वाराणसी न्यूज : इक्वल पार्टी ने बेदीराम का फूंका पुतला, ओमप्रकाश राजभर के इस्तीफा की मांग

UPT | बेदीराम का पुतला फूंका।

Jul 01, 2024 23:26

वाराणसी के जिला मुख्यालय पर नेशनल इक्वल पार्टी द्वारा नीट परीक्षा में कथित धांधली का आरोप लगाकर भाजपा के सहयोगी पार्टी सुभासपा के जखनियां के विधायक बेदीराम का पुतला फूंका…

Varanasi News : वाराणसी के जिला मुख्यालय पर नेशनल इक्वल पार्टी द्वारा नीट परीक्षा में कथित धांधली का आरोप लगाकर भाजपा के सहयोगी पार्टी सुभासपा के जखनियां के विधायक बेदीराम का पुतला फूंका गया। इस दौरान लोगों ने कहा कि बेदीराम का एक वीडियो वायरल हो रहा है जिसमें वह किसी भी विभाग में नौकरी लगाने की बात कर रहे हैं। जो मास्टर माइंड है।

गाजीपुर सुभासपा विधायक का जिला मुख्यालय पर पुतला फूंका गया
नेशनल इक्वल पार्टी राष्ट्रीय महासचिव प्रकाश जायसवाल के नेतृत्व में सोमवार को कथित नीट परीक्षा पेपर लीक मामले में पूर्वाचल के जखनियां विधानसभा गाजीपुर सुभासपा विधायक का जिला मुख्यालय पर पुतला फूंका गया। लोगों ने कहा कि पेपर लीक एवं किसी भी विभाग में नौकरी में दिलाने का मास्टर माइंड है। जिसका वीडियो वायरल हो रहा है। भ्रष्टाचार में 2010 से लिप्त रहने के बावजूद घूम रहा है।

लोगों ने कहा कि कई संगीन मुकदमाें का दोषी विधायक को सरकार का शरण मिल रहा है, करोड़ों बच्चों के भविष्य के साथ खिलवाड़ करता आ रहा है। ऐसे जनप्रतिनिधि के अकूत सम्पति की जांच होनी चाहिये। रेलवे में टीटी की नौकरी करने वाले के पास इतना सम्पति कहा से आया। जिसके लिये आज मुख्यमंत्री को जिलाधिकारी के माध्यम से पत्रक दिया गया। तथा विधायक बेदी राम का पुतला भी फूंका गया है।

 विधायक बेदीराम के साथ साथ ओमप्रकाश राजभर भी उतना ही गुनाहगार
 महिलामंच राष्ट्रीय अध्यक्ष वंदना सिंह ने कहा कि सुभासपा अध्यक्ष ओमप्रकाश राजभर ने विधायक की काली करतूत को जानते हुए भी 2022 में विधानसभा टिकट दिया, और ओमप्रकाश राजभर खुलेआम मंचों से कहते दिखाई दे रहे हैं। किसी भी विभाग में नौकरी के लिये हमारे विधायक से संपर्क कीजिये उन्होंने नौकरी दिलाने की गारंटी भी लिया। विधायक बेदीराम के साथ साथ ओमप्रकाश राजभर भी उतना ही गुनाहगार है जितना बेदीराम है। 

प्रकाश जायसवाल ने कहा कि मुख्यमंत्री से मांग है कि ओमप्रकाश राजभर को तत्काल मंत्री पद से बर्खास्त किया जाए बेदी राम को गिरफ्तार किया जाए और पूरी जड़ तक जांच किया जाए। ताकि बच्चों को न्याय मिले। दोषियों पर कठोर करवाई हो जिससे आगे किसी को हिम्म्त न हो किसी भी बच्चों के जीवन से खेलवाड़ करने की। नीट की परीक्षा में भाग लेने वाले बच्चों को निःशुल्क फार्म दिया जाए। 

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