ कड़ी चेतावनी दी है।

शिकायत और जांच की पृष्ठभूमि
मामला ग्राम सभा मौधियाँ का है, जहां शिकायतकर्ता विनीत कुमार राय ने 22 अगस्त को एक प्रार्थना पत्र के माध्यम से चकबंदी के दौरान सीमांकन की मांग की थी। इस पर चकबंदी अधिकारी गजाधर सिंह ने सीमांकन प्रक्रिया को आगे बढ़ाने के लिए विनीत से ₹15,000 की रिश्वत की मांग की। विनीत कुमार राय ने इस रिश्वत की मांग की शिकायत पुलिस अधीक्षक और उत्तर प्रदेश सतर्कता अधिष्ठान, वाराणसी सेक्टर से की। सतर्कता विभाग ने शिकायत की जांच के बाद गजाधर सिंह पर लगे आरोपों की पुष्टि की। जांच के दौरान यह पाया गया कि गजाधर सिंह ने सीमांकन के लिए वाकई रिश्वत मांगी थी।



रंगे हाथ पकड़ा गया
जांच के पश्चात उत्तर प्रदेश सतर्कता अधिष्ठान वाराणसी सेक्टर की टीम ने आज गजाधर सिंह को शास्त्री नगर स्थित लव सिंह के किराए के मकान में रिश्वत लेते हुए रंगे हाथ पकड़ लिया। टीम ने मौके से ₹15,000 की रिश्वत की रकम बरामद की। गिरफ्तारी के बाद गजाधर सिंह के खिलाफ उत्तर प्रदेश सतर्कता अधीक्षक वाराणसी सेक्टर में संबंधित धाराओं के तहत मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। सतर्कता विभाग ने उनकी गिरफ्तारी के बाद कानूनी प्रक्रिया के तहत आगे की कार्यवाही शुरू कर दी है।

भ्रष्टाचार के खिलाफ सख्त कदम
यह गिरफ्तारी उत्तर प्रदेश में भ्रष्टाचार के खिलाफ सतर्कता अधिष्ठान द्वारा उठाए जा रहे सख्त कदमों का हिस्सा है। विभाग ने स्पष्ट कर दिया है कि भ्रष्टाचार के मामलों में किसी भी स्तर पर कोई ढिलाई नहीं बरती जाएगी, और दोषी पाए जाने वालों पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी। सतर्कता विभाग लगातार भ्रष्टाचार के मामलों पर नजर रख रहा है और जांच के बाद दोषियों को पकड़ने की प्रक्रिया तेज कर दी गई है। गाजीपुर की इस घटना ने अन्य अधिकारियों के लिए भी एक कड़ा संदेश दिया है कि भ्रष्टाचार के खिलाफ विभाग की नज़रें हमेशा चौकस हैं।

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